केन्द्रीय बकरी अनुसंधान संस्थान, मखदूम में “बकरी नस्ल सुधार के लिए नवोत्थान प्रजनन तकनीकियों” पर दस दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का हुआ समापन
भा॰कृ॰अ॰प॰ – केन्द्रीय बकरी अनुसंधान संस्थान, मखदूम में बकरी नस्ल सुधार के लिए नवोत्थान प्रजनन तकनीकियों पर दिनांक 05 फ़रवरी, 2024 दिन सोमवार से चल रहे दस दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का आज समापन हुआ। इस कार्यक्रम में 14 राज्यों से आये हुए 4 वैज्ञानिक, 13 प्रोफेसर एवं 6 विषय विशेषज्ञों को बकरियों में कृत्रिम गर्भाधान, बकरी नस्ल सुधार पर प्रशिक्षण प्रदान किया गया।
इस कार्यक्रम का शुभारंभ माँ सरस्वती की प्रतिमा पर माल्यार्पण एवं माँ शारदे वन्दना से हुआ। संस्थान के कार्यवाहक निदेशक डॉ. एम. के. सिंह ने कृत्रिम गर्भाधान एवं भ्रूण प्रत्यार्पन तकनीक द्वारा नस्ल सुधार पर चर्चा की। डॉ. मुकेश भकत, विभागाध्यक्ष, पशु दैहिकी एवं जनन विभाग ने प्रशिक्षिणार्थी के उज्जवल भविष्य की कामना की। पाठ्यक्रम निदेशक डॉ. रवि रंजन ने बताया कि 07 व्याख्यान देश के विभिन्न प्रशिक्षित वैज्ञानिकों द्वारा दिये गये। प्रशिक्षिणार्थियों ने पाठ्यक्रम को बेहद लाभकारी बताया। इस कार्यक्रम का संचालन एवं धन्यवाद ज्ञापन डॉ. रवि रंजन द्वारा किया गया। इस कार्यक्रम में डॉ. रवीन्द्र कुमार, मनीष कुमार, प्रवीण कुमार, निकिता मित्तल एवं अन्य अधिकारी व कर्मचारी उपस्थित रहे।
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