लखनऊ 28 फरवरी 2024 (सू0वि0)ः-उत्तर प्रदेश सरकार मा0 मुख्यमंत्री जी के नेतृत्व में सर्वांगीण विकास के लिए संकल्पित होकर कार्य कर रही है। इसी क्रम में विशेष रूप से हमारी यह सरकार सांस्कृतिक विरासत परम्परागत विरासत पर्यटन के विकास हेतु सांस्कृतिक, अध्यात्मिक, पौराणिक और स्थापत्य कला सम्बंधी क्षेत्रों को आधुनिक प्रवेश में विकसित करने हेतु तीर्थ क्षेत्रों के विकास के लिए संकल्पित है। इसी क्रम में हमारी वर्तमान सरकार द्वारा 07 विशेष रूप से तीर्थ क्षेत्र के विकास के लिए परिषद का गठन किया गया है, जिसका नाम इस प्रकार है- श्री काशी विश्वनाथ विशिष्ट क्षेत्र विकास परिषद, वाराणसी अधिनियम, उत्तर प्रदेश ब्रज नियोजन और विकास बोर्ड अधिनियम, उत्तर प्रदेश श्री चित्रकूट धाम तीर्थ विकास परिषद अधिनियम, उत्तर प्रदेश श्री देवीपाटन धाम तीर्थ विकास परिषद अधिनियम, उत्तर प्रदेश श्री अयोध्या जी तीर्थ विकास परिषद अधिनियम, उत्तर प्रदेश श्री नैमिषारण्य धाम तीर्थ विकास परिषद अधिनियम, उत्तर प्रदेश श्री शुक तीर्थ विकास परिषद अधिनियम है। इस परिषद में सरकारी विभाग के अधिकारियों के साथ साथ अध्यात्मिक, इतिहासज्ञ कला के प्रेमी भी इसमें नामित किये जायेंगे। सरकार द्वारा इसमें तेजी से कार्य करने के निर्देश दिये गये है। यह जानकारी उपनिदेशक सूचना/प्रभारी मा0 मुख्यमंत्री मीडिया सेन्टर लोकभवन डा0 मुरली धर सिंह शास्त्री ने दी है।
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