वृन्दावन।सेवाकुंज क्षेत्र स्थित प्राचीन ठाकुर श्रीराधा दामोदर मन्दिर में नित्य प्रविष्ट श्रील जीव गोस्वामी पीठ परम्परा के 14वें पीठाधीश्वर गौड़ीय वैष्णव सम्प्रदायाचार्य निर्मलचंद्र गोस्वामी महाराज का अष्टम् तिरोभाव महोत्सव मन्दिर की प्रधान सेवायत आचार्या श्रीमती तरुलता गोस्वामी (मां गुसाईं) के पावन सानिध्य में अत्यंत श्रद्धा एवं धूमधाम के साथ संपन्न हुआ।
महोत्सव के मुख्य अतिथि के रूप में पधारे दीपक कुमार पुलिस महानिरीक्षक, आगरा परिक्षेत्र ने दिव्यांग जनों को निःशुल्क ट्राइसाइकिल, कान की मशीन, व्हीलचेयर आदि उपकरण प्रदान किए।साथ ही मंदिर में विधिवत् रूप से देहरी पूजन करके पुष्पांजलि अर्पित की।तत्पश्चात मन्दिर प्रांगण स्थित पूज्य महाराजश्री की समाधि स्थल पर असंख्य भक्तों-श्रृद्धालुओं के द्वारा सूचक गान सहित श्रीहरिनाम संकीर्तन किया गया।साथ ही मन्दिर की 4 परिक्रमा की।
इस अवसर पर आयोजित संत-विद्वत संगोष्ठी में पुलिस महानिरीक्षक, आगरा परिक्षेत्र, दीपक कुमार ने कहा कि नित्यलीला प्रविष्ट आचार्य निर्मल चंद्र गोस्वामी भक्ति वेदांत प्रभुपाद महाराज के प्रमुख अनुयाई थे।उन्होंने गौडीय संप्रदाय के सिद्धांतो पर चलते हुए अपना सारा जीवन व्यतीत किया।धर्म और अध्यात्म के प्रति समर्पित ऐसे महापुरुष पर हम सभी को गर्व करना चाहिए। मैं अत्यंत बड़भागी हूं जो मुझ को उनके तिरोभाव महोत्सव में उपस्थित होने का अवसर प्राप्त हुआ है।
संत-विद्वत संगोष्ठी में विशिष्ट अतिथि के रुप में शैलेश कुमार पांडेय एसएसपी(मथुरा), हरिओम शर्मा जेल अधीक्षक(आगरा), बृजेश कुमार गौतम जेलर, डॉ. रमेश कुमार श्रीवास्तव, प्रवीण कुमार मलिक सी.ओ. सदर, डॉ. अरविन्द कुमार सीओ सिटी, वरिष्ठ साहित्यकार डॉ. गोपाल चतुर्वेदी, महामंडलेश्वर स्वामी डॉ. आदित्यानंद महाराज, महामंडलेश्वर स्वामी नवल गिरि महाराज, महामंडलेश्वर सुरेशानंद महाराज, आचार्य बद्रीश, राजकुमार शर्मा, सौरभ गौड़, जगन्नाथ पोद्दार, डॉ. राधाकान्त शर्मा, जॉनी भाटिया, अभय वसिष्ठ, प्रमोद गौतम, आलोक बंसल, धर्मेन्द्र अग्रवाल (बॉबी भैया) आदि ने भी अपने विचार व्यक्त किए।
मन्दिर के वरिष्ठ सेवायत आचार्य तरुण गोस्वामी, आचार्य करुण गोस्वामी, आचार्य कृष्ण बलराम गोस्वामी व आचार्य पूर्णचंद्र गोस्वामी ने सभी संतो और अधिकारियों का स्वागत किया।साथ ही उन्हें रामलला का चित्रपट, ठाकुरजी का पटका प्रसादी माला और 56 भोग का महाप्रसाद भेट किया।महोत्सव का विश्राम संत, ब्रजवासी, वैष्णव सेवा एवं वृहद भंडारे के साथ हुआ।
एक टिप्पणी भेजें
If you have any doubts, please let me know