यूपी का बजट 2024-25 (अयोध्या)

 

'श्रीराम' का नाम लेकर योगी सरकार ने अयोध्या धाम में रखी विकास के 'नए अध्याय' की नींव

 

-सीएम की मंशा अनुरूप, वित्तीय वर्ष 2024-25 में विकास के नए सोपानों की ओर अग्रसर होगी रामनगरी अयोध्या, करोड़ों रुपए के अनुदान का बजट में प्रावधान

 

- अयोध्या में पहुंच मार्गों के सौंदर्यीकरण, पर्यटक-जन सुविधाओं के विकास समेत एयरपोर्ट के विस्तार जैसी बड़ी परियोजनाओं पर फोकस

 

- 'रामराज्य की अवधारणा' को साकार करने की दिशा में प्रयासरत योगी सरकार ने बजट भाषण में भी जताई प्रतिबद्धता

 

- बजट भाषण में शुरू से लेकर अंत तक अयोध्या की गौरवभूमि का रहा उल्लेख

 

लखनऊ/अयोध्या, 5 फरवरी। 'मर्यादा पुरूषोत्तम श्रीराम का जीवन हजारों वर्षों से भारत और विश्व को महत्तर जीवन आदर्शों की ओर अग्रसर होने को प्रेरित करता रहा है। पिता के वचन का मान रखने के लिये समस्त राजसी वैभव को निःसंकोच त्याग कर वनवास के लिये प्रस्थान करना और दुष्टों और अधर्मियों का दृढ़तापूर्वक दलन करना ऐसे राजधर्म का अनुपम उदाहरण कहीं और नहीं मिलता।' अयोध्या गौरवभूमि की आत्मा प्रभु श्रीराम का नाम लेकर इन्हीं शब्दों के साथ न केवल योगी सरकार ने बजट 2024-25 को विधानसभा में पेश किया, बल्कि पूरे भाषण के दौरान बार-बार प्रभु श्रीराम और अयोध्या का उल्लेख होता रहा। नव्य-भव्य व दिव्य अयोध्या धाम के त्रेतायुगीन वैभव को लौटाने का कार्य कर रही योगी सरकार ने संपूर्ण अयोध्या मंडल में विकास के नए अध्याय की नींव बजट भाषण में रखी। योगी सरकार द्वारा वार्षिक बजट 2024-25 में अयोध्या धाम समेत पूरे मंडल के विकास का जो खाका खींचा गया है उसके केंद्र में अयोध्या में पहुंच मार्गों के विस्तार व सौंदर्यीकरण, पर्यटक-जन सुविधाओं के विकास समेत महर्षि वाल्मीकि इंटरनेशनल एयरपोर्ट के विस्तार जैसी बड़ी परियोजनाएं शामिल रहीं।

 

इन प्रोजेक्ट्स पर अयोध्या में वर्ष 2024-25 में रहेगा मुख्य फोकस

 

जनपद अयोध्या में श्रीराम जन्मभूमि मंदिर निर्माण कार्य के दृष्टिगत पर्यटकों एवं श्रद्धालुओं की संख्या में सम्भावित वृद्धि के दृष्टिगत 03 पहुंच मार्गों का चैड़ीकरण/सौन्दर्यीकरण का कार्य एवं 6 स्थानों पर पार्किग तथा जन सुविधाओं का विकास कार्य किया जा रहा है।

 

●  अयोध्या में महर्षि वाल्मीकि अन्तर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा अयोध्या धामका विकास कराया गया है। अयोध्या में एयरपोर्ट की स्थापना एवं विस्तार हेतु 150 करोड़ रूपये की व्यवस्था प्रस्तावित है।

 

अन्तर्राष्ट्रीय रामायण एवं वैदिक शोध संस्थान अयोध्या हेतु 10 करोड़ रूपये प्रस्तावित है।

 

अयोध्या, वाराणसी, चित्रकूट, लखनऊ, विन्ध्याचल, प्रयागराज, नैमिषारण्य, गोरखपुर, मथुरा, बटेश्वर धाम, गढ़मुक्तेश्वर, शुकतीर्थ धाम, माँ शाकुम्भरी देवी, सारनाथ एवं अन्य महत्वपूर्ण पर्यटन स्थलों का पर्यटन विकास एवं सौन्दर्यीकरण के कार्य कराये जा रहे हैं।

 

● ‘‘मुख्यमंत्री पर्यटन विकास सहभागिता योजना‘‘ के अंतर्गत उत्तर प्रदेश के प्रत्येक विधान सभा क्षेत्र में एक पर्यटन स्थल को विकसित किए जाने की योजना है। इस क्रम में अयोध्या मंडल के जनपदों में भी धार्मिक व पर्यटन क्षेत्रों के समेकित विकास को सुनिश्चित करने का खाका खींचा गया है।

 

अयोध्या की इन उपलब्धियों का हुआ बजट 2024-25 में उल्लेख

 

मर्यादा पुरुषोत्तम श्री राम के भव्य मन्दिर का अयोध्या में निर्माण होने से प्रदेश में सामाजिक और सांस्कृतिक क्षेत्र को बहुत प्रोत्साहन मिला है तथा धार्मिक पर्यटन की अपार संभावनाओं में वृद्धि हुई है।

 

वैश्विक पर्यटन केंद्र के तौर पर अयोध्या स्थापित हो गई है। यहां पर भारत और विदेश से आने वाले पर्यटकों की संख्या में बहुत बड़ा इजाफा हुआ है, जिससे प्रदेश समेत देश की आर्थिक स्थिति को बढ़ावा मिल रहा है।

 

 प्रतिवर्ष की भाँति इस वर्ष भी अयोध्या में दीपोत्सव का आयोजन वृहद स्तर पर किया गया था। इस अवसर पर राम की पैड़ी पर 22 लाख 23 हजार दीप जलाकर गिनीज वल्र्ड रिकार्ड बनाया गया जो अयोध्या के गौरव में वृद्धि करने वाला क्षण रहा।

 

बार-बार हुआ अयोध्या का उल्लेख

सीएम योगी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान बताया कि अयोध्या में भगवान श्रीरामलला के प्राण प्रतिष्ठा समारोह में किये गये प्रबन्धों की सराहना देश-दुनिया से आये अतिथियों ने की है। सीएम ने कहा कि मर्यादा पुरुषोत्तम श्री राम जी के भव्य मन्दिर का अयोध्या में निर्माण होने से हमारे सामाजिक और सांस्कृतिक क्षेत्र को बहुत प्रोत्साहन मिला है। अयोध्या विश्व का बहुत बड़ा पर्यटन केन्द्र बन गया है, यहां पर भारत और विदेश से आने वाले पर्यटकों की संख्या में बहुत बड़ा इजाफा हुआ है, जिससे हमारी आर्थिक स्थिति को बढ़ावा मिलेगा। वहीं, बजट भाषण के दौरान वित्त मंत्री सुरेश खन्ना ने योगी सरकार की प्रतिबद्धा का उल्लेख करते हुए कहा कि यदि यह कहा जाये कि आज हमारे प्रदेश का शासन कहीं न कहीं रामराज्य की अवधारणा से अनुप्रेरित है और सामाजिक-सांस्कृतिक, आर्थिक एवं आध्यात्मिक उन्नति की ओर अग्रसर है तो यह अतिशयोक्ति नहीं होगी। उन्होंने कहा कि प्रतिवर्ष की भांति इस वर्ष भी अयोध्या में दीपोत्सव का आयोजन वृहद स्तर पर किया गया था। इस अवसर पर राम की पैड़ी पर 22 लाख 23 हजार दीप जलाकर गिनीज वर्ल्ड रिकार्ड बनाया गया जो अयोध्या के वैभव को साकार करने का माध्यम बन रहा है। इतना ही नहीं, प्रभु श्रीराम के उत्तम चरित्र को जीवन में ढालने व उससे प्रेरणा लेने के लिए भी वित्त मंत्री ने आम जनता से अपील की।


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