उत्तर प्रदेश में राष्ट्रीय लोकदल के इंडिया गठबंधन से निकलने से कांग्रेस को बड़ा फायदा हुआ है।समाजवादी पार्टी ने कांग्रेस को 80 में से 17 लोकसभा सीटें चुनाव लड़ने के लिए दी है,लेकिन 2019 के लोकसभा चुनावों के आंकड़ों पर नजर डालें तो इनमें से अधिकतर सीटों पर कांग्रेस का कोई खास जनाधार नजर नहीं आता है।
2019 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस ने उत्तर प्रदेश की 67 लोकसभा सीटों पर अपना प्रत्याशी उतारा था।इनमें से कांग्रेस लगभग 63 सीटों पर अपनी जमानत भी नहीं बचा पाई थी। कांग्रेस के तत्कालीन राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी खुद अपने परिवार के गढ़ अमेठी में भी केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी से हार गए थे।सोनिया गांधी ही पार्टी की एकमात्र प्रत्याशी रहीं, जिन्होंने रायबरेली की अपनी सीट बचा ली, लेकिन जीत का अंतर भी 2014 के मुकाबले काफी कम हो गया था।
अब देखते हैं कि जिन 17 सीटों पर कांग्रेस 2024 के लोकसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी के साथ गठबंधन के तहत चुनाव लड़ने जा रही है, वहां किन सीटों पर वह पिछली बार जमानत बचाने भी असफल रही थी।
लोकसभा और विधानसभा चुनावों में जब कोई उम्मीदवार अपने निर्वाचन क्षेत्र में कुल पड़े वोट का 1/6 या 16.66% वोट नहीं जुटा पाता है तो उसकी जमानत जब्त कर ली जाती है।
सपा ने इस बार कांग्रेस के लिए यूपी में जो सीटें छोड़ी हैं, वो है।अमेठी, रायबरेली, बांसगांव, फतेहपुर सीकरी, कानपुर,सहारनपुर, प्रयागराज, वाराणसी, महाराजगंज, अमरोहा, झांसी, बुलंदशहर, मथुरा, गाजियाबाद, सीतापुर, देवरिया और बाराबंकी।
कांग्रेस को अबकी बार यूपी में जो 17 सीटें गठबंधन के तहत मिली हैं, उनमें से कांग्रेस पिछली बार सिर्फ 4 सीटों पर ही जमानत बचा सकी थी, जिसमें रायबरेली, अमेठी, कानपुर और सहारनपुर थी।सहारनपुर में कांग्रेस प्रत्याशी इमरान मसूद की जमानत बहुत मुश्किल से बच पाई थी। वहीं बांसगांव में कांग्रेस ने कोई उम्मीदवार ही नहीं उतारा था,लेकिन फतेहपुर सीकरी, प्रयागराज, वाराणसी, महाराजगंज, अमरोहा, झांसी, बुलंदशहर, मथुरा, गाजियाबाद, सीतापुर, देवरिया और बाराबंकी में कांग्रेस प्रत्याशियों की जमानत जब्त हो गई थी।
वाराणसी लोकसभा सीट पर कांग्रेस के मौजूदा प्रदेश अध्यक्ष अजय राय को महज 14.38% वोट मिले थे। वहीं टीवी चैनलों पर दिखने वाली कांग्रेस पार्टी की प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत को तो महाजगंज में सिर्फ 5.91% वोट ही मिले थे।फतेहपुर सीकरी में पार्टी के स्टार प्रत्याशी रहे पूर्व सांसद राज बब्बर भी मात्र 16.57% वोट जुटा पाए थे। अमरोहा में तो कांग्रेस प्रत्याशी को सिर्फ 1.07% वोट मिले थे। झांसी में 6.24%, बुलंदशहर में 2.62%, गाजियाबाद में 7.34%, मथुरा में 2.54%, सीतापुर में 9.01%, बाराबंकी में 13.81% और देवरिया में 5.03% वोट मिल पाए थे।
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