चेयरमैन के आदेश को ठेंगा दिखा रहे चिनहट विद्युत खण्ड के अधिकारी
llसंवाददाता–विजय शंकर दुबेll
चिनहट डिवीजन में लगातार हो रही बिलों मे हेराफेरी का खुलासा दैनिक समाचार पत्र लोकसचेतक व हिन्दी संवाद न्यूज ने अपने शीर्षक निविदाकर्मी और सहायक अभियंता ने बिल घोटाला कर राजस्व को लगाया लाखों का चूना से किया था।
ज्ञात हो कि चिनहट डिवीजन में दिन प्रतिदिन सहायक अभियंता पवन कुमार मिश्रा और निविदाकर्मी बरकत अली की सांठ गांठ के चलते बिजली बिलों में किए जा रहे घोटाले सामने आ रहे हैं जिसका संज्ञान लेकर चेयरमैन यू पी पी सी एल ने एम डी मध्यांचल निगम को जांच कर
सख़्त कार्यवाही करने का आदेश दिया था लेकिन बिलों में हेराफेरी करने वाले बंटी बबली निविदा कर्मी बरकत अली और पवन मिश्रा को बचाने को बचाने के लिए कुछ उच्चाधिकारी भी जुगत में लगे हैं चेयरमैन यू पी पी सी एल ने इन भ्रष्ट कर्मियों को तत्काल खण्ड से बाहर किए जाने का आदेश दिया था लेकिन अधिशासी अभियंता खालिद सिद्दीकी और अधीक्षण अभियंता राजेश कुमार इन भ्रष्ट कर्मियों की करतूतों पर पर्दा डालने के उद्देश्य से एडी चोटी का जोर लगा रहे हैं और यू पी पी सी एल के निहायत ईमानदार चेयरमैन और मध्यांचल निगम के एम डी के आदेशों को उच्चाधिकारी ठेंगा दिखा रहे हैं|
सूत्रों की माने तो 12 वर्षों से जमे निविदा कर्मी बरकत अली और सहायक अभियंता पवन मिश्रा ने कई बिलों में हेराफेरी कर राजस्व को क्षति पहुंचाई और अपनी जेब भरी जिसकी जांच भी चल रही है लेकिन कछुए की चाल चलती जांच में पुख्ता साक्ष्य होने के बावजूद भी जांचाधिकारी गुनहगारों के गुनाह नही साबित कर पा रहे।संज्ञान में यह भी आया है कि चिनहट डिवीजन के अधिशाषी अभियन्ता खालिद सिद्दीकी दोषियों को बचाने में लगे है।
शायद यही कारण रहा है कि यू पी पी सी एल के चेयरमैन व मध्यांचल निगम के एम डी के सख्त निर्देशों को दरकिनार कर दिया गया निविदा कर्मियों और सहायक अभियंता पवन मिश्रा के खिलाफ़ फिलहाल अभी तक कोई कार्यवाही नहीं की गई है।
देखना दिलचस्प होगा कि अधिशासी अभियंता और अधीक्षण अभियन्ता
उच्चाधिकारियों के आदेश मानकर मामले में कार्यवाही करेंगे या फिर भ्रष्ट कर्मियों के प्रति अपनी दरियादिली दिखाएंगे
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