समाजसेवी हरिप्रिया भार्गव ने झाँसी के प्राचीन काली मन्दिर सहित दर्जनों मंदिरों में स्वच्छता कार्यक्रम का आयोजन किया ।
देश भर में आजकल राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा को लेकर बेहद सकारात्मक माहौल बना हुआ है । हर देशवासी इस पवित्र घड़ी को अपने स्तर से यादगार बनाने की कोशिशों में लगा हुआ है । उत्तरप्रदेश के बुंदेलखंड के ऐतिहासिक नगरी झाँसी में आज समाजसेवी हरिप्रिया भार्गव ने प्राचीन काली मंदिर व लक्ष्मी मन्दिर में इसी क्रम में स्वच्छता कार्यक्रम का आयोजन किया और सबसे अनुरोध किया कि हर कोई इस पवित्र घड़ी का साक्षी बने । उन्होंने बुंदेलखंड के 12 मंदिरों में साफ सफाई , स्वच्छता कार्यक्रम का आयोजन किया । इसमें हर एक मंदिर के पास भंडारे का आयोजन किया गया है , हर जगह भंडारे में 10 हजार के आसपास लोग प्रसाद ग्रहण करने पहुंच रहे हैं, और हर जगह पर इनके द्वारा एलईडी टीवी की व्यवस्था की गई है जिससे की अयोध्याधाम में होने वाले प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम का सीधा प्रसारण लोग देख सकें । बिजनेस वूमेन व समाजसेवी हरिप्रिया भार्गव ने बताया कि वे राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा को लेकर बेहद उत्साहित हैं और देशभर में घूम घूमकर राम मंदिर के प्रचार प्रसार का काम कर रही हैं । हरिप्रिया भार्गव का कहना है कि यह ऐतिहासिक घड़ी 500 सालों बाद आई है जो हर हिन्दू के लिए जाति समाज से ऊपर उठकर सबके लिए समान भाव से गर्व का विषय है । ऐसा प्रतीत हो रहा है की अपने भारतवर्ष में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में रामराज्य की पुनर्स्थापना हो रही है । इस विशेष आयोजन का साक्षी बनने के लिए देशभर में लोग इस उत्सव में अपने अपने घरों से ही भाग लेंगे । प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जो यह हिंदुत्व की अलख जगाई है वो अद्वितीय है और यह परम्परा अब हर हिन्दू के लिए नियमित सद्चर्या बन जाएगी । मोदी जी ने असंभव से दिखने वाले कार्यों को सम्भव करके दिखा दिया है , क्योंकि यह साबित हो गया है कि मोदी हैं तो मुमकिन है । यही युग परिवर्तन का समय है , सही मायनों में मोदी जी इस देश के वास्तविक रूप में राष्ट्रपुत्र हैं । हर देशवासियों को अपने अपने घर से इस उत्सव में हिस्सा लेना चाहिए और इस पवित्र उत्सव का साक्षी बनना चाहिए । युवाओं में आज धर्म और संस्कृति के प्रति जागरूकता का संचार हुआ है । आज यह राम मंदिर सिर्फ एक मंदिर भर का कार्यक्रम नहीं है बल्कि हर एक देश वासी के लिए आस्था का केंद्र है । राम मंदिर हमारी मर्यादा, हमारे संस्कार और हमारी संस्कृति को परिलक्षित करती हुई रामराज्य का प्रतीक है । यह 500 सालों तक अपने आराध्य की पूजा अर्चना से वंचित रहे समाज के लिए हर्षोल्लास का पल है । सारी दुनिया इस पवित्र पल का साक्षी बन रही है जो हमारे लिए गर्व का विषय है । इस पल में सारे भारतीयों को , सारे हिन्दू भाई बहनों को अपनी जाति को भुलाकर सिर्फ और सिर्फ सनातनी हिन्दू बनना है ।
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