पूर्ण हुआ वनवास श्रीराम का, 22 जनवरी को सब मिलकर घर - घर गीत खुशी के गायेंगे, प्रभु दीनदयाल दिवाली फिर से सभी मनायेंगे..........
आएंगे, आएंगे, आएंगे, अवध में मेरे प्रिय प्रभु श्रीराम आएंगे, माता सीता के साथ, भ्राता लक्ष्मण के साथ, अपने प्रिय भक्त हनुमानजी के साथ, आएंगे, आएंगे, आएंगे, राम आएंगे।
अवध से भेज रहे हैं पीले चावल, घर - घर अलख जगाने को, मन्दिर में है प्राण प्रतिष्ठा, न्यौता सबका हैं 22 जनवरी से आने को...........
यह ऐतिहासिक चालीसवा वर्ष जीवन में मेरे खुशियाँ लेकर आया है, जन - जन के मार्यदापुरसोत्तम भगवान प्रभु श्रीराम ने, अब अपना घर पाया है।
अब तक था तिरपाल शीश पर, उससे मुक्ति दिलाने को, मन्दिर में है प्राण प्रतिष्ठा, न्यौता सबका आने को।............
जन्मभूमि राघव की प्यारी, पर यवनों का डेरा था, मन्दिर भव्य जहाँ पहले था, जिस पर दुश्मन और गद्दार ने पानी फेरा था।
देश के दुश्मनों ने जातपात में हिन्दुओं बांटकर, तोड़ उसे बाबरी बनायी, ताकत विश्व को दिखाने को, 550के बाद मन्दिर में है प्राण प्रतिष्ठा, न्यौता सबका 22 से आने को.............
गये पाँच सौ पचास साल, हजारों भक्तों ने प्रभु श्रीराम के लिए बलिदान दिया, मन्दिर वहीं भव्य बनेगा फिर से, प्रभु का यह आह्वान किया।
आज उन्हीं भक्तों एवं करसेवकों को मिलकर, श्रद्धा सुमन चढ़ाने को, मन्दिर में है प्राण प्रतिष्ठा न्यौता सबका आने को............
दीनदयाल दिवाली फिर से, घर - घर सभी मनायेंगे। पूर्ण हुआ वनवास श्री राम का, 22 को सब गीत खुशी के गायेंगे।
समय लौटकर नहीं आता है, इतनी याद दिलाने को, मन्दिर में है प्राण प्रतिष्ठा, न्यौता सबका आने को..............
भेज रहे हैं पीले चावल, घर - घर अलख जगाने को, मन्दिर में है प्राण प्रतिष्ठा, न्यौता सबका आने को।
माता सीता के साथ, भ्राता लक्ष्मण के साथ, अपने प्रिय भक्त हनुमानजी के साथ,
आएंगे, आएंगे, आएंगे, अवध में मेरे प्रिय प्रभु श्रीराम आएंगे............
पूर्ण हुआ वनवास प्रिय प्रभु श्रीराम का, 22 को सब मिलकर घर - घर गीत खुशी के गायेंगे, प्रभु दीनदयाल दिवाली फिर से घर - घर सभी मनायेंगे,
550 के बाद अब प्रभु श्रीराम के त्रेतायुगीन उसी वैभव को कलियुग में साकार करने के लिए मोदी जी - योगीजी को दुआएं दे कर बारम्बार आभार जताएंगे.............
मेरे प्रिय प्रभु श्रीराम दोनों जननायकों पर सदा सहाय हों, दसों दिशाओं में मोदीजी - योगीजी का सदा - सदा यशोगान हो, अब सभी गीत "राम" के गायेगें।
हम सभी 22 जनवरी को घर को सजाएंगे, रंगोली बनाकर दीप जलाएंगे, स्वादिष्ट मिठाइयां बनाएंगे, अपने घर और परिसर मे भगवा झंडे लगाए जाएंगे, नये कपड़े पहनकर मंदिर जायेंगे, सुन्दरकाण्ड, हनुमान चालीसा का पाठ कर धूमधाम से श्रीरामउत्सव मनाएं..................
क्योकि सारे जगत में हैं मेरे प्रिय प्रभु आपसे भी बड़के आपका नाम, जय श्री राम, जय श्री राम, जय श्री राम, राजा राम। 🙏
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