संवाददाता रणजीत जीनगर

जयपुर- अखिल भारतीय आंगिरस गौड ब्राह्मण महासभा दिल्ली के तत्वावधान में आंगिरस विचार संगोष्ठी का आयोजन अंगिरा गार्डन प्रेमनगर, गोनेर रोड जयपुर में किया गया। संगोष्ठी की अध्यक्षता छैल बिहारी शर्मा सेवानिवृत्त सी.ओ. स्काउट ने की। मुख्य अतिथि जगदीश चंद्र जांगिड व विशिष्ट अतिथि पंडित मुकुट बिहारी शर्मा "आंगिरस" थे। प्रारंभ में ब्रह्मर्षि अंगिरा जी की तश्वीर का पूजन, अर्चन,  वंदन कर अतिथियों का तिलक व उपरना से स्वागत किया गया। इस अवसर पर ज्योतिषाचार्य पं. नीलमणि शास्त्री, पं. रमेशचंद्र आंगिरस गौड, पं. द्वारका प्रसाद आंगिरस गौड, पं. रमेशचंद्र शर्मा, सत्यनारायण जांगिड सरपंच बालीथल ने अपने विचार व्यक्त किए। पं. नीलमणि शास्त्री ने सभी समाज जनों को तिलक, शिखा, जनेऊ रखने व नित्य संध्या वंदन करने के लिए कहा। विशिष्ट अतिथि पं. मुकुट बिहारी शर्मा ने ब्रह्मर्षि अंगिरा जी की वेदों में उपलब्ध तथ्यात्मक जानकारी के बारे में बताया। अध्यक्षीय उद्बोधन में श्री शर्मा ने अपनी पहचान पितृपुरुष ब्रह्मर्षि अंगिरा जी से ही रखने, बताने के बारे में बताया उन्होंने आंगिरस संगोष्ठी के सफल आयोजन के लिए सभी को बधाई दी।  इस अवसर पर बाबूलाल शर्मा, श्याम सुंदर  शर्मा, महेशचंद्र शर्मा, दिनेश कुमार जांगिड, अमन कृष्ण शर्मा, लविश जांगिड श्रीमति चमेली देवी शर्मा आदि उपस्थित थे। सरपंच सत्यनारायण जांगिड ने ब्रह्मर्षि अंगिरा जी के बारे में तथ्यपरक जानकारी से प्रभावित होकर  अगली संगोष्ठी उनियारा में आयोजित करने के लिए निवेदन किया। सभी ने एक स्वर से संस्था के द्वारा समाज के बालकों व युवाओं के लिए संस्कार शिविर आयोजित करने की सहमति प्रदान की। संगोष्ठी का प्रभावी संचालन पंडित रामप्रसाद शर्मा "शुक्ल" मालपुरा ने किया। आभार रामजीलाल जांगिड (अंगिरा गार्डन) ने व्यक्त किया। संगोष्ठी के बाद आरती करके सभी ने सामुहिक भोजन प्रसादी ग्रहण की।

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