यशोदा बेन को अयोध्या लाने का निर्णय लेने के लिए  मोदी जी का आभार





    महर्षि दयानंद की 200वीं जयंती वर्ष पर मा. मोदी जी ने दिल्ली में प्रथम आहुति देकर बहुत बड़े आयोजन का शुभारंभ किया और सरकारी गजट पारित करके आर्य समाज व आर्यवीर दल के नेतृत्व में  सभी प्रदेशों के प्रमुख प्रसाशनिक अधिकारियों तथा प्रमुख राजनेताओं को नोडल अधिकारी नामित करके विभिन्न कार्यक्रम करने का निर्देश जारी किया!
     उक्त के अनुपालन में आर्य वीर दल प्रत्येक कमिश्नरी मुख्यालय पर 200कुंडीय यज्ञ तथा 200 आर्य वीरों को शस्त्र और शास्त्र का प्रशिक्षण दे रहा है तथा प्रयागराज में स्वामी शुचिषद मुनी के नेतृत्व में 13 जनवरी 2024 को 1 महीने तक चलने वाले महायज्ञ एवं विश्व वेद सम्मेलन का शुभारंभ किया गया!
    उक्त सम्मेलन में पहुंचने वाले आर्य वीरों को जब जानकारी हुई कि माननीय मोदी जी अयोध्या मंदिर उद्घाटन के अवसर पर अपनी पत्नी यशोदा बेन को नहीं ला रहे हैं तो प्रबुद्ध वर्ग ने निर्णय लिया कि माननीय मोदी जी से यशोदा बेन जी को लाने की मांग की जाए!
    आर्य वीर दल उत्तर प्रदेश के प्रचार मंत्री आर्य अशोक तिवारी व आर्य वीर दल मध्य प्रदेश के मंत्री विनोद आर्य को यह कार्य सौंपा  गया! प्रचार मंत्री ने तत्काल एक मार्मिक गीत बना कर उत्तर प्रदेश सहित गुजरात,राजस्थान,केरल, मध्य प्रदेश, दिल्ली आदि प्रदेशों के हजारों आर्य वीरों को प्रेषित किया सभी प्रदेशों के जो-जो आर्य वीर जो कि मोदी जी  से सीधे जुड़े हुए थे ने गुप्त मार्मिक वीडियो को ट्विटर आदि सोशल मीडिया के माध्यम से मोदी जी तक पहुंचा दिया! जिसे सुनकर मोदी जी द्रवित हुए और यशोदा बेन को अपने साथ अयोध्या लाकर सपत्नीक यजमान बनने का निर्णय लिया!
   इस निर्णय का स्वागत करते हुए पूरे देश की आर्य वीरों द्वारा मोदी जी को बधाई संदेश भेजा जा रहा है!


अशोक आर्य के इस गीत से प्रभावित हुए पीएम मोदी 
(1)नर नहीं नर इंद्र हो है मेरे पी.एम. मोदी,
इस आर्य पुत्र की पुकार सुन लीजिए!
मेरा एक निवेदन धार्मिक और मार्मिक है,
ध्यान देकर गहन विचार कर लीजिए!
ऋषि दयानंद ने उद्धार किया नारी जाति,
 आप यशोदा देवी का उद्धार कर दीजिए!
अयोध्या की पूजा में बगल बैठाई करके,
उनको एक बार बस प्यार कर ली जिए!!
(2) उर्मिला के तप से लखन  जैसे विजई हुए,
 सुलोचना ने बात रामायण में स्वीकारी है!
 आप के भी विजय का रहस्य एक यही प्रभु,
 तप बैठी करती जो हमारी महतारी है!!
 सप्तपदी सात -सात जन्मों का कसम खाई,
 यज्ञ के सामने बचन आपने उच्चारी है!
 राम मंदिर यज्ञ फिर साथ-साथ बैठे प्रभु,
सच कहता तपश्वनी वह संगिनी तुम्हारी है!!
(3) सीता के समान ही यशोदा बेन मेरी मैया,
 पति धर्म सुख न जीवन में कभी पाई है!
सीता ने तो लव कुश समान दो -दो पुत्र जन्मे,
 बिना सत्संग के यशोदा मेरी माई है!
जय श्री राम नाम लागे अति प्यारा प्रभु,
लेकिन सिया राम नाम कभी ना बिसारिए!
आपका आभार हिंदू कभी ना भूलेगा प्रभु,
मैया यशोदा बेन संग अयोध्या लेकर आइए!!
(4) रावण के कैद से सीता को जब लाते राम
 अग्नि की परीक्षा लेना उनकी मजबूरी है!
 धोबी ने उठाई उंगली सीता के चरित्र पर जो,
  राजा होकर प्रजा का सम्मान भी जरूरी है!!
 हाथ जोड़ आपसे यह प्रश्न पूछे पूरी जनता,
 मस्तक झुकाकर पूछे अशोक तिवारी है,
यशोदा न तो लंका गई ही न ही उन पर उंगली उठी,
फिर अयोध्या न लाना आपकी कैसी मजबूरी है!!
(5) स्त्री को तो वेद और यज्ञ का अधिकार नहीं,
शंकराचार्य की  फौज सदा यही चिल्लाती है,
 यज्ञ करें यशोदा बेन मांग वह भी करते आज,
 बात यह  हमारे प्रभु समझ में ना जाती है!
यशोदा बेन आएंगी समाचार प्रसारित करके,
विपक्षी व शंकराचार्य का मुंह बंद कर दीजिए!
 आएंगी यशोदा बेन -आएगी यशोदा बेन,
आर्य वीर दल को आनंद कर दीजिए!!
         उक्त बाते 🙏 रचनाकार 🙏
        आर्य अशोक तिवारी
 प्रचार मंत्री आर्य वीर दल उत्तर प्रदेश ने बताई है।



उमेश चन्द्र तिवारी
9129813351
हिंदी संवाद न्यूज़ भारत 

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