दीवानी कचहरी उतरौला में दोनों पीठासीन अधिकारियों के पद रिक्त होने से सैकड़ों वादकारी प्रतिदिन कचहरी से वापस लौट रहे हैं। वहीं छोटे छोटे मुकदमे में जमानत के लिए बलरामपुर जिला मुख्यालय को दौड़ना पड़ता है।
अधिवक्ता संघ उतरौला अध्यक्ष प्रहलाद यादव ने बताया कि प्रशासनिक जज उच्च न्यायालय इलाहाबाद को भेजे गए पत्र में दोनों न्यायलयों पर पीठासीन अधिकारी की तैनाती की मांग की गई है।
अधिवक्ता संघ उतरौला अध्यक्ष प्रहलाद यादव ने प्रशासनिक जज को भेजे मांग पत्र में लिखा है कि दोनों न्यायालयों में दीवानी के लगभग दस हजार व फौजदारी के लगभग आठ हजार मुकदमे विचाराधीन में है वहीं पांच थाना कोतवाली उतरौला, रेहरा बाजार,गैडास बुजुर्ग, श्रीदत्तगंज, सादुल्लाह नगर के अपराधिक मामलों की सुनवाई का क्षेत्राधिकार को मिला है। उसके बाद भी दोनों न्यायालय के पीठासीन अधिकारियों के पद रिक्त होने से मुकदमे की सुनवाई नहीं हो पा रही है।
बताते चलें कि दोनों न्यायालय के पीठासीन अधिकारियों का स्थानांतरण विगत माह में अलीगढ़ हो गया है। उसके बाद से किसी पीठासीन अधिकारियों की तैनाती उच्च न्यायालय ने अभी तक नहीं की है। अध्यक्ष ने अपने मांग पत्र में दोनों न्यायालयों पर पीठासीन अधिकारियों की तैनाती किए जाने की मांग की है।
असगर अली
उतरौला
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