डीएम अरविन्द सिंह की भ्रष्टाचार के विरूद्ध बड़ी कार्यवाही, तत्कालीन चकबन्दी अधिकारी समेत छः के विरूद्ध गम्भीर धाराओं में एफआईआर दर्ज
जनता दर्शन में मिली सूचना पर डीएम ने टीम गठित कर कराई जांच, दोषी मिले लोगों के विरूद्ध कड़ा एक्शन
जिलाधिकारी श्री अरविन्द सिंह के आदेश पर भ्रष्टाचार के मामले में संलिप्त 06 व्यक्तियों के विरूद्ध गम्भीर धाराओं में एफआईआर दर्ज कराने की कार्यवाही की गई है। मामला चकबन्दी विभाग का है जिसमें फर्जी अभिलेखों के जरिए लाभ प्राप्त करने वाले तीन व्यक्तियों अब्दुल खलील, अब्दुल सलीम पुत्रगण जाफर व मजीदुन्निशा पत्नी स्व0 जाफर निवासीगण ग्राम मानीगढ़ा, परगना सादुल्लानगर, तहसील उतरौला, जनपद बलरामपुर तथा कूट रचित अभिलेख जारी करने एवं अभिलेखों के द्वारा विपक्षियों को लाभ पहुंचाने वाले तत्कालीन चकबन्दी अधिकारी बलरामपुर शिवमूरत सिंह, महेन्द्र गुप्ता पेशकार न्यायालय चकबन्दी, राम पुजारी संग्रह अनुसेवक के विरूद्ध बहुत गम्भीर धाराओं में कोतवाली देहात में मुकदमा दर्ज कराया गया है
बताते चलें कि जिलाधिकारी श्री अरविन्द सिंह ने जनता दर्शन में चकबन्दी विभाग द्वारा फर्जी अभिलेखों के जरिए लाभ पहुंचाने की साक्ष्य सहित सूचना पर गिरोह के विरूद्ध जाचं के लिए अपर जिलाधिकारी वित्त राजस्व प्रदीप कुमार तथा अपर उपजिलाधिकारी बलरामपुर संतोष कुमार ओझा की अध्यक्षता में दो सदस्यीय टीम गठित कर जांच कराया तो पता चला कि अविधिक व गलत कार्य में संलिप्त चकबन्दी अधिकारी बलरामपुर शिवमूरत सिंह कुशवाहा जो कि पदोन्नत होकर वर्तमान में बन्दोबस्त अधिकारी चकबन्दी सिद्धार्थनगर के पद पर तैनात हैं, उनके पेशकार न्यायालय चकबन्दी बलरामपुर महेन्द्र कुमार गुप्ता व राजस्व अभिलेखागार में कार्यरत कर्मचारी राम पुजारी, संग्रह अनुसेवक सम्बद्ध राजस्व अभिलेखागार बस्ताबरदार द्वारा विपक्षी को वर्ष 1979 के एक प्रकरण में मूल पत्रावली में आदेश न होते हुए भी चकबन्दी अधिकारी ने कार्यालय का दुरूपयोग करते हुए मैनुअल आदेश जारी कर दिया तथा जारी किये गये आदेश को राजस्व परिषद की वेबसाइट पर भी अपलोड नहीं किया गया और अभिलेखागार से आदेश की फर्जी नकल भी जारी करा दी गई। डीएम द्वारा गठित टीम की जांच में चकबन्दी अधिकारी बलरामपुर शिवमूरत सिंह, महेन्द्र गुप्ता पेशकार न्यायालय चकबन्दी, राम पुजारी संग्रह अनुसेवक दोषी पाये गये। डीएम के आदेश पर फर्जी नकल जारी कराकर लाभ उठाने वाले तीन व्यक्तियों अब्दुल खलील, अब्दुल सलीम पुत्रगण जाफर व मजीदुन्निशा पत्नी स्व0 जाफर निवासीगण ग्राम मानीगढ़ा, परगना सादुल्लानगर, तहसील उतरौला, जनपद बलरामपुर तथा तत्कालीन चकबन्दी अधिकारी बलरामपुर शिवमूरत सिंह, महेन्द्र गुप्ता पेशकार न्यायालय चकबन्दी, राम पुजारी संग्रह अनुसेवक के खिलाफ एफआईआर दर्ज करा दी गई है और प्रकरण में तत्कालीन चकबन्दी अधिकारी बलरामपुर शिवमूरत सिंह के खिलाफ शासन को चार्जशीट भी भेजी जा रही है।
जिलाधिकारी श्री सिंह ने बताया कि प्रकरण में संलिप्त अन्य व्यक्तियों की भी जांच कराई जा रही है, संलिप्त किसी भी व्यक्ति को कतई बख्शा नहीं जाएगा। जिलाधिकारी ने चेतावनी दी है कि कूट रचित काम करने वालों के विरूद्ध निश्चित ही कठोर कार्यवाही अमल में लायी जाएगी।
हिन्दी संवाद न्यूज़ से
रिपोर्टर वी. संघर्ष
बलरामपुर।
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