मंत्री श्री दिनेश प्रताप सिंह की पहल पर आयोजित हो रहा है रायबरेली महोत्सव


सांस्कृतिक विरासत को प्रदर्शित करने हेतु तीन दिवसीय रायबरेली महोत्सव का हुआ शुभारम्भ


प्रदेश की सांस्कृतिक विरासत को समृद्ध करने का कार्य किया जा रहा है



आने वाली पीढ़ी को जनपद के गौरवशाली इतिहास से परिचित करायेगा रायबरेली महोत्सव


लखनऊ: 11 जनवरी, 2024


  प्रदेश के उद्यान, कृषि विपणन, कृषि विदेश व्यापार तथा कृषि निर्यात राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री दिनेश प्रताप सिंह के पहल पर रायबरेली की सांस्कृतिक विरासत को प्रदर्शित करने हेतु तीन दिवसीय रायबरेली महोत्सव का शुभारम्भ किया गया। उन्होंने मुख्य अतिथि के रूप में रायबरेली महोत्सव पर आयोजित कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के द्वारा देश के तथा मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के द्वारा प्रदेश की सांस्कृतिक विरासत को समृद्ध करने का कार्य किया जा रहा है। 22 जनवरी को अयोध्या में भगवान श्रीराम जी मूर्ति की प्राण-प्रतिष्ठा के कार्यक्रम को प्रदेश में राष्ट्रीय उत्सव के रूप में मनाया जा रहा है। प्रधानमंत्री जी के नेतृत्व में अयोध्या के साथ-साथ प्रदेश एवं देश राममय बन रहा है। इसी कड़ी में जनपद रायबरेली की सांस्कृतिक विरासत के बारे में आने वाली पीढ़ियां जान सकें और उनसे प्रेरणा ले सकें, इसके लिए रायबरेली महोत्सव का आयोजन कराया गया है। उन्होंने बताया कि रायबरेली महोत्सव का मुख्य उद्देश्य रायबरेली जनपद की ऐतिहासिक पृष्ठभूमि तथा गौरवशाली इतिहास को आने वाली पीढ़ी को परिचित कराया जा सके, ताकि जनपद के निवासी यहां के आदर्श मूल्यों एवं आजादी की लड़ाई में दिये गये योगदान पर गौरवान्वित हो सकें।


उद्यान मंत्री ने कहा कि जनपद रायबरेली का गौरवशाली इतिहास एवं समृद्ध विरासत है। स्वतंत्रता संग्राम में यह जनपद का महत्वपूर्ण योगदान रहा। यहां के स्वतंत्रता सेनानियों ने ब्रिटिश साम्राज्य को उखाड़ फेंकने के लिए अपने प्राणों की आहूति दी। इसके अलावा इस जनपद का ऐतिहासिक, धार्मिक एवं पौराणिक महत्व है। यहां पर कई प्राचीन मन्दिर एवं मठ है। इसके अलावा दार्शनिक स्थल भी हैं। राज्य सरकार इनका सौन्दर्यीकरण कराकर पर्यटकों एवं आगन्तुकों को आकर्षित करने का प्रयास कर रही है ताकि स्थानीय लोगों को रोजगार के अवसर सृजित हो सके। उत्तर प्रदेश की पहली नगर पंचायत डलमऊ, ऋषि दालभ्य की तपोभूमि गंगा के पावन तट पर स्थित है।


कार्यक्रम के पहले दिन उद्यान मंत्री एवं साधु संतों की उपस्थिति में महामण्डलेश्वर देवेन्द्रानंद गिरीजी महराज के करकमलों द्वारा दीप प्रज्वलित कर महोत्सव का उद्घाटन किया गया। महोत्सव में बच्चों से लेकर बुजुर्गों तक के लिए मंच तैयार किये गये हैं। तीन दिवसीय महोत्सव में अलग-अलग शहरों से आये कलाकार अपनी प्रस्तुति देंगे।

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