मुख्यमंत्री ने अयोध्या में आगामी 22 जनवरी को श्रीराम जन्मभूमि मन्दिर में श्रीरामलला के प्राण प्रतिष्ठा समारोह की तैयारियों की समीक्षा की
प्राण प्रतिष्ठा समारोह को अलौकिक बनाने के लिए सभी आवश्यक प्रबन्ध करने के निर्देश
यह चिरप्रतीक्षित समारोह उ0प्र0 को अपनी आतिथ्य-संस्कृति से परिचय कराने का सुअवसर : मुख्यमंत्री
आयोजन में सहभागिता करने आ रहे अति विशिष्टजन की सुरक्षा व सम्मान के पुख्ता इंतजाम कर लिए जाएं
22-23 जनवरी के बाद हर दिन लाखों की संख्या में श्रद्धालुओं का अयोध्या आगमन होगा, ऐसे में आगामी 06 माह की स्थिति का आकलन करते हुए कार्ययोजना तैयार कर लें
धर्मपथ, जन्मभूमिपथ, भक्तिपथ तथा रामपथ की थीम आधारित सजावट कराएं
पार्किंग और यातायात प्रबन्धन की बेहतर कार्ययोजना बनाएं, रूट डायवर्जन का व्यापक प्रचार-प्रसार किया जाए
आगंतुकों के आवागमन के लिए इलेक्ट्रिक बसों की पर्याप्त उपलब्धता हो
अयोध्या धाम सुरक्षा, सुविधा और सेवाभाव का मानक होगा
प्राण-प्रतिष्ठा समारोह में नव्य-दिव्य-भव्य मन्दिर पर पुष्पवर्षा कार्यक्रम के दृष्टिगत न्यास के पदाधिकारियों व एयरफोर्स से संवाद/समन्वय बना लें
अगले माह 01 फरवरी को प्रदेश सरकार के सभी मंत्रिगण एक साथ श्रीरामलला का दर्शन-पूजन करने का पुण्य लाभ प्राप्त करेंगे
लखनऊ : 19 जनवरी, 2024
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने धर्मनगरी अयोध्या में आगामी 22 जनवरी को नव्य-दिव्य-भव्य श्रीराम जन्मभूमि मन्दिर में श्री रामलला के बालरूप विग्रह के प्राण प्रतिष्ठा समारोह को अलौकिक बनाने के लिए सभी आवश्यक प्रबन्ध करने के निर्देश दिए हैं।
मुख्यमंत्री जी ने आज अयोध्या में स्थानीय प्रशासन के अधिकारियों के साथ तैयारियों का स्थलीय निरीक्षण किया और समीक्षा बैठक में आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि श्रीरामलला के बालरूप विग्रह की प्राण-प्रतिष्ठा के बहुप्रतीक्षित कार्यक्रम में देश-विदेश से अतिथियों का आगमन हो रहा है। समारोह में भारत के सभी प्रांतों से संत, धर्माचार्य एवं गणमान्यजन की उपस्थिति होगी। इस अवसर पर सहभागिता करने आ रहे अति विशिष्टजन की सुरक्षा व सम्मान के पुख्ता इंतजाम कर लिए जाएं। हर वी0वी0आई0पी0 के साथ एक लाइजनिंग अधिकारी की तैनाती की जाए। इस कार्य में ऐसे लोगों की तैनाती की जाए, जो श्रीराम जन्मभूमि मुक्ति यज्ञ तथा अयोध्या के पौराणिक, ऐतिहासिक और भौगोलिक महत्व से सुपरिचित हों। इनकी काउंसिलिंग भी कराई जाए।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्राण-प्रतिष्ठा समारोह में आमंत्रित जनों के सुविधाजनक आवागमन के लिए उनसे सतत संवाद बनाएं। इसके लिए सक्रिय कॉल सेण्टर को 24 घण्टे चालू रखा जाए। कॉल सेण्टर में तैनात कार्मिकों का व्यवहार मधुर एवं सरल हो। अयोध्या की सुरक्षा के लिए प्रदेश सरकार की सुरक्षा एजेंसियों के साथ-साथ केन्द्रीय सुरक्षा एजेंसियां भी उपस्थित हैं। ऐसे में अस्थायी पुलिस लाइन बनायी जाए। यहां इनके रहने-खाने के स्तरीय प्रबन्ध होने चाहिए। केन्द्रीय एजेंसियों के साथ बेहतर समन्वय बनाएं। हर प्रकार की वाह्य और आन्तरिक सुरक्षा की आशंकाओं के दृष्टिगत कड़े सुरक्षा इंतजाम किए जाएं। चिन्हित रेड जोन/यलो जोन में पेट्रोलिंग बढ़ाएं।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि 22-23 जनवरी के बाद हर दिन लाखों की संख्या में श्रद्धालुओं का अयोध्या आगमन होगा। हर कोई श्रीरामलला के दर्शन करने को उत्सुक है। भारत के सभी राज्यों से लोग आएंगे। ऐसे में आगामी 06 माह की स्थिति का आकलन करते हुए कार्ययोजना तैयार कर लें। अन्तरजनपदीय तथा अन्तरराज्यीय पुलिस कोऑर्डिनेशन होना चाहिए, ताकि श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की असुविधा न हो। श्रीरामलला विग्रह की प्राण-प्रतिष्ठा के भव्य समारोह के उपरान्त अगले माह 01 फरवरी को उत्तर प्रदेश सरकार के सभी मंत्रिगण एक साथ श्रीरामलला का दर्शन-पूजन करने का पुण्य लाभ प्राप्त करेंगे।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि धर्मपथ, जन्मभूमिपथ, भक्तिपथ तथा रामपथ की थीम आधारित सजावट कराएं। इन मार्गों के शेष कार्यों को तत्काल पूरा कराएं। स्ट्रीट लाइट आदि की जांच-परख कर ली जाए। यह उत्सव और आनन्द का ऐतिहासिक अवसर है। ऐसे प्रयास करें कि सभी आगंतुक, श्रद्धालु तथा पर्यटक यहां से सुखद अनुभव लेकर जाए।
टेण्ट सिटी में अच्छी व्यवस्था है। यहां साफ-सफाई का ध्यान रखें। यहां ठहरने वालों को गर्म पानी मिले। टेण्ट सिटी में खाद्यान्न की उपलब्धता बनी रहे। इसी तरह, गर्मी के मौसम में सुविधाजनक स्थिति हो। फायर सर्विस की प्रभावी उपलब्धता सुनिश्चित कराएं। रैन बसेरों को और व्यवस्थित करें। कई स्थानों पर इनकी संख्या बढ़ाने की आवश्यकता है। धर्मनगरी में रात्रि विश्राम करने वाला एक भी व्यक्ति ठण्ड से ठिठुरता न मिले।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि 22 जनवरी के समारोह और उसके बाद के लिए पार्किंग और यातायात प्रबन्धन की बेहतर कार्ययोजना बनाएं। रूट डायवर्जन के बारे में व्यापक प्रचार-प्रसार किया जाए। विभिन्न जनपदों से अयोध्या को जोड़ने वाले प्रमुख मार्गों पर पर्याप्त पार्किंग की व्यवस्था हो। आगंतुकों के आवागमन के लिए इलेक्ट्रिक बसों की पर्याप्त उपलब्धता हो। इनकी पार्किंग के इंतजाम कर लें।
पूरी अयोध्या में कहीं भी फुटपाथ पर अतिक्रमण नहीं होना चाहिए, ताकि पैदल चलने वाले श्रद्धालुओं को सुविधा हो। अयोध्या धाम सुरक्षा, सुविधा और सेवाभाव का मानक होगा। प्राण-प्रतिष्ठा समारोह के चलते अगले दो-तीन दिनों तक अयोध्या में सामान्य आवागमन/यातायात प्रभावित होने की सम्भावना है। ऐसे में नगरवासियों को खाद्यान्न, पेयजल, रसोई गैस आदि आवश्यक वस्तुओं का अभाव न हो, इसके लिए सभी आवश्यक प्रबन्ध समय से कर लिए जाने चाहिए। अयोध्या धाम रेलवे स्टेशन तथा महर्षि वाल्मीकि अन्तरराष्ट्रीय एयरपोर्ट के आसपास साफ-सुथरा एवं स्वच्छ परिवेश हो। यहां की सुरक्षा की परख कर ली जाए, किसी प्रकार की कोई कमी ना रहे। आर0पी0एफ0 से भी कोऑर्डिनेशन होना चाहिए।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि अयोध्या में पूरी दुनिया से लोग आने वाले हैं। यहां तैनाती पाने वाले पुलिसकर्मियों का व्यवहार प्रदेश की छवि प्रभावित करने वाला होगा। ऐसे में उनकी काउंसिलिंग की जाए। श्रीरामलला के बाल रूप विग्रह की प्राण प्रतिष्ठा का यह चिरप्रतीक्षित समारोह उत्तर प्रदेश को अपनी आतिथ्य-संस्कृति से परिचय कराने का सुअवसर है। इसमें जनसहयोग लें।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रमुख मार्गों अथवा गलियों में धूल न उड़े और गन्दगी न हो। जगह-जगह कूड़ेदान रखे हों। आवश्यकतानुसार स्वच्छताकर्मियों की संख्या बढाएं। अयोध्याधाम को सिंगल यूज प्लास्टिक मुक्त बनाने का प्रयास होना चाहिए। प्राण-प्रतिष्ठा समारोह में नव्य-दिव्य-भव्य मन्दिर पर पुष्पवर्षा का कार्यक्रम है। इसके दृष्टिगत न्यास के पदाधिकारियों व एयरफोर्स से संवाद/समन्वय बना लें। सरयू नदी के पुराने पुल पर आवागमन न होने दें। सरयू नदी में जल पुलिस को सक्रिय रखें।
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