उतरौला बलरामपुर
रविवार को उतरौला के ग्राम पंचायत अमया देवरिया में मरहूम अनवारूल हसन रिज़वी के तरफ़ चेहल्लुम की मजलिस का आयोजन मरहूम मेहर अली कर्बलाई के अज़ाखाने पर किया गया।
मजलिस को मुम्बई से आए हुए मौलाना शाहिद हसन रिज़वी ने ख़िताब किया।
निज़ामत ज़ाहिद कानपुरी ने किया।
मजलिस के पूर्व मौलाना जा़यर अब्बास, शुजा उतरौलवी , मोनिस हुसैन रिज़वी, नूर ईलाही, मोहम्मद ज़ैद, कासिम गोण्डवी आदि लोगों ने अपने बेहतरीन कलाम पेश किये।
मजलिस को ख़िताब करते हुए मौलना ने कहा, कि अल्लाह ने सलाम को लोगों का गुरुर तोड़ने के लिए रखा है। सवारी पर बैठने वाले पैदल वालों को सलाम करें। बड़े महलों में रहने वाले झोपड़ियों में ज़िंदगी गुजा़रने वालों को सलाम करें, ताकि उन्हें अपनी सवारी और ऊंची इमारतों का घमंड नहीं होगा, और वह हर एक को अपना भाई समझेंगे, इतिहास में दो भाईयों की मिसाल नहीं मिलती है। एक मुहम्मद साहब के भाई हज़रत अली और दूसरे इमाम हुसैन के भाई हज़रत अब्बास जिन्होंने अपने भाई के लिए अपना सब कुछ कुर्बान कर दिया है। अंत में उन्होंने मौला अब्बास की शहादात का जिक्र किया, तो लोगों की आंखें नम हो गईं।
इस मौके पर रिज़वानुल हसन रिज़वी, हामिद अली, सुहेल रिज़वी, अर्शी रिज़वी, अली रिज़वी, इरफान रिज़वी, आमिर रिज़वी, शबाब हैदर रिज़वी, मोजिद हुसैन, वसी हैदर, फहमीद रज़ा, अली अम्बर रिज़वी, रईस मेंहदी, कायम मेंहदी सहित भारी संख्या में लोग मौजूद रहे।
असगर अली
उतरौला
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