उत्तर प्रदेश
जनपद-महराजगंज
दिनांक 17/13/2023 दिन रविवार को ग्राम सभा बनरहवा नौतनवा महराजगंज में इसाले सवाब के मौके पर हज़रत हाफ़िज़ कारी *वजूद आलम क़ादरी के पिता स्वर्गीय हाजी गयासुद्दीन अशरफी के फातिहा खोवानी के मौके पर इस्लाहे खोवातीन इस्लाम के नाम से दिन में 10:00 दस बजे से लेकर 2:45:मिनट तक जलसे का कार्यक्रम हुवा इस कार्यक्रम (जलसे)में महफिल पाक आगाज़ रब के मोक़द्दस कलामे पाक से शुरू हुवा, हज़रत हाफ़िज़ वजूद आलम के घर और उनके घर के आलेमात व फाजिलात व शायरात, नें नात, मनक़बत, और तक़रीर की, और साथ ही साथ महराजगंज जनपद के निस्वा स्कूल जामिया बरकातिया लिल्बनात मशहूरे ज़माना नाम सनाउल्लाह एजुकेशन एंड टेक्निकल गर्ल्स कॉलेज मुड़िला हसनपुर की मोअल्लिमात व मेहमानें खोसूसी के तौर पर बहैसियते ख़ातिबात खास के तौर पर शामिल होकर कर्यक्रम को सफल बनाये, जिसमें मोहतरमा मोकरर्मा आलिमा फाजिला करिया अफसाना खातून फ़िरदौसी,मोअल्लिमा सनाउल्लाह एजुकेशन मुड़िला नें कहा कि मेरी माताओं और बहनों इस्लाम को समझो, ईमान को समझो कोरान को समझो कोरान किताबे हिकमत है, तुम इसे अपना लो इसकी कसरत से तिलावत करने वाली बन जाओ कामियाबी व ज़माना तुम्हारे क़दमों को बोसा देंगी!और आलिमा कारिया मोहतरमा आसिया खातून बरकाती नें किरदारे तय्यबा व इबादते तैयाबा ताहिरा सय्यदा फातिमा रज़िअल्लाहों अन्हा की सज्जदे की कैफियत ब्यान करते हुवे फरमाती हैँ नमाज़ तमाम इबादतों में से सबसे अफ़ज़ल व आला हैँ, नमाज़ ऐसी इबादत है कि दफ़न(मरने)होने के बाद सबसे पहले कोई इबादत पूछी जायेगी तो नमाज़ जैसी इबादत पूछी जायेगी,उसे अपना लो सारी बुराइयाँ खत्म हो जाएंगी, और सारी परेशनिया दूर हो जायेंगी, इस कार्यक्रम के हज़रत अल्लामा मौलाना *गुलाम मोहिउद्दीन सुबहानी अशरफी* की मौजूदगी में और हज़रत कारी वजूद आलम, के मौजूदगी में हज़रत हाफ़िज़ व कारी *खैरुद्दीन अलीमी* के सदारत प्रबंधक एम. ए.हाईस्कूल व जामिया तुज़ज़ोहरा गर्ल्स कॉलेज शिकारगढ़ की कयादत में एहतेमाम पज़िर हुवा,
सबसे आखिर में मोहतरमा आलिमा फाजिला कारिया ख़तिबा रज़िया खातून संतकबीर नगरी मोआल्लीमा सना उल्लाह एजुकेशन नें इज़हार तशक्कूर पेश करते हुवे इज़हारे ख़्यालात में मदरसा सनाउल्लाह एजुकेशन मुडिला हसनपुर की तालीमें निशवा के आलिमा फाजिला मोहतरमा *जुबैदा खातून अम्मी जान* की देख रेख में चल रहे मदरसे की तालीम व उनकी कविशों की लोगों नें जमकर तारीफ की और साथ ही साथ वहाँ पर उपस्थित लोगों नें उनको मुबारकबाद भी पेश की ,
मदरसे के प्रबंधक *जमाल हैदर खान* के मेहनत और कड़ी मुशक्कतों से वहां पर उपस्थित सभी लोगों ने अपने-अपने दुआओं से सबको नवाजा, जमाल हैदर खान नें मुड़िला जैसे ज़रखेज जमीन पर इतना बड़ा इदारा क़ायम किया इदारा क़ायम करने और बच्चियों को दिनी तालीम से जोड़ने की जो फ़िक्र है वहाँ पर उपस्थित लोगों नें उनके फ़िक्र को सलाम करते हुवे उन्हें मुबारक़ बाद पेश की (मुबारक बाद दिए)

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