राजकुमार गुप्ता 
मथुरा।हिंदूवादी नेता दिनेश शर्मा ने कहा कि इलाहाबाद उच्च न्यायालय द्वारा एक ऐतिहासिक आदेश दिया गया है जिसमें उन्होंने कहा है कि श्री कृष्ण जन्मभूमि के बगल में ईदगाह मस्जिद है उस पर कोर्ट कमिश्नर द्वारा सर्वे होगा इस सर्वे के खिलाफ मुस्लिम पक्ष सुप्रीम कोर्ट चला गया है उन्होंने कहा कि मुस्लिम पक्ष के पास कोई भी साक्ष्य मौजूद नहीं है इसलिए वह इस केस को अटकाने और भटकाने का प्रयास करता है, मुस्लिम पक्ष के पास बिजली का बिल भी नहीं है जिससे वह यह साबित कर सकता है कि पहले मस्जिद थी या पहले मंदिर था ,मुस्लिम पक्ष की बिजली चोरी की शिकायत करने पर प्रदेश सरकार ने 3 लाख का जुर्माना ईदगाह कमेटी पर लगाया था ।दिनेश शर्मा ने कहा कि मुस्लिम पक्ष हमारे कृष्ण भगवान के मंदिर पर अवैध कब्जा करके बैठा है ,माननीय इलाहाबाद न्यायालय ने एक आदेश जारी किया था कि मथुरा ईदगाह मस्जिद की कोर्ट कमिश्नर द्वारा सर्वे कराई जाएगीउससे सभी कृष्ण भक्त बहुत खुश हैं ,सभी कृष्ण भक्त चाहते हैं कि जल्द से जल्द मथुरा मंदिर से ईदगाह मस्जिद हटे और हमारे भगवान श्री कृष्ण का मंदिर आजाद हो, लेकिन मुस्लिम पक्ष के सुप्रीम कोर्ट जाने पर कृष्ण भक्तों में मायूसी है कृष्ण भक्त चाहते हैं कि जल्द से जल्द ईदगाह मस्जिद का सर्वे हो और जितने भी भगवान कृष्ण के प्राचीन साक्ष्य की रिपोर्ट बनाकर अधिकारी न्यायालय में जमा करेगें जिससे न्यायालय को फैसला देने में आसानी होगी,जब सुप्रीम कोर्ट द्वारा इलाहाबाद हाई कोर्ट पर रोक लगा दी तो मामला यूं ही अटक जाएगा ,दिनेश शर्मा ने कहा कि भगवान श्री कृष्ण का यहां पर भव्य मंदिर था इसको मुगल शासको द्वारा कई बार तोड़ा गया है ,अब हिंदू बहुत ही आहत है इस पर फैसला जल्द से जल्द आना चाहिए क्योंकि सभी कृष्ण भक्तों की आस्था भगवान कृष्ण के मंदिर से जुड़ी हुई है यदि मंदिर जल्दी आजाद नहीं हुआ तो कृष्ण भक्तों को बहुत आघात पहुंचेगा, श्री कृष्ण जन्मभूमि केस के मोक्ष पक्ष का दिनेश शर्मा ने कहा कि इलाहाबाद हाईकोर्ट के फैसले आने पर सभी सनातनी हिंदुओं ने एक दूसरे को मिठाई खिलाकर खुशी का इजहार किया था ,सभी कृष्ण भक्त बहुत खुश हैं अब जल्द से जल्द सर्वे होना चाहिए और सर्वे होने पर दूध का दूध पानी का पानी अलग हो जाएगा क्योंकि जितने भी प्राचीन साक्ष्य हैं वह सभी इस मस्जिद के नीचे दबे हुए हैं जब औरंगजेब ने कृष्ण मंदिर को तोड़ा था तो यहां पर एक विशाल चबूतरा बनवाया था ,उसे चबूतरा के नीचे कृष्ण भगवान मंदिर का मलवा है उस मलवे में प्राचीन शिलालेख है, प्राचीन कृष्ण मंदिर की कलाकृतियां हैं ,शंख पुष्प के निशान है ,शेषनाग के निशान है और बहुत अनेक प्राचीन साक्ष्य इस मस्जिद के नीचे मौजूद हैं जब तक सर्वे नहीं होगी तब तक माननीय न्यायालय को कैसे पता चलेगा कि यहां पहले हिंदू मंदिर था ,इसलिए सर्वे होना बहुत जरूरी है उन्होंने भगवान से प्रार्थना की के जल्द से जल्द सर्वे हो जाए तो सभी कृष्ण भक्तों को बहुत खुशी हो.।

Post a Comment

If you have any doubts, please let me know

और नया पुराने