दुधवा, कतर्नियाघाट और चूका जैसे इको टूरिज्म के स्थलों पर सुगम आवागमन के लिए शुरू करें हेलीकॉप्टर सेवा: मुख्यमंत्री

 

मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में उत्तर प्रदेश राज्य वन्य जीव बोर्ड की 16वीं बैठक संपन्न

 

वन्य जीवों की सेवा में लगे पशु चिकित्सकों का कैडर बनाएं: मुख्यमंत्री

 

नेपाल से सटे इलाकों में नेपाली संचार कंपनियों का नेटवर्क आना गंभीर, आवश्यक कार्यवाही करें: मुख्यमंत्री

 

इको टूरिज्म स्थलों पर स्थानीय युवाओं को प्रशिक्षित कर बनाएं गाइड: मुख्यमंत्री

 

वन्य जीवों के साथ क्रूरता बड़ा अपराध, कोई भी दोषी मिले तो करें कठोर कार्रवाई: मुख्यमंत्री

 

सोहगीबरवा वन्यजीव प्रभाग इतिहास के अनेक रहस्यों को संजोये हुए है, यहां पुरातात्विक उत्खनन आवश्यक: मुख्यमंत्री

 

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी की अध्यक्षता में गुरुवार को उत्तर प्रदेश राज्य वन्य जीव बोर्ड की 16वीं बैठक संपन्न हुई। बैठक में प्रदेश की जैव विविधता को संरक्षित करने और इको पर्यटन की संभावनाओं को विस्तार देने सहित अनेक महत्वपूर्ण विषयों पर मुख्यमंत्री जी द्वारा दिशा-निर्देश दिए गए...

 

 ● दुधवा नेशनल पार्क, कतर्नियाघाट वाइल्डलाइफ सेंचुरी एवं पीलीभीत टाइगर रिजर्व के चूका जैसे इको टूरिज्म के स्थलों पर सुगम आवागमन हेतु हेलीकॉप्टर सेवा एवं 4 लेन रोड कनेक्टिविटी की सुविधा हो। ऐसे महत्वपूर्ण पर्यटन स्थलों पर स्थानीय लोगों को गाइड के रूप में प्रशिक्षित कर नियोजित करने, सैलानियों के ठहरने की उत्तम व्यवस्था विकसित कर टूरिज्म का माहौल बनाने पर जोर दिया जाए।

 

पशु-पक्षियों का संरक्षण-संवर्धन हमारी संस्कृति का अंग है। प्रदेश में हर साल एक तय समय पर बड़ी संख्या में साइबेरियन पक्षियों का आगमन होता है। इनकी सुरक्षा हम सबकी साझी जिम्मेदारी है। इन पक्षियों अथवा अन्य पशु-पक्षियों के साथ क्रूरता/अमानवीयता स्वीकार नहीं है। ऐसी हर एक घटना के दोषियों के विरुद्ध कठोरतम कार्रवाई की जाएगी।

 

गंगा की निर्मल एवं अविरल धारा के विकास एवं उनके संरक्षण हेतु किए जा रहे कार्यों से डॉल्फिन की संख्या में आशातीत बढ़ोतरी हुई है। इसी प्रकार, घाघरा, चंबल, सरयू, गेरुआ आदि अन्य नदियों में भी पाई जाने वाली डॉल्फिन व अन्य जीवों को संरक्षण देते हुए उनके संवर्धन का प्रयास किया जाए। इसके लिए स्थानीय ग्रामीणों को जागरूक करते हुए डॉल्फिन मित्र बनाया जाए। भारत सरकार से भी इस कार्य में आवश्यक सहयोग लिया जा सकता है।

 

नदियों में बढ़ती गाद एवं बाढ़ की समस्या के दृष्टिगत उनकी ड्रेजिंग का सतत जारी रखा जाना चाहिए। इससे गांवों के कटान में कमी आएगी, साथ ही, वनों एवं वन्य जीव की सुरक्षा की जा सकेगी। आय में वृद्धि भी होगी।

 

वन्य जीवों की चिकित्सा-सेवा में लगे पशु चिकित्सकों का कैडर बनाया जाए। इन चिकित्सकों का कार्य बड़ा महत्वपूर्ण है। कैडर होने से इन्हें समयबद्ध प्रोन्नति व अन्य लाभ आसानी से मिल सकेंगे।

 

पड़ोसी राष्ट्र नेपाल की सीमा से लगे क्षेत्रों में भारतीय सेल्युलर कंपनियों के नेटवर्क कवरेज की समस्या संज्ञान में आई है। ऐसा देखा जा रहा है कि इन क्षेत्रों में नेपाली संचार कंपनियों के मोबाइल नेटवर्क आ रहे हैं। इस ओर गंभीरता से ध्यान देने की आवश्यकता है। आवश्यक कार्यवाही की जाए।

 

सोहगीबरवा वन्यजीव प्रभाग, जनपद महराजगंज इतिहास के अनेक रहस्यों को संजोए हुए है। इस क्षेत्र के अन्तर्गत ग्राम-धरमौली में सोनारी वन भूमि पर पुरातात्विक उत्खनन कार्य कराया जाना चाहिए। एएसआई भी इसके लिए इच्छुक है। ऐसे में नियमानुसार राष्ट्रीय वन्य जीव बोर्ड की स्थायी समिति से अनापत्ति/वन्य जीव क्लीयरेन्स हेतु प्राप्त कर आवश्यक कार्यवाही करें।

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प्रधानमंत्री जी के अयोध्या आगमन से धर्मनगरी में होगा 'विकास के नए युग का सूत्रपात': मुख्यमंत्री

 

अविस्मरणीय होगा प्रधानमंत्री जी का राममय अयोध्या में आगमन: मुख्यमंत्री

 

30 दिसंबर को धर्मनगरी अयोध्या से देश को मिलेगा एक नया एयरपोर्ट, अयोध्या को हजारों करोड़ की परियोजनाओं का उपहार

 

प्रधानमंत्री जी के अभिनन्दन को उत्सुक हैं अयोध्यावासी, होगा भावपूर्ण अभिवादन: मुख्यमंत्री

 

मुख्यमंत्री ने की प्रधानमंत्री के अयोध्या कार्यक्रम के तैयारियों की समीक्षा

 

अयोध्या नगर की स्वच्छता पर विशेष ध्यान, तैनात करें अतिरिक्त स्वच्छताकर्मी

 

प्रधानमंत्री का अयोध्या रोड शो जनता के लिए, जनभावनाओं का हो यथोचित सम्मान: मुख्यमंत्री

 

मुख्यमंत्री का निर्देश, अभेद्य हो सुरक्षा व्यवस्था, ट्रैफिक प्रबंधन के लिए बनाएं ठोस कार्ययोजना

 

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने आगामी 30 दिसंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के धर्मनगरी अयोध्या आगमन को 'अविस्मरणीय समारोह' बनाने के लिए सभी प्रबंध करने के निर्देश दिए हैं। गुरुवार को प्रदेश सरकार के वरिष्ठ मंत्री सूर्य प्रताप शाही व दयाशंकर सिंह तथा महापौर अयोध्या सहित स्थानीय प्रशासन के साथ वर्चुअल बैठक कर मुख्यमंत्री जी ने कार्यक्रम के तैयारियों की समीक्षा की और आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। बैठक में मुख्यमंत्री जी द्वारा दिए गए प्रमुख दिशा-निर्देश..

 

वर्ष 2023 की विदा वेला पर धर्मनगरी अयोध्या में आदरणीय प्रधानमंत्री जी का आगमन अयोध्या में ‘विकास के नए युग’ के प्रारंभ करने वाली होगी। इस अवसर पर देश को न केवल एक नए अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट का उपहार मिलने जा रहा है, बल्कि अयोध्या को हजारों करोड़ की परियोजनाओं के उपहार भी मिलेगा।

 

प्रधानमंत्री जी के रोड शो के लिए तय रूट पर सुरक्षा और साफ-सफाई की अच्छी व्यवस्था हो। पूरी अयोध्या राममय हो। स्थानीय मठ-मंदिरों को सजाएं। भव्य तोरण द्वार तैयार कराएं। जगह-जगह सांस्कृतिक मंडलियों द्वारा रुचिकर प्रस्तुतियां हों।

 

प्रधानमंत्री जी के स्वागत हेतु अयोध्यावासी भी उत्सुक हैं। उन्हें यथोचित स्थान दें। साधु-संतगणों द्वारा पुष्पवर्षा कर प्रधानमंत्री जी का अभिनन्दन किया जाना है। उनसे संवाद बनाएं। यह रोड शो जनता के लिए है, ऐसे में जनभावनाओं का सम्मान किया जाना चाहिए।

 

प्रधानमंत्री जी का यह अयोध्या दौरा अयोध्या को हजारों करोड़ की परियोजनाओं का उपहार देने वाला होगा। यह आयोजन अति महत्वपूर्ण है, इसके दृष्टिगत भारत सरकार के सहयोग से स्थानीय प्रशासन द्वारा सभी आवश्यक तैयारियां समय से पूरी कर ली जाएं।

 

विशेष अवसर पर प्रधानमंत्री जी जनसभा को भी संबोधित करेंगे। जनसभा में आसपास के जनपदों से डेढ़ से 2 लाख आम नागरिकों के आने की संभावना के दृष्टिगत सभी तैयारियां और अयोध्या को जोड़ने वाले प्रमुख मार्गो पर पर्याप्त पार्किंग व्यवस्था एवं जनसभा में आने वाले नागरिकों की आधारभूत सुविधाओं की पर्याप्त व्यवस्था की जाए। भीड़ प्रबंधन पर फोकस करें।

 

जनसभा स्थल एवं अन्य प्रमुख स्थलों पर वाहनों की पार्किंग की पर्याप्त व्यवस्था हो और उन पार्किंगों के पास पर्याप्त जन सुविधाओं की भी व्यवस्था की जाए। चिकित्सकों की तैनाती करें।

 

यह समारोह बड़ा है। बड़ी संख्या में जनभागीदारी होगी। इसलिए सुरक्षा के पुख्ता प्रबंध होने चाहिए। एरियल सर्विलांस भी हो। वर्दीधारी सुरक्षाकर्मियों।के अलावा सादी वर्दी में भी पुलिस की तैनाती की जाए।प्रधानमंत्री जी के सुरक्षा प्रोटोकॉल का कड़ाई से अनुपालन करायें।

 

निकटवर्ती जिलों के प्रशासन से संवाद कर यातायात प्रबंधन की रणनीति लागू करें। लखनऊ-गोरखपुर मार्ग पर कहीं जाम न लगे। डायवर्जन के बारे में समय से प्रचार-प्रसार करें।

 

प्रधानमंत्री जी के रोड शो के रूट को आकर्षक ढंग से सजाएं। रूट में पड़ने वाली दुकान/व्यावसायिक प्रतिष्ठान खुली रहें। व्यवसायियों को अपने प्रतिष्ठान की साज सज्जा के लिए प्रोत्साहित करें।

 

एयरपोर्ट से रेलवे स्टेशन के पूरे क्षेत्र में हमें स्वच्छता का विशेष ध्यान देना होगा। अयोध्या में कहीं भी सड़कों पर धूल तथा गन्दगी आदि न हो। आवश्यकतानुसार अतिरिक्त मैनपॉवर भी तैनात करें।

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ईयर इंडर 2023 - कानून व्यवस्था

 

मिट्टी में मिल गये माफिया, 60 हजार पुलिस पदों पर भर्ती प्रक्रिया शुरू

 

- योगी राज में इस साल माफिया के मकड़जाल से पूरी तरह से मुक्त हुआ उत्तर प्रदेश

 

- सुधरी कानून व्यवस्था तो उद्योग जगत से मिला 40 लाख करोड़ का निवेश प्रस्ताव

 

- एनसीआरबी ने भी यूपी की सुधरी कानून व्यवस्था पर लगाई अपनी मुहर

 

- अपराधियों से सीधे लोहा ले रही पुलिस, अदालतों में प्रभावी पैरवी से मिल रही गुनाहों की सजा

 

- व्यापारियों से रंगदारी मांगने वाले या तो भेजे गये सलाखों के पीछे या पुलिस मुठभेड़ में हुए ढेर

 

- शोहदों की आई शामत, बहन-बेटियों से छेड़खानी करने की जुर्रत अब किसी में नहीं

 

- सेफ सिटी प्रोजेक्ट के तहत यूपी के 18 शहरों की सुरक्षा व्यवस्था को किया गया फुल प्रुफ

 

- गैंगेस्टरों की 5775 करोड़ से अधिक की संपत्ति जब्त

 

लखनऊ, 28 दिसंबर। वर्ष 2023 उत्तर प्रदेश में कानून व्यवस्था के मोर्चे पर काफी अहम साल साबित हुआ है। यूपी को माफिया, अपराध और भयमुक्त प्रदेश बनाने के लिए संकल्पबद्ध योगी सरकार की जीरो टॉलरेंस की नीति का ही परिणाम रहा कि दशकों तक राज्य में आतंक का पर्याय रहे  छोटे-बड़े सभी माफिया डॉन और उनका आपराधिक साम्राज्य पूरी तरह से मिट्टी में मिल चुका है। प्रदेश में व्यापारियों से रंगदारी ओर महिलाओं से छेड़खानी करने वाले तत्व या तो सलाखों के पीछे पहुंचा दिये गये या पुलिस मुठभेड़ में ढेर किये जा चुके हैं। इसके अलावा यूपी पुलिस को मजबूत बनाने के लिए इस साल 60 हजार से अधिक कांस्टेबल की भर्ती प्रक्रिया भी शुरू की गई है। 

 

नेस्तनाबूद हुए माफिया, शोहदों की आई शामत, उद्योगों का बना फेवरेट डेस्टिनेशन

2023 माफिया मुक्त उत्तर प्रदेश के लिए जाना जाएगा। योगी सरकार की अपराध और अपराधियों के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति ने प्रदेश के माफिया साम्राज्यों को नेस्तनाबूद कर दिया है। दशकों तक आतंक का पर्याय रहे यूपी के सबसे कुख्यात माफिया मुख्तार अंसारी को इस साल सबसे बड़ी चोट मिली है। माफिया मुख्तार को 2023 में एक के बाद एक 4 मामलों में सजा सुनाई गई है, जिसमें आजीवन कारावास जैसी अधिकतम सजा भी शामिल है। माफिया के आर्थिक 604 करोड़ से अधिक के साम्राज्य को भी पूरी तरह से मिट्टी में मिलाया जा चुका है। इसके अलावा प्रयागराज के अतीक गैंग का भी समूल विनाश हो चुका है। इन दोनों दुर्दांत माफिया के प्रयागराज और लखनऊ में स्थित अवैध कब्जों को मुक्त कराते हुए गरीबों के लिए आवास बनाए जा रहे हैं। वहीं माफिया विजय मिश्रा, अनुपम दूबे, सऊद अख्तर, धर्मेन्द्र व संजय सिंघला जैसे बड़े माफिया को योगी राज में कानून के जरिए उनके गुनाहों की सजा मिल चुकी है। बड़े माफिया के अलावा इलाकाई गुंडे-बदमाश और शोहदों के खिलाफ भी ताबड़तोड़ कार्रवाइयां हुई हैं। लॉ एंड ऑर्डर मेंटेन होने के चलते देश और दुनिया की नामी कंपनियां अब यूपी में निवेश के लिए आ रही हैं और इसी साल फरवरी में आयोजित हुए ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट में उत्तर प्रदेश को अबतक 40 लाख करोड़ के निवेश प्रस्ताव प्राप्त हुए।

 

एनसीआरबी ने भी लगाई मुहर

एनसीआरबी के ताजा आंकड़ों ने भी यूपी में सुदृढ़ हुई कानून व्यवस्था पर मुहर लगा दी है। पूरे देश के क्राइम रेट 258.1 प्रतिशत के सापेक्ष यूपी में अपराध की दर 171.6 प्रतिशत है। दर्ज मुकदमों के आधार पर देश के अन्य राज्यों के मुकाबले यूपी 20वें स्थान पर है, जबकि उत्तर प्रदेश पूरे देश में सबसे ज्यादा जनसंख्या वाला राज्य है। जो यह दर्शाता है कि कई राज्यों की तुलना में यूपी में अपराधिक घटनाओं में काफी कमी आई है। इसके अलावा महिला संबंधी अपराधों में सजा दिलाने में यूपी ने बड़े राज्यों में बाजी मारी है।

 

टेक्नोलॉजी ने शहरों को बनाया सुरक्षित, पुलिस बल को किया गया मजबूत

सेफ सिटी परियोजना को धरातल पर उतारने के लिए योगी सरकार की ओर से युद्धस्तर पर काम किया जा रहा है। सेफ सिटी परियोजना के पहले चरण के तहत 17 नगर निगमों व गौतमबुद्ध नगर में इन्टीग्रेशन के लिए 21,968 कैमरों लगाए जा रहे हैं। इसमें से 15,732 को कण्ट्रोल रूम से इन्टीग्रेट किया जा चुका है। शहरों को पूरी तरह से सीसीटीवी सर्विलांस से ना सिर्फ अपराधों में कमी आ रही है बल्कि आपराधिक घटनाओं का खुलासा भी त्वरित गति से हो रहा है। इसके अलावा साइबर अपराध के मामलों को देखते हुए प्रदेश में 57 साइबर थानों की स्थापना भी एक नजीर बन गया है। यही नहीं प्रदेश में पुलिस के इकबाल को मजबूत करते हुए ना सिर्फ नई बैरकों का निर्माण हो रहा है बल्कि साल का अंत होते होते अबतक की सबसे बड़ी 60 हजार से अधिक कांस्टेबल भर्ती की प्रक्रिया भी शुरू हो चुकी है। 

 

एक नजर : प्रभावी पैरवी से अपराधियों को मिल रही गुनाहों की सजा

 

- अधिनस्थ न्यायालयों में कुल 1,52,594 मामलों में तथा सत्र न्यायालयों में 7,285 मामलों में अपराधियों को सजा कराई गई।

- पाक्सो एक्ट में 13 मामलों में मृत्युदंड, 291 मामलों आजीवन कारावास, 1101 मामलों में 10 साल की सजा, और 1334 मामलों में 10 साल से कम की सजा दिलाई गई है।

- पाक्सो एक्ट के अंतर्गत चार्जशीट दाखिल होने के एक माह के अंदर 34 मामलों में और दो माह से भी कम समय में 74 मामलों में सजा कराई गई है।

- महिलाओं और नाबालिगों के खिलाफ होने वाले विभिन्न अपराधों में 4312 मामलों में सजा कराई गई है।

- जिलों के टॉप 10 अपराधियों में 77 मामलों में 83 अपराधियों को प्रभावी पैरवी के जरिए दोषी सिद्ध कराया जा चुका है।

- यूपी के 32 जिलों में गैंगेस्टर एक्ट के तहत 5775 करोड़ से अधिक की संपत्तियां जब्त की गई हैं।

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रामोत्सव 2024

 

सात दिन तक चलेगा प्राण-प्रतिष्ठा अनुष्ठान

 

16 से 22 जनवरी तक होंगे विविध आयोजन

 

22 जनवरी को पीएम के करकमलों से अपने दिव्य नव्य-भव्य धाम में विराजमान होंगे रामलला

 

अयोध्या, 28 दिसंबरः मर्यादा पुरुषोत्तम प्रभु श्रीराम मंदिर की प्राण-प्रतिष्ठा समारोह की तैयारियां काफी तेजी से चल रही हैं। जैसे-जैसे यह पल समीप आ रहा है, आमजन में जिज्ञासा भी बढ़ती जा रही है। उल्लेखनीय है कि अयोध्या में सात दिनों तक वृहद स्तर पर अनुष्ठान प्रक्रिया चलेगा, जिसकी शुरुआत 16 जनवरी से होगी। 22 जनवरी को श्रीरामलला के विग्रह की प्राण प्रतिष्ठा होगी।  22 जनवरी को प्रधानमंत्री नरेंद्र दामोदर दास मोदी के करकमलों से श्रीराम अपने दिव्य-भव्य मंदिर में विराजमान होंगे। इस कार्यक्रम के मद्देनजर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ निरंतर अयोध्या दौरा कर रहे हैं। दो दिसंबर व 21 दिसंबर को अयोध्या पहुंचे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ निरंतर राम मंदिर निर्माण कार्य का अपडेट ले रहे हैं। इस कार्यक्रम में देश-विदेश से काफी संख्या में आगंतुक उपस्थित रहेंगे।

 

 

बॉक्स

सात दिवसीय अनुष्ठान कार्यक्रम

16 जनवरीः मंदिर ट्रस्ट की ओर से नियुक्त यजमान द्वारा प्रायश्चित, सरयू नदी के तट पर दशविध स्नान, विष्णु पूजन और गोदान

 

17 जनवरीः रामलला की मूर्ति के साथ अयोध्या भ्रमण करेगी शोभायात्रामंगल कलश में सरयू का जल लेकर मंदिर पहुंचेंगे श्रद्धालु

 

18 जनवरीः गणेश अंबिका पूजन, वरुण पूजन, मातृका पूजन, ब्राह्मण वरण, वास्तु पूजन आदि से विधिवत अनुष्ठान आरंभ होगा

 

19 जनवरीः अग्नि स्थापना, नवग्रह स्थापना और हवन

 

20 जनवरी: मंदिर के गर्भगृह को सरयू के पवित्र जल से धोने के बाद वास्तु शांति और अन्नाधिवास होगा

 

21 जनवरीः 125 कलशों से दिव्य स्नान के बाद शैयाधिवास कराया जाएगा

 

22 जनवरीः सुबह पूजन के बाद मध्यान्ह काल में मृगशिरा नक्षत्र में रामलला के विग्रह की प्राण-प्रतिष्ठा होगी

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रामोत्सव 2024

 

लग्जरी होटल को भी मात दे रही अयोध्या की आधुनिक टेंट सिटी, विशिष्ट पकवानों से होगा श्रद्धालुओं का आतिथ्य-सत्कार

 

अयोध्या विकास प्राधिकरण के इस प्रयास के जरिए तीर्थ यात्रियों को पावन सरयू तट के समीप मिलेगा 'हेरिटेज कॉटेज स्टे' जैसा अहसास

 

-डबल ऑक्यूपेंसी वाले ये टेंट सुइट्स लग्जरी होटल जैसी सुख-सुविधाओं से हैं लैस, प्रकृति की छांव में पौराणिक व आधुनिक अयोध्या के समावेश की अनुभूति को कर रहे प्रशस्त

 

-ब्रह्म कुंड, राम कथा पार्क, बाग बिजेसी, कारसेवकपुरम व मणिदास की छावनी में विभिन्न केटेगरीज की टेंट सिटीज के जरिए हजारों श्रद्धालुओं के आतिथ्य को तैयार है अयोध्या

 

-सीएम योगी की मंशा अनुसार इन टेंट सिटीज में मिलेट्स, मोटे अनाज व सीजनल साग-सब्जियों से बने अवधी व बनारसी जायकों का विशेष तौर पर परोसा जाएगा स्वाद

 

अयोध्या, 28 दिसंबर। प्रभु श्रीराम उत्तर प्रदेश समेत देश-दुनिया की आस्था का केंद्र तो हैं ही, मगर जिस पावन नगरी में खुद श्रीहरि नारायण 'मर्यादा पुरुषोत्तम' के रूप में साकार हुए हों उसका वैभव भला शब्दों में कैसे बयां हो सकता है। यही कारण है कि जिस प्रकार राम नाम की महिमा का बखान करते भक्त नहीं थकते उसी प्रकार अयोध्या भी केवल नगर नहीं बल्कि 'वैराग्य के वैभव' का जीवित प्रतिमान है। 'राम राज्य' की परिकल्पना को साकार होते देखने वाले इस शहर ने कई सदियों तक पराभव का दंश झेला, मगर अब दिन बहुरे तो एक बार फिर अयोध्या का खो चुका वैभव नए प्रारूपों में लौट कर आ रहा है। विकास के पथ पर अग्रसर अयोध्या में 22 जनवरी 2024 को भव्य जन्मभूमि मंदिर में प्रभु श्रीराम के विग्रह की प्राण-प्रतिष्ठा कार्यक्रम से पूर्व ही पूरी दुनिया के श्रद्धालुओं का तांता लगने लगा है। ऐसे में, उनकी आवभगत के लिए पीएम मोदी के विजन और सीएम योगी के क्रियान्वयन के फलस्वरूप अयोध्या में कई प्रकार की सुविधाओं का विकास हो रहा है। इन्हीं में से एक है यहां की आधुनिक टेंट सिटी जिसे अयोध्या विकास प्राधिकरण (एडीए) द्वारा डेवलप किया जा रहा है। एडीए की ये टेंट सिटीज डबल ऑक्यूपेंसी वाली लग्जरी व सेमी लग्जरी केटेगरी सुइट बेस्ड हैं। यहां ठहरने वाले श्रद्धालुओं को प्रकृति की छांव में पौराणिक व आधुनिक अयोध्या के समावेश की अनुभूति होगी।

 

हजारों श्रद्धालुओं के लिए 'नव्य-भव्य अयोध्या' में ठहरने का माध्यम बन रही है टेंट सिटीज

अयोध्या में श्रीराम जन्मभूमि स्थल पर बनाए जा रहे भव्य राम मंदिर में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा का समय धीरे-धीरे निकट आ रहा है। प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में देश-विदेश से लाखों लोगों के अयोध्या पहुंचने की संभावना है। इसे देखते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की मंशा के अनुरूप श्रीराम मंदिर तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट व अयोध्या विकास प्राधिकरण की ओर से विभिन्न स्थानों पर टेंट सिटी का निर्माण कराया गया है। माझा गुप्तार घाट में 20 एकड़ भूमि में टेंट सिटी स्थापित किया जा रहा है, जिसमें हजारों श्रद्धालुओं के रहने की व्यवस्था की जा रही है। ब्रह्मकुंड के पास भी टेंट सिटी स्थापित की जा रही है, जिसमें 35 टेंट लग रहे हैं। वहीं, रामकथा पार्क में भी 30 टेंट्स की सिटी स्थापित की जा रही है। इसी प्रकार तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट की ओर से बाग बिजेसी में 25 एकड़ भूमि में टेंट सिटी स्थापित की जा रही है, जिसमें हजारों लोगों के रुकने की व्यवस्था हो सकेगी। इसके अतिरिक्त कारसेवकपुरम व मणिराम दास की छावनी में भी श्रद्धालुओं के ठहरने के लिए टेंट सिटी को स्थापित किया जा रहा है।

 

अवधी, बनारसी जायकों में मिलेगा मिलेट्स व सीजनल कुजीन का स्वाद

'हेरिटेज कॉटेज स्टे' का आभास देने वाले इन टेंट सिटीज में यूं तो देश-दुनिया के तमाम जायकों का स्वाद श्रद्धालुओं को मिल सकेगा, मगर इसमें सबसे विशिष्ट अवधी व बनारसी जायके होंगे। ब्रह्म कुंड व राम कथा पार्क में स्थापित टेंट सिटी का विकास एडीए द्वारा प्राइवेट पार्टनरशिप के जरिए किया गया है। ब्रह्न कुंड की टेंट सिटी 1 दिसंबर से संचालित हो रही है। यहां ठहरने वाले श्रद्धालुओं को मिलेट्स व मोटे अनाज के बने पकवान, मक्के की रोटी-सरसों का साग समेत सीजनल साग-सब्जियों की तमाम वेराइटी पेश की जाएगी। इसके अलावा, बाजरे की रोटी व अन्य रेसिपीज, मटर का निमोना, बाटी-चोखा और मूंग खिचड़ी समेत कई प्रकार के स्थानीय पकवान भी परोसे जाएंगे। हेल्थ कॉन्शियस लोगों को यहां डिटॉक्स वॉटर की भी सुविधा मिलेगी, साथ ही पर्सनलाइज्ड कुजीन प्रेफरेंसेस को भी तरजीह दी जाएगी।

 

शानदार इंटीरियर्स के साथ ही वुडन डेक बेस्ड टेंट्स में होंगी तमाम सहूलियतें

वुडन डेक बेस्ड इन टेंट्स में रहने वाले लोगों को शानदार इंटीरियर्स के साथ आराम कुर्सी, सोफे, डाइनिंग लाउंज, पर्सनल वोल्ट, रूम हीटर, एसी व हाई स्पीड इंटरनेट समेत तमाम सहूलियतें मिलेंगी। यहां बोनफायर, कल्चरल इवेंट्स के लिए ओपन एयर थिएटर और सोविनियर शॉप की भी सहूलियत लोगों को मिलेगी। ये टेंट्स लॉन्ग ड्यूरेबिलिटी बेस्ड हैं और एक बार स्थापित किए जाने के बाद 10 वर्षों तक इनका संचालन किया जा सकता है।

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रामोत्सव 2024

 

सरयू में आस्था की डुबकी को और सुरक्षित बना रही योगी सरकार

 

घाटों पर आने वाले श्रद्धालुओं व बोटिंग करने वाले पर्यटकों की सुरक्षित यात्रा को किया जा रहा सुनिश्चित

 

श्रद्धालुओं की संख्या बढ़ने के साथ ही बढ़ती चुनौती से पार पाने को तैयार है जल पुलिस

 

कई उपकरणों से लैस है जल पुलिस, कई नए उपकरण भी जल्द ही आएंगे

 

22 जनवरी को होने वाले लोकार्पण समारोह में घाट पर होने वाले मूवमेंट को लेकर जल पुलिस ने की है तैयारी

 

लखनऊ, 28 दिसंबरः 22 जनवरी को मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम के विग्रह की प्राण प्रतिष्ठा से पूर्व अयोध्या के प्रति श्रद्धालुओं का आकर्षण बढ़ा है। आस्था के केंद्र रामलला को भव्य गर्भगृह में विराजमान देखने की लालसा लिए असंख्य श्रद्धालु प्रतिदिन अयोध्या की तरफ खिंचे चले आ रहे हैं। पवित्र सरयू में स्नान, तर्पण, आचमन समेत विभिन्न अनुष्ठानों की पूर्ति तथा घाटों के सौंदर्यीकरण का साक्षी बनने की चाह लिए देश भर से श्रद्धालुओं का तांता सरयू के समस्त घाटों की ओर भी बढ़ रहा है। ऐसे में, श्रद्धालुओं की भीड़ का उचित प्रबंधन, मार्गदर्शन तथा किसी अप्रिय परिस्थिति में तत्काल समाधान उपलब्ध कराने के लिए योगी सरकार ने अयोध्या में जल पुलिस की तैनाती की गई है। उल्लेखनीय है कि वाराणसीप्रयागराज, मीरजापुर के बाद अयोध्या वह चौथा शहर है, जहां के घाटों पर श्रद्धालुओं की सुरक्षा के दृष्टिगत जल पुलिस की तैनाती की गई है। 

 

विस्तृत योजना के जरिए ट्रैकिंग प्रकिया को दिया जा रहा अंजाम

30 दिसंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आगमन और कई बड़ी परियोजनाओं की सौगात सौंपने के बाद अयोध्या के प्रति श्रद्धालुओं के आकर्षण में और वृद्धि होगी। वहीं 22 जनवरी को मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम के विग्रह की प्राण प्रतिष्ठा के कार्यक्रम में सम्मिलित होने के लिए देश-दुनिया से आने वाले वीवीआईपी के घाटों पर होने वाले मूवमेंट को लेकर भी जल पुलिस ने विविधत तैयारियां कर रखी हैं। फिर बात चाहे नया घाट के सौंदर्यीकरण की हो, गुप्तार घाट पर वाटर एडवेंचर स्पोर्ट्स एक्टिविटी की हो या फिर जमथरा घाट समेत समस्त घाटों पर किसी अप्रिय स्थिति में त्वरित कार्रवाई की जरूरत हो, जल पुलिस इन सभी विषयों को लेकर न केवल तैयार है, बल्कि विस्तृत कार्ययोजना के तहत कार्यप्रणाली को विस्तारित करने की दिशा में प्रयासरत है।

 

यह सुविधा कराई गई है मुहैया

एक हेड कॉन्स्टेबल व 19 कॉन्स्टेबल ड्यूटी पर हैं। सुरक्षा उपकरण 4 बोट, चार इंजन (50 एचपी), 10 थ्रो बाल, 10 लाइफ ब्वाय रिंग, 15 लाइफ जैकेट, 10  रेस्क्यू ट्यूब व 2 ड्रैगन लाइट की व्यवस्था है। इसके साथ ही एसडीआरएफ (राज्य आपदा मोचन बल) की दो प्लाटून है, जिसमें 35 लोग तैनात हैं। वहीं 20 जनवरी तक अन्य सुविधाएं बढ़ाई जानी संभावित हैं। इसमें छह बोट, लाइफ जैकेट व अन्य जरूरी उपकरण बढ़ने की संभावना है। नयाघाट से गुप्तारघाट तक यह जवान मुस्तैद रहते हैं।

 

कई अप्रिय घटनाओं को रोकने में जल पुलिस रही है सक्रिय

2019 में अयोध्या में जल पुलिस की तैनाती की गई। चार वर्षों में 400 से अधिक लोगों को जल पुलिस बचा चुकी है। दुर्घटनावश नदी के गहरे पानी में उतर जाने वाले लोग, बाढ़ग्रस्त इलाकों में संकट में फंसे लोगों के लिए भी जल पुलिस उम्मीद की किरण की तरह कार्य करती है। यहाँ आने वाले श्रद्धालुओं की बढ़ती संख्या के कारण इनकी चुनौती और बढ़ेगी। इसके लिए विस्तृत कार्ययोजना तैयार की जा चुकी है, इस पर कार्य भी जारी है।

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