वृन्दावन।छीपी गली स्थित प्रियावल्लभ कुंज में नव संस्थापित सेवाभावी संस्था श्रीहित उत्सव चैरिटेबल ट्रस्ट (रजि.) का उद्घाटन समारोह आचार्य विष्णु मोहन नागार्च के पावन सानिध्य में वर्चुअल मीटिंग के द्वारा बड़े ही हर्षोल्लास व धूमधाम के साथ किया गया।जिसमें नगर के बुद्धिजीवी व प्रतिष्ठित व्यक्तियों के अलावा देश-विदेश के अनेकों व्यक्तियों ने बढ़-चढ़ कर भाग लिया।समारोह का शुभारंभ श्रीहित हरिवंश महाप्रभु के चित्रपट के समक्ष दीप प्रज्ज्वलन के साथ हुआ।तत्पश्चात गोविंद शरण मिश्रा के द्वारा मंगलाचरण किया गया।
उद्घाटन समारोह की अध्यक्षता करते हुए श्रीहित उत्सव चैरिटेबल ट्रस्ट के संरक्षक आचार्य विष्णु मोहन नागार्च (बाबूजी) ने कहा कि श्रीहित उत्सव चैरिटेबल ट्रस्ट की स्थापना श्रीराधा वल्लभ संप्रदाय का अत्यधिक संवर्धन व उन्नयन के लिए की गई है।जिसके अंतर्गत श्रीराधाबल्लभीय संतों की वाणियों व पांडुलिपियों का संग्रह करके उनका प्रकाशन करने का कार्य किया जाएगा।
ट्रस्ट के मार्ग दर्शक पंडित रासबिहारी मिश्रा व पण्डित जुगल किशोर शर्मा ने कहा कि हमारा ट्रस्ट आयकर अधिनियम की धारा 80-जी के अंतर्गत कर मुक्त है।अत: सभी सेवाभावी व्यक्तियों को हमारे इस सेवाभावी ट्रस्ट का हर संभव सहयोग करना चाहिए।
श्रीहित उत्सव चैरिटेबल ट्रस्ट के संस्थापक अध्यक्ष श्रीहित ललित वल्लभ नागार्च एवं महामंत्री श्रीहित रसिक वल्लभ नागार्च ने कहा कि हमारा ट्रस्ट देश भर में संत, विप्र, गौ, निर्धन, निराश्रित, अपाहिज आदि की सेवा करने में पूर्ण समर्पण के साथ संकल्पबद्ध है।साथ ही निर्धन कन्याओं की शिक्षा से लेकर उनके भरण-पोषण व विवाह आदि में हर संभव सहयोग प्रदान करेगा।इसके अलावा रोगी सेवा, जल सेवा, अन्न क्षेत्र, निःशुल्क चिकित्सा सेवा आदि भी हमारे ट्रस्ट के द्वारा की जाएगी।
श्रीहित उत्सव चैरिटेबल ट्रस्ट के समन्वयक व मीडिया प्रभारी डॉ. गोपाल चतुर्वेदी ने कहा कि हमारा ट्रस्ट कथनी में नहीं करनी में विश्वास करता है।आप सभी को बहुत ही कम समय में हमारे ट्रस्ट के सेवा कार्यों को देखकर स्वयं यह महसूस होगा, कि ये ट्रस्ट अन्य ट्रस्टों की तुलना में कितना अलग और लोक कल्याणकारी है।
समारोह में हितकल्याणी रंग देवी "प्रिया सखी" (आस्ट्रेलिया), बाबा लाड़िली शरण (साउथ अफ्रीका), अमिताव अग्रवाल, मुलकराज शर्मा, कमल अग्रवाल, प्रत्युष गोयल उर्फ बंटी भैया (रायपुर), संजय, मीतजी (तिल्दानेवरा), श्रीमती कमला नागार्च, तरुण मिश्रा, भरत शर्मा, आशीष राठौड़, विकास शर्मा प्रवीण मिश्रा, विपिन अग्रवाल, अजय दानी, रसिक शरण, प्रमोद चौरसिया, नूतन सोनी, बैजनाथ, प्रणव, नीरू राय (छत्तीसगढ़), दीपक अग्रवाल, राजू गुप्ता (मैनपुरी), मनीष अग्रवाल (सिवनी) आदि ने भी अपने विचार व्यक्त किए।साथ ही ट्रस्ट को तन-मन-धन से सहयोग करने का वचन दिया।संचालन युवा साहित्यकार डॉ. राधाकांत शर्मा ने किया।
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