वृन्दावन।मथुरा रोड़-अटल्ला चुंगी क्षेत्र स्थित नवनिर्मित वानप्रस्थ धाम फेस-1 का सप्त दिवसीय उद्घाटन समारोह श्रीराधा माधव सेवा संस्थान ट्रस्ट के द्वारा अत्यंत श्रद्धा एवं धूमधाम के साथ वानप्रस्थ धाम के अध्यक्ष प्रख्यात भागवताचार्य पं. चतुर नारायण पाराशर महाराज के पावन सानिध्य में सम्पन्न हुआ।
इस अवसर पर आयोजित संत-विद्वत संगोष्ठी की अध्यक्षता करते हुए भागवताचार्य श्रीमहंत कृष्ण बिहारी दास महाराज (अयोध्या धाम) ने कहा कि अखिल कोटि ब्रह्माण्ड नायक परब्रह्म परमेश्वर भगवान श्रीकृष्ण और उनकी आल्हादिनी शक्ति स्वरूपा श्रीराधा की पावन लीला भूमि श्रीधाम वृन्दावन का वास उन्ही की कृपा से कई-कई जन्मों के पुण्यों के फलस्वरूप ही प्राप्त होता है।ब्रजवास करने वाले भक्तों को यह स्मरण होना चाहिए कि यहां हमसे भूल से भी कोई अपराध न हो जाए,क्यूंकि इस दिव्य ब्रज भूमि का प्रादुर्भाव स्वयं भगवान श्रीकृष्ण के हृदय से हुआ है।
महामंडलेश्वर स्वामी कृष्णानंद महाराज एवं धर्मरत्न स्वामी बलरामाचार्य महराज ने कहा कि श्रीराधा माधव सेवा संस्थान ट्रस्ट के द्वारा श्रीधाम वृन्दावन में जो वानप्रस्थ धाम फेस - 1 की स्थापना की गई है, उससे ब्रज भूमि के गौरव एवं प्रतिष्ठा में वृद्धि हुई है।इसके लिए श्रीराधा माधव सेवा संस्थान ट्रस्ट के अध्यक्ष पं. चतुर नारायण पाराशर महाराज अत्यंत बधाई के पात्र है।हम उनके उज्जवल व समृद्ध जीवन की मंगल कामना करते हैं।
वरिष्ठ साहित्यकार डॉ. गोपाल चतुर्वेदी एवं आचार्य नरोत्तम शास्त्री ने कहा कि प्रख्यात भागवताचार्य पं. चतुर नारायण पाराशर महाराज धर्म व अध्यात्म जगत की बहुमूल्य विभूति हैं।उनके द्वारा श्रीधाम वृन्दावन की पावन भूमि में वानप्रस्थ धाम फेस -1 की स्थापना होने से देश-विदेश में रह रहे असंख्य सनातन धर्मावलंबियों को ब्रज वास करने का सौभाग्य प्राप्त होगा।जो कि अति प्रशंसनीय है।
संत-विद्वत संगोष्ठी में भागवत पीठाधीश्वर आचार्य मारूतिनन्दन वागीश महाराज, भागवत प्रवक्ता यदुनंदनाचार्य महाराज, प्रमुख धर्मगुरु आचार्य बद्रीश महाराज, श्रीरंगलक्ष्मी संस्कृत महाविद्यालय के पूर्व प्राचार्य डॉ. रामसुदर्शन मिश्र, आचार्य डॉ. हरिप्रसाद द्विवेदी, पण्डित पवन पाराशर, श्रीयुवराज धराचार्य महराज, युवा साहित्यकार डॉ. राधाकांत शर्मा, बलशुक पुंडरीक कृष्ण महाराज, पण्डित गुलशन चतुर्वेदी आदि ने भी अपने विचार व्यक्त किए।संचालन आचार्य रामविलास चतुर्वेदी ने किया।
महोत्सव में पधारे सभी संतों-विद्वानों एवं धर्माचार्यों का वानप्रस्थ धाम के अध्यक्ष व प्रख्यात भागवताचार्य पं. चतुर नारायण पाराशर महाराज ने पटुका ओढ़ाकर-प्रसादी एवं ठाकुर श्रीबांके बिहारी महाराज का चित्रपट भेंट कर सम्मान किया।
इससे पूर्व प्रख्यात भागवताचार्य श्रीमहंत कृष्ण बिहारी दास महाराज (अयोध्या धाम) ने अपनी मधुर वाणी के द्वारा सभी भक्तों-श्रृद्धालुओं को श्रीमद्भागवत महापुराण की अमृतमयी कथा श्रवण कराई।
महोत्सव का समापन संत, ब्रजवासी, वैष्णव सेवा एवं वृहद भंडारे के साथ हुआ।
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