जौनपुर। आयुष्मान कार्ड ड़ेंगू सहित विभिन्न बीमारियों में मददगार

जौनपुर। सिकरारा ब्लाक अंतर्गत चांदपुर गांव के ओम प्रकाश विश्वकर्मा को सांस लेने में बहुत दिक्कत हो रही थी। शरीर में बहुत कमजोरी थी। उनके पास पैसे भी नहीं थे। रिश्तेदारों ने किसी तरह से उन्हें 19 अक्टूबर को साल्वेशन हास्पिटल में भर्ती करा दिया। जांच हुई तो प्लेटलेट्स घटकर 10 हजार निकला, जबकि लीवर में भी सूजन दिखी। इलाज हुआ तो 25 अक्टूबर तक वह स्वस्थ हो चुके थे। प्लेटलेट्स भी बढ़कर एक लाख 35 हजार से ज्यादा हो चुकीं थीं। कादनपुर आजमगढ़ की रिया यादव की डेढ़ वर्ष की बच्ची के शरीर में आक्सीजन की कमी पड़ गई थी और उसका शरीर नीला हो रहा था। वह तेजी से सांस ले रही थी। वह आयुष्मान कार्ड के माध्यम से दो सितंबर को भर्ती हुईं। दो नवंबर तक बच्ची इलाज चला। अब बच्ची पूरी तरह से स्वस्थ हैं।
        
आयुष्मान भारत योजना के तहत इलाज होने से इन दोनों लोगों के इलाज में एक भी पैसा खर्च नहीं हुआ है। दोनों ही लोग आयुष्मान भारत योजना, इलाज करने वाली टीम तथा जिले की आयुष्मान टीम के व्यवहार की प्रशंसा करते नहीं थकते हैं। ओम प्रकाश विश्वकर्मा तो साल्वेशन हास्पिटल के डॉक्टर को अपने लिए भगवान बताते हैं। मुख्य चिकित्साधिकारी सीएमओ डॉ लक्ष्मी सिंह बताती हैं, इस तरह से अभी तक जिले में 42,236 लोगों नेे आयुष्मान भारत योजना के तहत इलाज कराया है और उनके इलाज मेें 56.83 करोड़ रुपये खर्च हुए हैं। इसलिए आयुष्मान भारत की टीम जनपद में 3,14,149 लक्षित परिवारों तथा 13,34,398 लाभार्थियों का आयुष्मान कार्ड बनाने का प्रयास कर रही है। जनपद अंत्योदय राशन कार्ड के कुल 1,12,240 लाभार्थी परिवार हैं जिनसे संबंधित 3,66,792 लाभार्थी हैं। अब सभी अंत्योदय राशन कार्ड धारक अपने परिवार के सभी सदस्यों के आयुष्मान कार्ड बनवा सकते हैं। आयुष्मान कार्ड धारक योजना के तहत 05 लाख रुपए तक का निःशुल्क इलाज पूरे देश में सूचिबद्ध किसी भी अस्पताल में करवा सकता है। जनपद में अभी तक 8,26,344 लोगों के आयुष्मान कार्ड बन चुके हैं।  

नोडल एसीएमओ डॉ राजीव कुमार कहते हैं कि योजना के तहत 05 लाख रुपए तक का निःशुल्क इलाज पूरे देश में सूचीबद्ध किसी भी अस्पताल में आयुष्मान कार्ड धारक करवा सकता है। आयुष्मान कार्ड होने पर लाभार्थी देश के किसी भी बड़े चिकित्सालय जैसे आल इंडिया इंस्टीट्यूट आफ मेडिकल साइंस (एम्स), बनारस हिन्दू विश्वविद्यालय (बीएचयू), टाटा मेमोरियल, पीजीआई में भी इलाज करा सकता है। योजना के तहत इलाज के लिए जनपद में सरकारी अस्पताल से लेकर प्राइवेट अस्पतालों में विशेष विशेषज्ञता वाले डॉक्टरों के माध्यम से इलाज की सुविधा है।

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