प्रदूषणमुक्त एवं खुशहाल दीपावली के लिए रैली निकाली सी.एम.एस. आर.डी.एस.ओ. कैम्पस) के छात्रों ने

‘पटाखा रहित दीपावली’ मनाने की जोरदार 

अपील की सी.एम.एस. छात्रों ने 

लखनऊ, 9 नवम्बर। सिटी मोन्टेसरी स्कूल, आर.डी.एस.ओ. कैम्पस के छात्रों ने आज एक विशाल रैली निकालकर  एवं नुक्कड़ नाटक के माध्यम से समस्त देशवासियों से खासकर हम उम्र छात्रों व सहपाठियों से ‘पटाखा रहित दीपावली’ मनाने की जोरदार अपील की। इस विशाल रैली के माध्यम से सी.एम.एस. आर.डी.एस.ओ. कैम्पस के छात्रों ने ‘दीवाली जरूर मनायेंगे, पटाखा नहीं छुड़ायेंगे’, ‘वातावरण को बचाओ, पटाखा मिटाओ’, ‘अंधकार मिटायेंगे, दीप जलायेंगे, दीवाली मनायेंगे, पटाखा नहीं जलायेंगे’ आदि नारे लिखे पोस्टर व बैनर के साथ पूरे क्षेत्र में घूम-घूमकर ‘पटाखा रहित दीवाली’ मनाने का अभूतपूर्व अलख जगाया। इस विशाल मार्च द्वारा सी.एम.एस. छात्रों ने संदेश दिया कि देश हित में, समाज हित में, पर्यावरण के हित में एवं स्वयं खुद के जानमाल के हित में पटाखा रहित दीवाली मनाएं और बुराई से अच्छाई की ओर अग्रसर हो। सी.एम.एस. छात्रों की इस विशाल रैली में वरिष्ठ नागरिकों व समाजिक कार्यकर्ताओं ने शामिल होकर प्रदूषणमुक्त एवं खुशहाल दीपावली मनाने का संकल्प जगाया।

इस अवसर पर सी.एम.एस. आर.डी.एस.ओ. कैम्पस की प्रधानाचार्या श्रीमती ज्योत्सना अतुल ने कहा कि सी.एम.एस. छात्र इस बात को महसूस करते हैं कि सुख और समृद्धि के त्योहार दीपावली का वास्तविक आनन्द पटाखा रहित दीवाली में ही निहित है। पटाखों के कारण प्रतिवर्ष हजारों बच्चे दुर्घटनाग्रस्त हो जाते हैं साथ ही अनेक प्रकार की जहरीली गैसें वायुमण्डल को बुरी तरह प्रदूषित करती हैं। श्रीमती ज्योत्सना अतुल ने कहा कि दीपावली मात्र एक पर्व अथवा त्योहार नहीं है अपितु यह हमें अपने अंदर आत्मा का प्रकाश धारण करने की प्रेरणा देता है। 

सी.एम.एस. के मुख्य जन-सम्पर्क अधिकारी श्री हरि ओम शर्मा ने बताया कि सी.एम.एस. छात्र विगत कई वर्षों से पटाखा रहित दीवाली की मुहिम चलाए हुए हैं तथा पटाखों से होने वाले प्रदूषण के बारे में लोगों को जागरूक करने के उद्देश्य से सभी संभव प्रयास कर रहे हैं। सिटी मोन्टेसरी स्कूल के सभी 21 कैम्पस के लगभग 63,000 छात्रों ने प्रतिवर्ष की भांति इस वर्ष भी विश्व पर्यावरण को साफ-सुथरा रखने के उद्देश्य से दीपावली में पटाखों का बहिष्कार करने की प्रतिज्ञा की है। सी.एम.एस. का मानना है कि ‘पटाखा रहित दीपावली’, पटाखों व प्रदूषण वाली दीवाली से हजारों-लाखों गुना अच्छी है, जिसे सभी को अमल में लाना चाहिए।


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