जौनपुर। पाक्सो एक्ट और प्रभावी हुआ है निर्भया कांड के बाद
जौनपुर। वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय में दत्तोपंत ठेंगड़ी विधि संस्थान और मिशन शक्ति की ओर से रविवार को संविधान दिवस का आयोजन किया गया। पाक्सो अधिनियम की प्रायोज्यता प्राण एवं दैहिक स्वतंत्रता के संबंध में विषय पर एक संगोष्ठी का आयोजन किया गया।
इस अवसर पर कुलपति प्रोफेसर वंदना सिंह, मुख्य अतिथि अपर जिला जज पाक्सो आशीष वर्मा ने विश्वविद्यालय में अंबेडकर प्रतिमा पर पुष्प अर्पित किया। अतिरिक्त जिला एवं सत्र न्यायाधीश आशीष वर्मा ने कहा कि पाक्सो अधिनियम के अंतर्गत जो आपराधिक घटनाएं आती हैं वह पहले भी भारतीय दंड संहिता के दायरे में न्यायालयों में सुने भी जाते थे निर्णय भी होते थे। निर्भया कांड के बाद बच्चों के साथ होने वाले यौन अपराध को रोकने की दृष्टि से पाक्सो के माध्यम से कानून को और अधिक प्रभावी बनाया गया। उन्होंने कहा कि बच्चों के प्रति होने वाले यौन अपराध में होने वाली सजा के प्रति लोगों में जागरूकता की कमी है जिसके चलते पाक्सो अधिनियम में ज्यादातर मामले दर्ज नहीं हो रहे हैं। अगर हम अपने परिवार और समाज में पाक्सो के तहत होने वाली सजा के बारे में जागरूक करें और यौन शोषण के विषय में खुलकर चर्चा करें और उसके नकारात्मक पहलुओं को अपने परिवार में समाज में बच्चों तक पहुंचाएं तो बच्चों के प्रति होने वाले आपराधिक मामलों में निश्चित रूप से कमी आएगी।
इसके पूर्व विभागाध्यक्ष डॉ0 वनिता सिंह ने विषय प्रवर्तन व अतिथियों का स्वागत किया। डॉ अनुराग मिश्र, मंगला प्रसाद यादव, डॉ सुनील कुमार, डॉ प्रियंका सिंह, श्री प्रकाश यादव, राजित राम सोनकर, डॉ.अंकित कुमार, डॉ.दिनेश कुमार सिंह, डॉ प्रमोद कुमार, डॉ.इंद्रजीत सिंह आदि उपस्थित रहे । संचालन अभिनव कीर्ति पांडेय द्वारा किया गया।
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