*श्रीराम अस्पताल के सरकारी डॉक्टर द्वारा प्राइवेट क्लीनिक पर बैठकर देखे जा रहे हैं मरीज,*
अस्पताल में आए मरीज़ों को बुलाया जाता है प्राईवेट क्लीनिक पर,
परामर्श शुल्क के नाम पर वसूली जाती है मोटी रक़म,
दवाओं में भी कम्पनियों से ऐंठते हैं मोटा कमीशन,
मरीज़ों की लाइन लगी है ( डॉक्टर) लूट सके तो लूट
सीएम के फ़रमान के बाद भी सरकारी डॉक्टरों की प्राईवेट प्रैक्टिस नहीं हो रही बंद,
सरकारी अस्पतालों में दवा उपलब्ध होने के बाद भी लिखी जा रही हैं बाहर की दवाएँ,
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