वीकापुर अयोध्या जमीन के कारोबार से जुड़े सफेदपोश लोगों ने डाकघर विभाग की जमीन का बड़ा हिस्सा बेंच डाला। रजिस्ट्री कार्यालय में बैनामा हुआ और तहसील में दाखिल-ख़ारिज। खरीदने वालों ने अपने घर और दुकान भी बना लिए। डाकघर विभाग ने पड़ताल कराई तो मामले का खुलासा हुआ। अब मुख्य डाकघर के प्रवर अधीक्षक ने जिलाधिकारी व मण्डलायुक्त को पत्र भेज बीकापुर उपडाकघर की जमीन वापस दिलाये जाने और कार्रवाई की मांग की है।
मुख्य डाकघर के प्रवर अधीक्षक की ओर से विभिन डाकघरों और उपडाकघरों की अचल संपत्तियों की पड़ताल कराई गई तो पता चला कि बीकापुर उपडाकघर के पास लगभग 10 बीघा जमीन है, जो उपडाकघर के पास ही है। हालांकि उपडाकघर की जमीन पर तमाम निर्माण हो चुके हैं। अयोध्या मण्डल के प्रवर अधीक्षक डाकघर एचके यादव ने बताया कि बीकापुर उपडाकघर के पास जमीन होने की जानकारी पर तसीलदार को पत्र लिखकर पड़ताल कराई गई।
तहसील बीकापुर की ओर से बताया गया कि खसरा के श्रेणी 9, बंदोबस्त सीएच 45 व सीएच 41 तथा अन्य अभिलेख खंगाले जाने पर गाटा संख्या 123 व 124 राजस्व अभिलेखों में पोस्ट आफिस के नाम दर्ज है। उनका कहना है कि राजस्व अभिलेख में जमीन पोस्ट आफिस के नाम दर्ज होने के बावजूद धोखाधड़ी कर बड़े हिस्से की बिक्री कर दी गई और मौके पर कई मकान और दुकान बन गए हैं। प्रवर अधीक्षक का कहना है कि सम्पूर्ण समाधान दिवस में अवैध निर्माण को तत्काल रोकने, डाकघर के नाम दर्ज जमीन की पैमाइश करवा वापस दिलाने की मांग की गई है। साथ ही जिलाधिकारी और मंडलायुक्त को भी कार्रवाई के लिए पत्र लिखा गया है।
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