सीमावर्ती गांवों का देश के प्रति समर्पण जरूरी : गोपालकृष्णन

नवयुग कन्या महाविद्यालय की संगोष्ठी में बोले सीमा जागरण मंच के राष्ट्रीय संयोजक 



लखनऊ। सीमावर्ती गांवों के लोगों में देशभक्ति की भावना का संचार करना, समर्पण का भाव जगाना सबसे महत्वपूर्ण काम है। एक माता के आंचल की रक्षा करना जिस प्रकार एक पुत्र का कर्तव्य होता है, उसी प्रकार सीमा जागरण मंच भी देश की रक्षा का कार्य करता है। उक्त बातें सीमा जागरण मंच के राष्ट्रीय संयोजक गोपाल कृष्णन ने कहीं। वह नवयुग कन्या महाविद्यालय में प्राचार्य प्रो.मंजुला उपाध्याय की अध्यक्षता में आयोजित युवा संवाद गोष्ठी में बोल रहे थे। 

उन्होंने कहा कि भारत के सभी जाति वर्ग के लोग स्वतंत्रता प्राप्ति में अपने प्राणों की आहुति दिए थे। आज उस तरह के समर्पण का अभाव दिख रहा है जो चिंता का विषय है। ऐसे में सभी में समर्पण का भाव जगाना है, क्योंकि पड़ोसी देशों से और सुरक्षित सीमा है। इसलिए सभी सीमावर्ती गांव को जागृत करना है। सभी में देशभक्ति की भावना को जगाना है। इस संगठन का मुख्य उद्देश्य युवा वर्ग में देशभक्ति की भावना का संचार करना है, क्योंकि युवा वर्ग यदि चाहें तो भारत की दशा और दिशा को बदलकर सकारात्मक रूप प्रदान कर सकता है। देश के सुप्रसिद्ध आईएएस  गुरू एवं युगपुरुष अटल बिहारी वाजपेयी सेवा संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री धर्म प्रकाश वाजपेयी ने कहा कि भारत  विश्व गुरु का पुराना गौरव पुनः प्राप्त कर सकता है। इसके लिए देश की सीमाओं के साथ आंतरिक स्थितियों को भी मजबूत करना पड़ेगा। उन्होंने छात्राओं को प्रेरणास्पद विचारों से प्रेरित किया।

संचालन डॉ.वंदना द्विवेदी ने किया।इस दौरान प्रान्त संगठन मंत्री अमरनाथ, प्रान्त अध्यक्ष अमरेंद्र दीक्षित, संपर्क प्रमुख गरिमा सिंह, महामंत्री अरुण खरे, एनएसएस कार्यक्रम अधिकारी ऐश्वर्या सिंह, डॉ. श्वेता उपाध्याय, डॉ. नेहा अग्रवाल, डॉ. प्रतिमा घोष, डॉ. सीमा पांडेय की उपस्थित रही।
उमेश चन्द्र तिवारी
9129813351
हिन्दी संवाद न्यूज़
भारत 

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