जौनपुर। वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय में द्विदिवसीय कार्यशाला का आयोजन
 
जौनपुर। वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय के प्रबंध अध्ययन संकाय में शुक्रवार को व्यावसायिक अर्थशास्त्र विभाग द्वारा सस्टेनेबल इकोनामिक डेवलपमेंट विषयक द्विदिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। 

कार्यशाला के मुख्य वक्ता प्रख्यात अर्थशास्त्री व दून विश्वविद्यालय देहरादून के फैकल्टी आफ मैनेजमेंट के संकायाध्यक्ष प्रो.  एच. सी. पुरोहित ने कहा कि वर्तमान आर्थिक विकास मॉडल पारिस्थितिकी तंत्र पर आधारित है। अब देश का आर्थिक विकास पर्यावरण संरक्षण पर आधारित होना चाहिए। उन्होंने कहा कि इसके बगैर भविष्य का आर्थिक विकास समीचीन नही होगा।
         
उन्होंने उदाहरण के जरिये विद्यार्थियों को अर्थव्यवस्था को बढ़ाने वाले कारक, जीडीपी, जीएनपी और वर्तमान में चल रही सभी अर्थव्यवस्था के मॉडलों पर चर्चा की। उन्होंने कहा कि सतत विकास के माडलों का मूल वेदों और भारतीय दर्शन में  विद्यमान है। वर्तमान में चल रहे सभी अर्थव्यवस्था के मॉडलों की तुलना करते हुए  उन्होंने बताया कि सतत विकास व विकास का ऐसा मॉडल होना चाहिए जो कि भावी पीढ़ी की जरूरतों को पूरा कर करे और वर्तमान पीढ़ी की आशा के अनुरूप  हो। उन्होंने कहा कि ऐसे मॉडल से भारतीय दर्शन के द्वारा ही समूचे विश्व को इस क्षेत्र में सार्थक सन्देश दिया जा सकता है। स्वागत विभागाध्यक्ष प्रो. मानस पांडेय, संचालन डॉ. आशुतोष सिंह एवं धन्यवाद ज्ञापन प्रो. अविनाश पाथर्डीकर ने किया। इस अवसर पर डॉ अमित वत्स, डॉ राकेश उपाध्याय, डॉ सुशील कुमार, डॉक्टर निशा पांडे,  डॉ अंजनी, डॉ रोहित पांडे , डॉ सौरभ, नितिन, राहुल सहित विद्यार्थी उपस्थित रहे।

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