जन्म हुआ अक्टूबर में,
तारीख थी इकतीस।
पन्द्रह दिसंबर पचास को,
दे गए मृत्यु से टीस।।🙏
असरदार थे लौह पुरुष,
कहलाये सरदार।
अखंड भारत के लिए,
काम किया दमदार।।🙏
प्रधानमंत्री पद के लिए,
थे पटेल हकदार।
आकर बीच में नेहरू,
काम किया बेकार।।🙏
उनकी भक्ति, शक्ति को,
नमन करूँ कर जोड़।
वल्लभ भाई पटेल की,
कौन करेगा होड़।।🙏
एक सौ अडतालीस वीं जयंती,
मना रहा है देश।
बिन सरदार के स्वप्न था,
एकीकरण परिवेश।।🙏
नमन आपको हम करें,
हे पटेल, सरदार।
अदा कोई ना कर सकता,
यहां आपका किरदार।।🙏
😊छैल बिहारी शर्मा "जनप्रिय"😊
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