मुख्यमंत्री ने जनपद हाथरस में आयोजित ‘नारी शक्ति
वंदन’ महिला सम्मेलन में अपने विचार व्यक्त किए
मुख्यमंत्री ने 177 करोड़ रु0 से अधिक की 214 विकास
परियोजनाओं का लोकार्पण तथा शिलान्यास किया
प्रधानमंत्री जी के नेतृत्व में विगत साढ़े 09 वर्षों में हम सभी ने नए भारत का
दर्शन किया और पिछले साढ़े 06 वर्षों में उ0प्र0 की बदलती तस्वीर को देखा: मुख्यमंत्री
प्रदेश में खेलकूद की गतिविधियों को तेजी के साथ आगे बढ़ाने का कार्य किया जा रहा
पश्चिमी उ0प्र0 की बेटियां सुश्री पारुल चौधरी और सुश्री अनु रानी
एशियन गेम्स में गोल्ड मेडल लेकर आयीं, प्रदेश सरकार ने इन
दोनों बेटियों को डिप्टी एस0पी0 बनाने का निर्णय लिया
देश के तमाम क्षेत्रों में महिलाओं की भागीदारी सुनिश्चित करते हुए समाज की मुख्य धारा से जोड़कर विकास के अभियान से जोड़ने के कार्यक्रम निरन्तर चल रहे
विकास योजनाओं में महिलाओं की भागीदारी का सबसे बड़ा उदाहरण
उ0प्र0 पुलिस, वर्ष 2017 में मात्र 10 हजार महिला पुलिस कार्मिक
उ0प्र0 पुलिस में, वर्तमान में यह संख्या 40 हजार से अधिक
केंद्र सरकार ने ‘मातृ वंदना योजना’ के अन्तर्गत मातृशक्ति की अभिवृद्धि व सम्मान के लिए अनेक कार्यक्रम चलाए, प्रदेश सरकार ने इन कार्यक्रमों को गति देने का कार्य किया
‘मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना’ के अन्तर्गत बेटियों के जन्म से लेकर स्नातक तक की पढ़ाई के लिए शासन द्वारा पांच चरणों में 15,000 रु0 की धनराशि उपलब्ध कराई
जाती, राज्य सरकार अगले सत्र से इस धनराशि को 25,000 रु0 करने जा रही
प्रदेश सरकार की ओर से बेटियों के विवाह के लिए ‘मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह
योजना’ के अन्तर्गत 51,000 रु0 की धनराशि उपलब्ध कराई जा रही
प्रत्येक ग्राम पंचायत में ‘बैंकिंग कॉरेस्पोंडेंट सखी’ उत्कृष्ट कर रही
प्रदेश में सुरक्षा का बेहतर वातावरण बेटियों को सुरक्षा कवच प्रदान करने का कार्य कर
रहा, शासन की योजनाएं उन्हें स्वावलम्बन की ओर अग्रसर करने का माध्यम बन रहीं
प्रधानमंत्री जी की पहल पर आधी आबादी को शासन में भागीदारी प्रदान करने के लिए ‘नारी शक्ति वंदन’ अधिनियम देश की संसद में पारित, इस अधिनियम द्वारा बहनों को देश की संसद और विधानसभाओं में एक तिहाई सीटों पर चुने जाने का अवसर प्राप्त होगा
प्रदेश सरकार सुरक्षा और सम्मान सबको समान रूप से देने का कार्य कर रही, प्रदेश
सरकार की प्राथमिकता में गांव, गरीब, किसान, युवा, महिलाएं और विभिन्न तबके के लोग
प्रदेश में ‘प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना’ के अन्तर्गत 01 करोड़ 75 लाख परिवारों
को निःशुल्क रसोई गैस कनेक्शन उपलब्ध कराने का कार्य किया गया, प्रदेश
में विगत साढ़े 6 वर्षों में 55 लाख परिवारों को आवास प्रदान किये गये
डी0बी0टी0 के माध्यम से विभिन्न सरकारी योजनाओं की
धनराशि लाभार्थियों के खातों में हस्तांतरित की जा रही
प्रदेश के 01 लाख से अधिक गांवांे में बिजली पहुंचाई गई, 01 करोड़ 56
लाख से अधिक परिवारों को निःशुल्क विद्युत कनेक्शन प्रदान किए गए
‘आयुष्मान भारत योजना’ के अंतर्गत देश में प्रतिवर्ष 05 लाख रु0 स्वास्थ्य बीमा कवर गरीब परिवारों को प्रदान किया जाता, देश में 10 करोड़ परिवार इस योजना से लाभान्वित हो रहे
लखनऊ: 19 अक्टूबर, 2023
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व में विगत साढ़े 09 वर्षों में हम सभी ने नए भारत का दर्शन किया और पिछले साढ़े 6 वर्षों में उत्तर प्रदेश की बदलती तस्वीर को देखा है, जहां पर जाति, मत, मजहब, क्षेत्र, भाषा या लिंग के आधार पर भेदभाव नहीं किया जाता। ‘सबका साथ-सबका विकास’ की भावना के साथ समान रूप से विकास किया जा रहा है। जिन लोगों को विशेष प्रोत्साहन दिए जाने की आवश्यकता है, उनके लिए नई-नई योजनाएं बन रही हैं। इन योजनाओं में ‘बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ’ तथा ‘मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला’ जैसी अनेक योजनाएं सम्मिलित हैं।
मुख्यमंत्री जी आज जनपद हाथरस के बागला इण्टर कॉलेज ग्राउण्ड में आयोजित ‘नारी शक्ति वंदन’ महिला सम्मेलन में अपने विचार व्यक्त कर रहे थे। इस अवसर पर उन्होंने 177 करोड़ रुपये से अधिक की 214 विकास परियोजनाओं का लोकार्पण तथा शिलान्यास किया। इनमें लगभग 106 करोड़ रुपये की 117 परियोजनाओं का लोकार्पण तथा 71 करोड़ रुपये से अधिक की 97 परियोजनाओं का शिलान्यास सम्मिलित है। यह विकास परियोजनाएं सड़क, पेयजल, छात्रावास निर्माण, स्टेडियम निर्माण आदि से संबंधित हैं। मुख्यमंत्री जी ने कार्यक्रम में राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के अन्तर्गत गठित स्वयं सहायता समूहों को सी0आई0एफ0, आर0एफ0 एवं स्टार्टअप फण्ड के तहत 09 करोड़ 98 लाख 75 हजार रुपये का प्रतीकात्मक चेक प्रदान किया। उन्होंने विभिन्न योजनाओं के लाभार्थियों को प्रमाण पत्र, आवास की प्रतीकात्मक चाभी, टैबलेट व स्मार्टफोन वितरित किए। मुख्यमंत्री जी ने बी0सी0 सखी/लखपति दीदी श्रीमती राधा शर्मा एवं श्रीमती सोनिया को उत्कृष्ट कार्य हेतु सम्मानित किया।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि शारदीय नवरात्रि का पावन पर्व चल रहा है। इस अवसर पर हम जगत जननी मां भगवती दुर्गा के अनेक रूपों की पूजा कर रहे हैं। प्रदेश सरकार विकास की सोच को आगे बढ़ाने का कार्य कर रही है। देश में बेटियों की भागीदारी सुनिश्चित करते हुए खेलो इंडिया व फिट इंडिया मूवमेंट के माध्यम से खेल कार्यक्रमों को नई गति प्रदान की जा रही है। पश्चिमी उत्तर प्रदेश की बेटियां सुश्री पारुल चौधरी और सुश्री अनु रानी एशिएन गेम्स में गोल्ड मेडल लेकर आयी हैं। प्रदेश सरकार ने इन दोनों बेटियों को डिप्टी एस0पी0 बनाने का निर्णय लिया है।
यदि कोई बेटी अपने परिश्रम से डिप्टी एस0पी0 का पद प्राप्त करती है, तो यह उसके लिए एक बड़ी उपलब्धि है। इन्हीं उपलब्धियों के लिए प्रदेश में खेल-कूद की गतिविधियों को तेजी के साथ आगे बढ़ाने का कार्य किया जा रहा है। इसके अन्तर्गत स्टेडियम, मिनी स्टेडियम, खेल का मैदान, ओपन जिम का निर्माण तथा महिला मंगल दल, युवा मंगल दल को स्पोर्ट्स किट उपलब्ध कराने की कार्रवाई की जा रही है। उन्होंने कहा कि वह चाहते हैं कि हाथरस की बेटियां भी आगे बढ़ंे।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि देश के तमाम क्षेत्रों में महिलाओं की भागीदारी सुनिश्चित करते हुए उन्हें समाज की मुख्य धारा से जोड़कर विकास के अभियान से जोड़ने के कार्यक्रम निरन्तर चल रहे हैं। विकास योजनाओं में महिलाओं की भागीदारी का सबसे बड़ा उदाहरण उत्तर प्रदेश पुलिस है। वर्ष 2017 में जब डबल इंजन की सरकार प्रदेश में आई थी, तब मात्र 10 हजार महिला पुलिस कार्मिक उत्तर प्रदेश पुलिस में थीं। वर्तमान में यह संख्या 40 हजार से अधिक हो गई है। आज प्रदेश पुलिस बल में अनिवार्य रूप से 20 प्रतिशत महिलाओं की भर्ती सुनिश्चित की गई है। इतनी बड़ी संख्या में महिलाओं की भागीदारी इस बात को साबित करती है कि महिला सशक्तिकरण की दिशा में प्रदेश सरकार द्वारा उठाए गए कदम सार्थक रूप से आगे बढ़ रहे हैं।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि केंद्र सरकार ने ‘मातृ वंदना योजना’ के अन्तर्गत मातृशक्ति की अभिवृद्धि व सम्मान के लिए अनेक कार्यक्रम चलाए हैं। प्रदेश सरकार ने इन कार्यक्रमों को गति देने का कार्य किया है। बेटी और बेटे में कोई भेदभाव न हो इसके लिए ‘मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना’ के अन्तर्गत एक व्यवस्था बनाई गई है। जिसमें बेटियों के जन्म से लेकर स्नातक तक की पढ़ाई के लिए शासन द्वारा पांच चरणों में 15,000 रुपये की धनराशि उपलब्ध कराई जाती है। राज्य सरकार अगले सत्र से इस धनराशि को 25,000 रुपये करने जा रही है। प्रदेश सरकार की ओर से बेटियों के विवाह के लिए ‘मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना’ के अन्तर्गत 51,000 रुपये की धनराशि उपलब्ध कराई जाती है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रदेश में कोटेदारों में विवाद की स्थिति को देखते हुए ‘महिला स्वयंसेवी समूहों’ को कोटे की व्यवस्था सौंपी जा रही है। पहले आंगनबाड़ी में पंजीरी व पोषाहार वितरण का कार्य अलग-अलग संगठनों द्वारा किया जाता था। प्रदेश सरकार ने तय किया है कि यह कार्य संगठन नहीं, ‘महिला स्वयंसेवी समूह’ सम्पन्न करेंगे। वर्तमान में अनेक ‘महिला स्वयंसेवी समूह’ समाज में बेहतरीन कार्य कर रहे हैं। प्रत्येक ग्राम पंचायत में ‘बैंकिंग कॉरेस्पोंडेंट सखी’ उत्कृष्ट कर रही हैं। आज मंच पर एक लखपति दीदी को सम्मानित किया गया है, उन्होंने गांव में स्वयं को बैंक से संबंधित समस्त प्रकार के लेनदेन का माध्यम बनाकर, गांव की बैंक से संबंधित जरूरतों को पूरा करने का कार्य किया है। वह कमीशन के रूप में लाखों रुपए कमाकर लखपति बन गई हैं।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रदेश में सुरक्षा का बेहतर वातावरण बेटियों को सुरक्षा कवच प्रदान करने का कार्य कर रहा है। शासन की योजनाएं उन्हें स्वावलम्बन की ओर अग्रसर करने का माध्यम बन रही हैं। स्वावलम्बन के इसी क्रम को बढ़ाने के लिए प्रधानमंत्री जी की पहल पर आधी आबादी को शासन में भागीदारी प्रदान करने के लिए नारी शक्ति वंदन अधिनियम देश की संसद में पारित हो गया है। इस अधिनियम द्वारा बहनों को देश की संसद और विधानसभाओं में एक तिहाई सीटों पर चुने जाने का अवसर प्राप्त होगा।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि यह वही प्रदेश है जहां पहले दंगे और अराजकता होती थी। पर्व और त्योहार शांतिपूर्ण तरीके से सम्पन्न नहीं किए जा सकते थे। बेटियां सुरक्षित स्कूल नहीं जा पाती थीं। प्रदेश में विगत साढ़े 06 वर्षों में कोई दंगा नहीं हुआ। पर्व और त्योहार शांतिपूर्ण तरीके से मनाए जा रहे हैं। अब अराजकता के लिए कोई जगह नहीं है। प्रदेश सरकार सुरक्षा और सम्मान सबको समान रूप से देने का कार्य कर रही है। जब केंद्र और राज्य सरकार की नीतियां बनती हैं तो इन नीतियों का आधार गांव, गरीब, किसान, युवा, महिलाएं और समाज के विभिन्न तबके के लोग बनते हैं। प्रदेश सरकार की प्राथमिकता में भी गांव, गरीब, किसान, युवा, महिलाएं और विभिन्न तबके के लोग हैं।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रदेश में ‘प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना’ के अन्तर्गत 01 करोड़ 75 लाख परिवारों को निःशुल्क रसोई गैस कनेक्शन उपलब्ध कराने का कार्य किया गया है। डी0बी0टी0 के माध्यम से विभिन्न सरकारी योजनाओं की धनराशि लाभार्थियों के खातों में हस्तांतरित की जा रही है। प्रदेश में विगत साढ़े 6 वर्षों में 55 लाख परिवारों को आवास प्रदान किये गये हैं। प्रदेश में 01 लाख से अधिक गांवांे में बिजली पहुंचाई गई है। 01 करोड़ 56 लाख से अधिक परिवारों को निःशुल्क विद्युत कनेक्शन प्रदान किए गए हैं। ‘आयुष्मान भारत योजना’ के अंतर्गत देश में प्रतिवर्ष 05 लाख रुपए स्वास्थ्य बीमा कवर गरीब परिवारों को प्रदान किया जाता है। देश में 10 करोड़ परिवार इस योजना से लाभान्वित हो रहे हैं।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि संकट में जो साथ देता है, वही सच्चा साथी होता है। इस सदी की सबसे बड़ी महामारी कोरोना में दुनिया में हाहाकार मचा हुआ था। इस दौरान प्रदेश में आंगनवाड़ी, आशा, ए0एन0एम0 और हेल्थ वर्कर घर-घर जाकर लोगों तक शासन की योजनाओं का लाभ पहुंचा रही थीं। कोरोना कालखण्ड में प्रदेश सरकार द्वारा गरीबों को भरण पोषण भत्ता प्रदान किया गया। प्रदेश में 15 करोड़ और देश में 80 करोड़ परिवारों को निःशुल्क राशन प्रदान किया गया। लोगों को कोरोना वैक्सीन की 220 करोड़ निःशुल्क डोजेज उपलब्ध कराई गईं। योजनाओं का लाभ बिना भेदभाव प्रत्येक तबके तक पहुंचाया गया। शासन की योजनाएं कैसे प्रभावी ढंग से लागू की जाती हैं, यह कालखण्ड इसका एक उदाहरण है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि जनपद हाथरस भारत की आध्यात्मिक और सांस्कृतिक परम्परा को नई धार देने वाले, भारत की सन्त परम्परा के साथ-साथ साहित्यिक परम्परा को नई ऊंचाई प्रदान करने वाले काका हाथरसी और निर्भय हाथरसी की पावन धरा है। यहां के लोगों की हाथ की कला से निर्मित हींग के बिना दाल स्वादहीन लगती है।
इस अवसर पर जनप्रतिनिधिगण व शासन-प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।
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