मुख्यपृष्ठविचार जीवन ही इधर हर जीवन की परछाई है, Hindi Samvad News 10:57 pm 0 टिप्पणियाँ Facebook Twitter जीवन ही इधर हर जीवन की परछाई है,आगे मेरे कुआँ तो पीछे यहाँ पर खाई है! वो ही जान मेरी लेने पर आमदा है आज, जिन पर कभी मैनें जिन्दगी अपनी लूटाई है!! प्रियंका द्विवेदीउत्तर प्रदेशप्रसन्न रहें Tags विचार Facebook Twitter
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