(विनोद खन्ना फाइल फोटो)

Manoj Gupta की रिपोर्ट

Bollywood :- विनोद खन्ना का जन्म 6 अक्टूबर, 1946 को पेशावर के पाकिस्तान में हुआ था। वो इंडस्ट्री के सबसे ज्यादा फीस लेने वाले अभिनेता थे लेकिन करियर की ऊंचाई पर उन्होंने अभिनय छोड़ दिया था।


हिंदी सिनेमा अभिनेता विनोद खन्ना फिल्म जगत के उन सितारों में थे, जिन्हें पर्दे पर देखते ही दर्शक झूम उठते थे। उन्होंने अपने करियर में एक से बढ़कर एक फिल्मों में काम किया है। ये सारी बातें उनकी 77वें सालगिराह के मौके पर कर रहे हैं। वो आज भले ही इस दुनिया में नहीं हैं मगर वो आज भी लोगों के जहन में उनकी याद बरकरार है तो चलिए इस खास अवसर पर आपको विनोद खन्ना के बारे में बताते हैं... विनोद खन्ना की जीवनी किसी फिल्मी कहानी से कम नहीं है। बॉलीवुड में उनका दबदबा खूब रहा था लेकिन प्रशंसकों को तब हैरानी हुई जब उन्होंने करियर की ऊंचाई पर सब कुछ छोड़ने का फैसला किया और अध्यात्म की राह चुन ली। उनके इस कदम से ना केवल प्रशंसक बल्कि परिवार तक काफी हैरान थे। वो फिल्में छोड़ ओशो के आश्रम में चले गए थे हालांकि, बाद में फिर लौटे और अभिनय में वापसी की। मगर तब तक सब समाप्त हो चुका था। करियर का वो स्टारडम हाथ से निकल चुका था।


अभिनय के साथ राजनीति में भी आजमाया हाथ


इतना ही नहीं, विनोद खन्ना ने अभिनय में वापसी करने के बाद राजनीति में भी अपनी किस्मत आजमाई। वो एक राजनेता बने और यहां भी छा गए थे। उन्होंने अपने काम को यहां पर भी साबित किया और उन्हें जनता का खूब प्यार मिला। वो साल 1997 में बीजेपी में शामिल हुए थे और गुरदासपुर से पहली बार सांसद चुने गए थे। 2014 में वो लोकसभा का चुनाव जीतकर चौथी बार संसद पहुंचे थे। अभिनय के साथ-साथ अभिनेता को राजनीति में भी अपार सफलता मिली थी। इससे पहले वो 1999 और 2004 में लोकसभा चुनाव भी जीते थे साथ ही 2002 में वो संस्कृति और पर्यटन केंद्रीय मंत्री बने थे।


6 सालों तक मन में दबाकर रखी ये बात


विनोद खन्ना के निधन ने सभी को हैरान करके रख दिया था। उनकी मौत ना केवल फिल्मी जगत और परिवार के लिए बल्कि प्रशंसकों के लिए भी बड़ा झटका थी। उनके अचानक निधन ने सभी को अंदर तक तोड़कर रख दिया था। उनकी मृत्यु से बहुत कम लोगों को ही पता था कि उन्हें कैंसर था। विनोद ने 6 सालों तक अपनी इस बीमारी को सबसे छुपाकर रखी थी। रिपोर्ट्स की मानें तो विनोद ने सालों तक इस बात को छुपाकर रखी थी फिर एक बार अपने चुनाव क्षेत्र गुरदासपुर के प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान इसका खुलासा किया था। इस दौरान उनसे मीडिया द्वारा पूछा गया कि वो इतने दिनों तक कहां गायब थे? इसका जवाब देते हुए उन्होंने कैंसर का खुलासा किया था।


अंत में विनोद खन्ना कैंसर के इलाज के बाद भी इससे जंग हार गए और 27 अप्रैल, 2017 को दुनिया को अलविदा कह गए। फिल्मी जगत में उनके प्रशंसकों और परिवारवालों को उनकी काफी कमी आज भी खलती है।

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