मथुरा।।श्री कृष्ण जन्म भूमि संघर्ष न्यास के अध्यक्ष दिनेश शर्मा ने कहा कि वह नंगे पैर सुप्रीम कोर्ट पहुंच गए हैं और सुप्रीम कोर्ट में अब अगली सुनवाई 10 नवंबर को होगी। पिछली डेट पर सुप्रीम कोर्ट ने रजिस्ट्रार इलाहाबाद को सभी पत्रावलियों के साथ तलब किया था लेकिन रजिस्टर इलाहाबाद के प्रतिनिधि ने दो दिन पहले ही पत्रावली जमा की हैं, जिनकी समीक्षा अभी सुप्रीम कोर्ट नहीं कर पाया है, और वह पत्रावली अभी रिकॉर्ड में भी नहीं चढ़ी हैं जिस वजह से सुप्रीम कोर्ट ने अब सुनवाई के लिए 10 नवंबर की डेट लगा दी है, हिंदू पक्ष चाहता है कि पहले सुनवाई मथुरा में हो उसके बाद में इलाहाबाद जाए लेकिन हिंदू पक्ष चाहता है की सुनवाई या तो इलाहाबाद में हो या दिल्ली में हो। दिनेश शर्मा दिल्ली सुप्रीम कोर्ट में नंगे पांव पहुंचे और उन्होंने कोर्ट में सुनवाई देखी। उन्होंने बताया कि हिंदू पक्ष और मुस्लिम पक्ष के अधिवक्ताओं के मध्य में कोई बहस नहीं हो सकी ।पत्रावली लेट होने के कारण सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई नहीं हो सकी। श्री कृष्ण जन्म भूमि से ईदगाह मस्जिद को हटाने वाले लगभग एक दर्जन मुकदमा मथुरा कोर्ट में चल रहे थे लेकिन हिंदू पक्ष ने इलाहाबाद हाईकोर्ट में एक याचिका दाखिल की और उसमें मांग की की सभी कोर्ट में चल रहे मुकदमों को इलाहाबाद कोर्ट में सुनवाई हुई क्योंकि यह राष्ट्रीय हित का मुद्दा है ,हिंदू पक्ष और मुस्लिम पक्ष के अधिवक्ताओं के मध्य में बहस हुई, उसके बाद इलाहाबाद हाईकोर्ट ने एक आदेश जारी किया कि मथुरा श्री कृष्ण जन्मभूमि से संबंधित सभी मुकदमा को अब इलाहाबाद हाई कोर्ट सुनेगा इस आदेश के खिलाफ मुस्लिम पक्ष सुप्रीम कोर्ट गया और उन्होंने मांग की कि हमारे वादों की सुनवाई मथुरा में ही हो लेकिन हिंदू पक्ष ने सुप्रीम कोर्ट में माननीय न्यायालय से प्रार्थना की कि हमको भी इसमें सुना जाए तो इसमें सुनवाई के दौरान माननीय सुप्रीम कोर्ट ने 30 अक्टूबर की डेट लगाई थी, लेकिन सुनवाई नहीं हो सकी। इसलिए न्यायालय ने अब अगली सुनवाई के लिए 10 नवंबर की तारीख लगा दी है। हिंदूवादी नेता दिनेश शर्मा ने कहा कि वह 10 नवंबर को सुप्रीम कोर्ट नंगे पैर ही आएंगे।
श्री कृष्ण जन्मभूमि केस में 10 नवंबर को होगी सुनवाई नंगे पैर सुप्रीम कोर्ट जाएंगे दिनेश शर्मा
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