आने
वाले
10 वर्षों
में
पूरी
तरह
बदली
हुई
नजर
आएगी
देश
की
रेल:
पीएम
मोदी
प्रधानमंत्री
ने
देश
की
पहली
रैपिडेक्स
ट्रेन
'नमो
भारत'
को
साहिबाबाद
से
दिखाई
हरी
झंडी
पीएम
मोदी
ने
कहा-
जिस
योजना
का
करते
हैं
शिलान्यास,
उसका
उद्घाटन
भी
हम
ही
करते
हैं
बोले
पीएम-
युवा
पीढ़ी
को
विश्वास
दिलाता
हूं
कि
आने
वाले
दशक
में
किसी
भी
देश
से
भारत
की
ट्रेन
को
पीछे
नहीं
देखेंगे
20 अक्टूबर,
गाजियाबाद/लखनऊ।
प्रधानमंत्री
नरेन्द्र
मोदी
ने
कहा
कि
'नमो
भारत'
में
देश
के
भविष्य
की
झलक
दिखती
है।
आने
वाले
10 साल
में
देश
की
पूरी
रेल
बदली
नजर
आएगी।
उन्होंने
कहा
कि
नमो
भारत
को
दिल्ली,
हरियाणा,
राजस्थान
जैसे
देश
के
अन्य
हिस्सों
से
भी
कनेक्ट
किया
जाएगा।
इसकी
आवाज
हवाई
जहाज
की
आवाज
से
भी
कम
और
सुविधाजनक
है।
पीएम
मोदी
ने
कहा
कि
यह
ट्रेन
नए
भारत
के
संकल्पों
को
परिभाषित
करती
है।
उन्होंने
कहा
कि
आज
पूरे
देश
के
लिए
एक
ऐतिहासिक
क्षण
है।
आज
भारत
की
पहली
रैपिड
रेल
सेवा
'नमो
भारत'
ट्रेन
राष्ट्र
को
समर्पित
हो
रही
है।
पीएम
मोदी
ने
शुक्रवार
को
साहिबाबाद
रैपिडेक्स
स्टेशन
पर
दिल्ली-गाजियाबाद-मेरठ
आरआरटीएस
कॉरिडोर
के
प्रायोरिटी
सेक्शन
का
उद्घाटन
किया।
उन्होंने
भारत
में
रीजनल
रैपिड
ट्रांजिट
सिस्टम
के
शुभारंभ
के
साथ
साहिबाबाद
को
दुहाई
डिपो
से
जोड़ने
वाली
देश
की
पहली
रैपिडेक्स
ट्रेन
को
भी
हरी
झंडी
दिखाई,
जिसका
नाम
'नमो
भारत'
रखा
गया
है।
इस
दौरान
पीएम
मोदी
ने
कहा
कि
लगभग
चार
साल
पहले
दिल्ली,
गाजियाबाद,
मेरठ,
रीजनल
कॉरिडोर
प्रोजेक्ट
की
आधारशिला
रखी
गई
थी।
आज
साहिबाबाद
से
दुहाई
डिपो
तक
उस
हिस्से
पर
नमो
भारत
का
संचालन
शुरू
हो
गया
है।
उन्होंने
कहा
कि
जिस
योजना
का
हम
शिलान्यास
हम
करते
हैं,
उसका
उद्घाटन
भी
हम
ही
करते
हैं।
नमो
भारत,
नए
भारत
को
परिभाषित
कर
रही
है
पीएम
मोदी
ने
कहा
कि
मेरठ
वाला
हिस्सा
साल-डेढ़
साल
बाद
पूरा
होगा।
उस
समय
भी
आपकी
सेवा
में
मौजूद
रहूंगा।
उन्होंने
कहा
कि
नमो
भारत
ट्रेन
में
आधुनिकता
भी
है,
और
गति
भी
है।
ये
नमो
भारत
नए
भारत
के
नए
सफर
और
नए
संकल्पों
को
परिभाषित
कर
रही
है।
उन्होंने
कहा
कि
भारत
का
विकास
राज्यों
के
विकास
से
ही
संभव
है।
उन्होंने
कहा
कि
आज
बेंगलुरु
में
मेट्रो
की
दो
लाइनों
को
भी
देश
को
समर्पित
किया
गया
है।
इससे
आईटी
हब
की
कनेक्टिविटी
बेहतर
हुई
है।
अब
वहां
हर
रोज
लगभग
8 लाख
लोग
मेट्रो
से
सफर
कर
रहे
हैं।
मैं
नई
मेट्रो
सुविधा
के
लिए
बेंगलुरु
के
सभी
लोगों
को
बधाई
देता
हूं।
नमो
भारत,
भविष्य
के
भारत
की
झलक
पीएम
मोदी
ने
कहा
कि
तेज
रफ्तार
वाली
नमो
भारत
मेड
इन
इंडिया
ट्रेन
है।
प्लेटफार्म
का
स्क्रीन
डोर
के
सिस्टम
भी
मेड
इन
इंडिया
है।
उन्होंने
कहा
कि
नमो
भारत,
भविष्य
के
भारत
की
झलक
है।
नमो
भारत,
इस
बात
का
भी
प्रमाण
है
कि
जब
देश
की
आर्थिक
ताकत
बढ़ती
है
तो
कैसे
हमारे
देश
की
तस्वीर
बदल
जाती
है।
पीएम
मोदी
ने
कहा,
दुनिया
में
आज
का
हिंदुस्तान
छाया
हुआ
है।
आज
का
भारत
अपने
दम
पर
5जी
लांच
करता
है
और
उसे
देश
के
कोने-कोने
में
ले
जाता
है।
आज
का
भारत
दुनिया
में
सबसे
ज्यादा
डिजिटल
लेनदेन
करता
है।
मुझे
छोटे-छोटे
सपने
देखने
की
आदत
नहीं
है।
उन्होंने
कहा
कि
देश
के
युवा
पीढ़ी
को
विश्वास
दिलाना
चाहता
हूं
कि
आने
वाले
दशक
में
आप
किसी
भी
देश
से
भारत
की
ट्रेन
को
पीछे
नहीं
देखेंगे।
साथ
में
सीएम
योगी
रहे
मौजूद
पीएम
मोदी
ने
मोबाइल
से
क्यूआर
कोड
स्कैन
करके
पहला
टिकट
खरीदा
और
ट्रेन
में
बैठे,
जहां
उन्होंने
छात्रों
से
मुलाकात
की।
साथ
ही
उन्होंने
ट्रेन
स्टाफ
से
भी
बातचीत
की।
वह
नमो
ट्रेन
में
बैठकर
वसुंधरा
सेक्टर-8
के
मैदान
पर
पहुंचे।
इस
दौरान
मुख्यमंत्री
योगी
आदित्यनाथ,
राज्यपाल
आनंदी
बेन
पटेल
और
केंद्रीय
शहरी
विकास
मंत्री
हरदीप
सिंह
पुरी
भी
उपस्थित
रहे।
—-----------------
45 मिनट
में
मेरठ
से
दिल्ली
एक
सपना
था,
लेकिन
मोदी
है
तो
मुमकिन
हैः
सीएम
योगी
मुख्यमंत्री
योगी
आदित्यनाथ
ने
देश
की
पहली
रैपिड
रेल
के
उद्घाटन
के
लिए
पीएम
मोदी
का
जताया
आभार
सीएम
योगी
ने
कहा-
पब्लिक
ट्रांसपोर्ट
का
उत्तम
माध्यम
है
रैपिड
रेल,
दिल्ली
से
मेरठ
की
दूरी
होगी
कम
रैपिड
रेल
से
पहले
मेरठ
और
दिल्ली
को
12 लेन
के
एक्सप्रेस
हाईवे
के
साथ
भी
जोड़ा
जा
चुका
हैः
सीएम
योगी
पीएम
मोदी
के
मार्गदर्शन
एवं
नेतृत्व
में
उत्तर
प्रदेश
एक
नए
इंफ्रास्ट्रक्चर
का
दर्शन
कर
रहा
हैः
मुख्यमंत्री
गाजियाबाद/लखनऊ,
20 अक्टूबर।
रैपिड
रेल
पब्लिक
ट्रांसपोर्ट
का
एक
उत्तम
माध्यम
है।
हमने
स्वयं
प्रधानमंत्री
जी
के
मार्गदर्शन
में
इसकी
यात्रा
की।
यह
ट्रेन
दिल्ली
से
मेरठ
की
दूरी
को
कम
कर
देगी।
इससे
पहले
मेरठ
को
12 लेन
के
एक्सप्रेस
हाईवे
के
साथ
भी
जोड़ा
जा
चुका
था।
जो
दूरी
साढ़े
पहले
चार
घंटे
में
तय
की
जाती
थी
वह
आज
मात्र
45 मिनट
में
पूरी
हो
सकेगी।
यही
स्थिति
रैपिड
रेल
के
प्रारंभ
होने
से
भी
होगी।
यह
कभी
एक
सपना
था,
लेकिन
आज
मोदी
है
तो
मुमकिन
है
की
तर्ज
पर
यह
सपना
साकार
हो
रहा
है।
पूरा
देश
और
उत्तर
प्रदेश
इस
सपने
को
साकार
होता
देख
रहा
है।
यह
बातें
सीएम
योगी
ने
शुक्रवार
को
गाजियाबाद
में
पीएम
मोदी
द्वारा
भारत
की
पहली
नमो
भारत
ट्रेन
(रैपिडेक्स)
के
फ्लैग
ऑफ
और
देश
के
प्रथम
रीजनल
रैपिड
ट्रांजिट
सिस्टम
के
उद्घाटन
के
अवसर
पर
कहीं।
इस
अवसर
पर
सीएम
योगी
ने
पीएम
मोदी
को
अंग
वस्त्र
एवं
मां
दुर्गा
की
प्रतिमा
भेंट
कर
उनका
सम्मान
भी
किया।
वंदे
भारत
ट्रेन
ने
कराया
एक
नए
भारत
का
दर्शन
पीएम
मोदी
का
आभार
जताते
हुए
सीएम
योगी
ने
कहा
कि
देश
की
पहली
रीजनल
रैपिड
ट्रांजिट
सिस्टम
रैपिड
रेल
को
नमो
भारत
के
रूप
में
विजयदशमी
के
पूर्व
देश
को
समर्पित
करने
के
लिए
प्रदेश
की
25 करोड़
की
जनता
की
ओर
से
प्रधानमंत्री
का
आभार
और
स्वागत
करता
हूं।
शारदीय
नवरात्रि
में
आपका
ये
उपहार
हम
सबके
लिए
एक
उपकार
है।
पिछले
साढ़े
9 वर्ष
के
अंदर
इस
देश
ने
वर्ल्ड
क्लास
इंफ्रास्ट्रक्चर
को
देखा
है।
एयरपोर्ट
की
तर्ज
पर
रेलवे
स्टेशन
बने,
अमृत
भारत
के
अंदर
500 रेलवे
स्टेशन
के
पुनरोद्धार
का
कार्य
जिस
गति
के
साथ
चला
है
आज
वह
भी
भारत
देख
रहा
है।
वंदे
भारत
ट्रेन
ने
एक
नए
भारत
का
दर्शन
कराया
है।
आज
देश
की
पहली
नमो
भारत
ट्रेन
उत्तर
प्रदेश
को
देने
के
लिए
आप
गाजियाबाद
पधारे
हैं,
बाबा
दुग्धेश्वर
की
पावन
धरा
पर
आपका
अभिनंदन
करता
हूं।
इंफ्रास्ट्रक्चर
की
दौड़
में
तेजी
से
आगे
बढ़
रहा
उत्तर
प्रदेश
सीएम
योगी
ने
कहा
कि
पीएम
मोदी
के
मार्गदर्शन
एवं
नेतृत्व
में
देश
की
सबसे
बड़ी
आबादी
का
राज्य
एक
नए
इंफ्रास्ट्रक्चर
का
दर्शन
कर
रहा
है।
ये
डबल
इंजन
सरकार
के
ही
प्रयास
हैं
कि
उत्तर
प्रदेश
के
5 शहर
ऐसे
हैं
जहां
अत्याधुनिक
पब्लिक
ट्रांसपोर्ट
की
व्यवस्था
के
रूप
में
मेट्रो
रेल
का
सफलतापूर्वक
संचालन
हो
रहा
है
और
फरवरी
में
आपके
ही
कर
कमलों
से
आगरा
में
भी
मेट्रो
रेल
का
संचालन
प्रायोरिटी
सेक्शन
में
प्रारंभ
होगा।
यही
नहीं,
वाराणसी
में
बाबा
विश्वनाथ
के
धाम
और
देश
की
सबसे
प्राचीन
अविनाशी
काशी
में
भी
उसकी
पुरातन
काया
को
नए
कलेवर
में
बदलते
हुए
देश
की
पहली
रोपवे
सर्विस
का
कार्य
युद्ध
स्तर
पर
चल
रहा
है।
यह
एक
नया
इंफ्रास्ट्रक्चर,
चाहे
वो
हाईवे
के
रूप
में
हो,
एक्सप्रेस
हाईवे
के
रूप
में,
ईस्टर्न
एंड
वेस्टर्न
डेडिकेटेड
फ्रेट
कॉरिडोर
के
रूप
में
और
लॉजिस्टिक
हब
के
रूप
में
स्थापित
करने
के
जो
प्रयास
प्रारंभ
हुए
हैं
आज
उसके
चमत्कारिक
परिणाम
देखने
को
मिल
रहे
हैं।
ये
उसी
का
परिणाम
है
कि
देश
ने
अपनी
आजादी
के
अमृत
महोत्सव
वर्ष
में
इस
अत्याधुनिक
वर्ल्ड
क्लास
इंफ्रास्ट्रक्चर
के
माध्यम
से
भारत
को
दुनिया
की
पांचवीं
सबसे
बड़ी
अर्थव्यवस्था
के
रूप
में
बढ़ते
हुए
देखा
है।
इस
अवसर
पर उत्तर
प्रदेश
की
राज्यपाल
आनंदी
बेन
पटेल,
केंद्रीय
आवासन
एवं
शहरी
मामलों
के
मंत्री
हरदीप
सिंह
पुरी,केंद्रीय
मंत्री
रि.जनरल
वीके
सिंह,
कौशल
किशोर,
उत्तर
प्रदेश
भाजपा
अध्यक्ष
चौधरी
भूपेंद्र
सिंह,
प्रदेश
सरकार
के
मंत्री नरेंद्र
कश्यप,
सांसद
राजेंद्र
अग्रवाल,
सतपाल
सिंह,
अनिल
अग्रवाल,
डॉ.
लक्ष्मीकांत
बाजपेई,
विजय
पाल
सिंह
तोमर,
कांता
करदम,
महापौर
सुनीता
दयाल,
अध्यक्ष
जिला
पंचायत
ममता
त्यागी
समेत
विधायकगण
और
वीडियो
कांफ्रेंस
के
माध्यम
से
बेंगलुरू
से
जुड़े
कर्नाटक
के
मुख्यमंत्री
सिद्धारमैया
उपस्थित
रहे।
------------------------------
बॉक्स
रैपिडेक्स
फैक्ट
फाइल
- साहिबाबाद से 17 किलोमीटर
लंबे
गाजियाबाद,
गुलधार,
दुहाई
और
दुहाई
डिपो
के
बीच
में
इस
रैपिडेक्स
का
संचालन
होगा
- 160 किलोमीटर
प्रति
घंटे
की
रफ्तार
से
चलेगी
यह
सेमी
हाई
स्पीड
ट्रेन
- 82 किलोमीटर
लंबे
इस
प्रोजेक्ट
के
जून
2025 तक
पूरा
होने
जाने
की
उम्मीद
है.
- आरआर टीएस द्वारा इस प्रोजेक्ट को 2019 में
शुरू
किया
गया
था
- आरटीएस के द्वारा इस रैपिड रेल परियोजना को रैपिडेक्स का नाम दिया गया है
- दिल्ली से मेरठ के बीच पूरे रुट के निर्माण के बाद कुल 30 रैपिड
ट्रेनों
को
चलाने
की
तैयारी
है।
- सरकार ने ऐसी ही आठ लाइन की पहचान की है जिनका विकास RRTS प्रोजेक्ट
के
तहत
किया
जाएगा।
- फर्स्ट फेज में तीन कॉरीडोर का निर्माण NCRTC करेगी।
ये
होंगे
दिल्ली-गाजियाबाद-मेरठ, दिल्ली-गुड़गांव-निमराणा-अलवर
और
दिल्ली-पानीपत।
- बाकी बचे पांच कॉरिडोर जहां ट्रेनें 160 किमी
प्रति
घंटे
की
रफ्तार
से
चलेंगी
वे
हैं-दिल्ली-फरीदाबाद-बल्लबगढ़-पलवल,
गाजियाबाद-खुर्जा,
दिल्ली-बहादुरगढ़-रोहतक,
गाजियाबाद-हापुड़
और
दिल्ली-शहदरा-बड़ौत।
दिल्ली,गाजियाबाद
और
मेरठ
को
कनेक्ट
करेगी
- इस कॉरिडोर का प्लान रैपिड X प्रोजेक्ट
के
तहत
किया
गया
है,
जिसके
मैनेजमेंट
की
जिम्मेदारी
नेशनल
कैपिटल
रीजन
ट्रांसपोर्ट
कॉरपोरेशन
यानी
NCRTC की
होगी।
-NCRTC का
दावा
है
कि
ये
भारत
का
पहला
ऐसा
ट्रेन
सिस्टम
होगा
जिसमें
ट्रेन
160 किमी
प्रति
घंटे
की
रफ्तार
से
दौड़ेगी।
पहले
खंड
में
रैपिड
रेल
साहिबाबाद
से
दुहाई
डिपो
के
बीच
चलेगी,
ये
रूट
17 किलोमीटर
लंबा
है।
-इस रूट पर 5 स्टेशन
होंगे,
जिसमें
साहिबाबाद,
गाजियाबाद,
गुलधर,
दुहाई
और
दुहाई
डिपो
हैं।
-यात्री मोबाइल और कार्ड के माध्यम से भी टिकट खरीद सकेंगे।
मरीज
और
दिव्यांगों
के
लिए
खास
व्यवस्था
रेल
कोच
के
आखिरी
डिब्बे
में
स्ट्रेचर
का
इंतजाम
किया
गया
है.
अगर
किसी
मरीज
को
मेरठ
से
दिल्ली
रेफर
किया
जाता
है
तो
इसके
लिए
एक
अलग
कोच
की
व्यवस्था
है,
ताकि
कम
कीमत
में
मरीज
को
पहुंचाया
जा
सके।
दिव्यांगों
के
लिए
अलग
सीट्स
तैयार
की
गई
है,
जिन्हें
इस्तेमाल
न होने
की
सूरत
में
मोड़ा
जा
सकेगा।
ट्रेन
में
एडजस्टेबल
चेयर
इस
ट्रेन
की
सीटें
बेहद
आरामदायक
बनाए
गए
हैं।
ट्रेन
में
एडजस्टेबल
चेयर
हैं।
इसके
साथ
ही
खड़े
होने
वाले
यात्रियों
के
लिए
भी
विशेष
इंतजाम
किए
गए
हैं।
ट्रेन
में
वाईफाई
की
सुविधा,मोबाइल-यूएसबी
चार्जर
भी
होंगे।
2 रुपए प्रति किमी. होगा किराया
डीपीआर
के
अनुमान
के
मुताबिक,
ट्रेन
में
किराया
करीब
2 रुपए
प्रति
किमी
होगा।
दिल्ली
मेट्रो
की
सात
लाइनों
पर
रैपिड
लाइन
की
कनेक्टिविटी
होगी।
इसे
मुनिरका,
आईएनए
और
एरोसिटी
से
जोड़ा
जाएगा।
8 लाख यात्री करेंगे सफर
आरआरटीएस
प्रोजेक्ट
के
मुताबिक
पूरे
कॉरिडोर
के
साथ
24 स्टेशन
बनाए
जाएंगे।
एजेंसी
का
अनुमान
है
कि
प्रोजेक्ट
2025 में
पूरा
हो
जाएगा
तो
रोजाना
8 लाख
यात्री
इससे
सफर
कर
सकेंगे।
दिल्ली
से
मेरठ
पहुंचने
में
एक
घंटे
का
वक्त
लगेगा।
—-----------
मिशन
शक्ति
प्रदेश
की
नारी
शक्ति
को
मिला
29 हजार
शक्ति
दीदी
का
साथ
- मिशन शक्ति के चाैथे चरण के तहत प्रदेश भर में चलाए जा रहे विभिन्न कार्यक्रम
- योगी सरकार के निर्देश पर नारी शक्ति को किया जा रहा जागरुक
- 76,043 पूजा
पंडाल,
रामलीला,
मेला
स्थल
समेत
40,655 ग्राम
पंचायतों
एवं
11,695 वार्डों
में
आयोजित
किए
गए
विभिन्न
कार्यकम
-
अभियान
के
तहत
महिला
बीट
कर्मियों
ने
6,303 हिस्ट्रीशीटर
को
चिन्हित
कर
3,450 न्यायालय
संबंधी
आदेशों
का
कराया
तामीला
- महिला बीट कर्मी को बीट भ्रमण एवं पिंक बूथ पर मिले 6,269 शिकायती
पत्र,
5,648 का
मौके
पर
ही
किया
गया
निस्तारण
लखनऊ,
20 अक्टूबर:
प्रदेश
की
नारी
शक्ति
की
सुरक्षा,
सम्मान
और
स्वावलंबन
को
समर्पित
मिशन
शक्ति
के
चौथे
चरण
के
तहत
प्रदेश
भर
में
महिलाओं
को
जागरुक
करने,
योगी
सरकार
की
योजनाओं
की
जानकारी
देने,
उनकी
समस्या
का
मौके
पर
ही
निस्तारण
करने
एवं
बच्चों
को
गुड
और
बेड
टच
की
जानकारी
देने
समेत
अन्य
विभिन्न
कार्यक्रम
आयोजित
किए
जा
रहे
हैं।
मालूम
हो
कि
इन
सभी
कार्यक्रमों
का
आगाज
मुख्यमंत्री
योगी
आदित्यनाथ
ने
शनिवार
को
अपने
सरकारी
आवास
से
महिला
सशक्तिकरण
रैली
रवाना
कर
किया
था।
योगी
सरकार
के
मिशन
शक्ति
के
चौथे
चरण
को
सफल
बनाने
के
लिए
28,965 पुलिस
कर्मचारी-अधिकारी
एवं
विभिन्न
विभाग
के
7,738 अधिकारी-कर्मचारी
प्रदेश
की
ग्राम
पंचायातों,
वार्ड,
मोहल्लों,
स्कूल,
कॉलेज
एवं
शारदीय
नवरात्र
में
स्थापित
पंडाल,
रामलीला
मंच
के
साथ
मेला
स्थल
का
भ्रमण
कर
रहे
हैं।
इस
दौरान
नुक्कड़
नाटक,
लघु
फिल्म,
महिला
एवं
बाल
सुरक्षा
संगठन
के
थीम
साॅन्ग,
ध्वनि
संदेश
और
परिचर्चा
का
आयोजन
किया
जा
रहा
है।
ढ़ाई
हजार
से
अधिक
महिला
अपराध
से
पीड़िताओं
का
महिला
बीट
कर्मियों
ने
जाना
हाल-चाल
महिला
एवं
बाल
सुरक्षा
संगठन
की
अपर
पुलिस
महानिदेशक
एवं
मिशन
शक्ति
की
नोडल
पद्मजा
चौहान
ने
बताया
कि
मिशन
शक्ति
के
चौथे
चरण
के
तहत
15 अक्टूबर
से
अब
तक
यूपी
पुलिस
एवं
विभिन्न
विभाग
की
आेर
से
प्रदेश
के
76,043 पूजा
पंडाल,
रामलीला
एवं
मेला
स्थल
का
भ्रमण
किया
गया
है।
इसके
साथ
ही
टीम
ने
40,655 ग्राम
पंचायतों
एवं
11,695 वार्डों
में
विभिन्न
कार्यक्रम
आयोजित
किये,
जिसमें
9,39,188 महिला
और
9,49,340 पुरुष
शामिल
हुए।
इस
दौरान
योगी
सरकार
की
विभिन्न
जानकारियों
से
जुड़ी
8,04,159 प्रचार
सामग्री
वितरित
की
गयी।
वहीं
प्रदेश
के
15,466 स्कूल-कॉलेज
में
बच्चों
को
बेड
एवं
गुड
टच
की
जानकारी
दी
गयी।
इस
दौरान
3,667 सांस्कृतिक
कार्यक्रम,
8,692 लघु
फिल्में,
14,109 ऑडियो
क्लिप
का
प्रसारण
किया
गया
जबकि
4,467 नुक्कड़
नाटक
का
मंचन
किया
गया।
साथ
ही
16,273 रेलवे/बस
स्टेशन/अन्य
सार्वजनिक
स्थलों
पर
जागरुकता
अभियान
चलाया
गया।
इतना
ही
नहीं
महिला
बीट
कर्मियों
ने
2,595 महिला
अपराध
की
पीड़िताओं
से
मुलाकात
कर
उनका
हाल-चाल
जाना
गया।
इस
दौरान
पीड़िताओं
के
2,986 परिवारजनों
की
काउंसिलिंग
की
गयी।
साथ
ही
2,198 पीड़िताओं
की
काउंसिलिंग
कर
आवश्यक
सहायता
उपलब्ध
करायी
गयी।
महिला
बीट
कर्मियों
ने
6,303 हिस्ट्रीशीटर
को
चिन्हित
कर
3,450 न्यायालय
संबंधी
आदेशों
का
तामीला
कराया।
महिला
बीट
कर्मी
को
बीट
भ्रमण
एवं
पिंक
बूथ
पर
6,269 शिकायती
पत्र
मिले,
जिसमें
से
5,648 का
मौके
पर
ही
निस्तारण
किया
गया।
ग्रामीण
इलाकों
एवं
मलिन
बस्तियों
में
चलाया
गया
विशेष
अभियान
अभियान
के
दौरान
ग्रामीण
इलाकों
एवं
मलिन
बस्तियों
में
बाल
विवाह,
बाल
श्रम
उन्मूलन
समेत
अन्य
बाल
अपराधों
को
लेकर
10,357 विशेष
जागरुकता
कार्यक्रम
चलाए
गए,
जिसमें
4,03,901 लोगों
ने
प्रतिभाग
किया।
इस
दौरान
4,320 लघु
फिल्मों
का
प्रसारण
किया
गया।
साथ
ही
2,763 नुक्कड़
नाटकों
का
मंचन
किया
गया।
इसमें
गैर
सरकार
संस्थानों
के
2,098 लोगों
ने
प्रतिभाग
किया।
—--------------
अब
लंदन
के
वर्ल्ड
ट्रैवल
मार्केट
में
गूंजेगा
उत्तर
प्रदेश
का
नाम
-ब्रिटेन की राजधानी के वर्ल्ड ट्रैवल मार्केट में 6 से
9 नवंबर
के
मध्य
आयोजित
होने
जा
रहे
टूरिज्म
एक्सपो
में
उत्तर
प्रदेश
बनेगा
आकर्षण
का
केंद्र
-सीएम योगी की मंशा के अनुरूप पर्यटन विभाग ने विस्तृत कार्ययोजना पर कार्य करना किया शुरू, 52 स्क्वेयर
मीटर
के
एरिया
में
स्टॉल
लगाकर
होगा
यूपी
का
प्रमोशन
-लंदन के टूरिज्म एक्सपो में यूपी के स्टॉल को सुव्यवस्थित तरीके से स्थापित व संचालित करने के लिए एजेंसी होगी नियुक्त, ई-टेंडर के जरिए मांगा गया है आवेदन
-26 अक्टूबर
तक
इच्छुक
एजेंसियां
कर
सकती
हैं
आवेदन
लखनऊ,
20 अक्टूबर।
उत्तर
प्रदेश
को
उत्तम
प्रदेश
बनाने
की
दिशा
में
प्रयास
कर
रही
योगी
सरकार
अब
विदेशों
में
भी
उत्तर
प्रदेश
की
ब्रांडिंग
करेगी।
ग्लोबल
लेवल
पर
उत्तर
प्रदेश
के
टूरिज्म
सेक्टर
की
धाक
जमाने
के
उद्देश्य
से
योगी
सरकार
ब्रिटेन
की
राजधानी
लंदन
स्थित
वर्ल्ड
ट्रैवल
मार्केट
में
6 से
9 नवंबर
के
मध्य
आयोजित
होने
जा
रहे
टूरिज्म
एक्सपो
में
उत्तर
प्रदेश
को
बतौर
ब्रांड
व फेवरेबल
टूरिस्ट
डेस्टिनेशन
के
तौर
पर
प्रोजेक्ट
करने
की
तैयारी
कर
रही
है।
सीएम
योगी
की
मंशा
के
अनुरूप
इसके
लिए
एक
विस्तृत
कार्ययोजना
तैयार
की
गई
है।
पर्यटन
विभाग
वर्ल्ड
ट्रैवल
मार्केट
में
आयोजित
होने
जा
रहे
टूरिज्म
एक्सपो
में
52 स्क्वेयर
मीटर
के
एरिया
में
एक
स्टॉल
स्थापित
करेगा।
इस
स्टॉल
की
स्थापना
व कुशल
संचालन
के
लिए
बाकायदा
एक
एजेंसी
को
पर्यटन
विभाग
द्वारा
नियुक्त
किया
जाएगा।
एजेंसी
के
लिए
ई-टेंडर
पोर्टल
के
जरिए
ई-बिडिंग
प्रक्रिया
शुरू
कर
दी
गई
है।
17 अक्टूबर
से
शुरू
हुई
इस
प्रक्रिया
के
अंतर्गत
26 अक्टूबर
तक
इच्छुक
एजेंसियां
अप्लाई
कर
सकती
हैं
जिसके
बाद
चयनित
एजेंसी
को
प्रोग्राम
को
सुचारू
ढंग
से
संचालित
करने
का
कार्यभार
सौंपा
जाएगा।
उत्तर
प्रदेश
की
आध्यात्मिक
व ऐतिहासिक
विरासत
को
मिलेगी
प्रमुख
प्राथमिकता
लंदन
में
आयोजित
हो
रहे
टूरिज्म
एक्सपो
में
उत्तर
प्रदेश
की
समृद्ध
आध्यात्मिक
और
ऐतिहासिक
विरासत
की
झलक
पूरी
दुनिया
देख
सके
इसके
लिए
सीएम
योगी
की
मंशा
अनुरूप
पर्यटन
विभाग
इन्हीं
दो
पैरामीटर्स
पर
सबसे
ज्यादा
फोकस
कर
रहा
है।
इस
आयोजन
में
उत्तर
प्रदेश
में
स्थापित
होने
वाले
स्टॉल
की
थीमलाइन
भी
इसी
से
प्रेरित
होगी।
इतना
ही
नहीं,
उत्तर
प्रदेश
के
पर्यटन
विभाग
द्वारा
इस
स्टॉल
में
उत्तर
प्रदेश
की
सभी
धरोहरों
की
प्रॉपर
शोकेसिंग
और
उत्तर
प्रदेश
के
प्रसिद्ध
टूरिस्ट
डेस्टिनेशंस
से
जुड़े
ब्रोशर्स
व बुकलेट्स
को
एक्सपो
में
आने
वाले
एग्जिबिटर्स
के
सामने
रखा
जाएगा।
इसी
स्टॉल
में
उत्तर
प्रदेश
की
भौगोलिक,
आध्यात्मिक,
ऐतिहासिक
धरोहरों
की
छवि
के
साथ
ही
प्रदेश
की
बदलती
तस्वीर
और
विशेषकर
औद्योगिक,
आर्थिक,
लॉ
एंड
ऑर्डर,
गुड
गवर्नेंस,
स्टैंडर्ड
ऑफ
लिविंग,
इंफ्रास्ट्रक्चरल
ग्रोथ
व ईज
ऑफ
डूइंग
बिजनेस
को
लेकर
उत्तर
प्रदेश
में
योगी
सरकार
के
दौरान
हुए
सकारात्मक
बदलावों
को
भी
शोकेस
किया
जाएगा।
रूल
बुक
के
अनुसार
होगा
कार्य
आवंटन
टूरिज्म
एक्सपो
में
स्टॉल
इंस्टॉलेशन
के
लिए
ई-टेंडरिंग
प्रक्रिया
में
प्रतिभाग
करने
के
लिए
पर्यटन
विभाग
ने
एजेंसियों
से
आवेदन
मांगे
हैं।
इस
ई-टेंडर
के
लिए
टेंडर
फीस
5 हजार
रुपए
व 18 प्रतिशत
जीएसटी
निर्धारित
की
गई
है।
वहीं,
अर्नेस्ट
मनी
डिपॉजिट
(ईएमडी)
की
रकम
2 लाख
रुपए
निर्धारित
की
गई
है।
सारी
टेंडरिंग
प्रक्रिया
को
पर्यटन
विभाग
के
आधीन
नियमों
व उत्तर
प्रदेश
शासन
की
रूल
बुक
के
अनुसार
किया
जाएगा।
52 स्क्वेयर
मीटर
एरिया
में
लगेगा
उत्तर
प्रदेश
का
स्टॉल
इस
ई-टेंडरिंग
के
जरिए
स्टॉल
की
स्थापना
व संचालन
का
कार्य
प्राप्त
करने
वाली
एजेंसी
को
लंदन
के
वर्ल्ड
ट्रैवल
मार्केट
में
निर्धारित
52 स्क्वेयर
मीटकर
के
एरिया
में
स्टॉल
लगाएगी।
इसके
अतिरिक्त
इस
स्टॉल
के
डिजाइन,
फैब्रिकेशन,
सेटअप,
इंस्टॉलेशन
व डिसमैंटलिंग
के
कार्य
भी
इसी
एजेंसी
द्वारा
किए
जाएंगे।
वहीं,
स्टॉल
में
वीवीआईपी
लाउंज,
कॉफी
वेंडिंग
मशीन,
एलईडी
डिस्प्ले
स्क्रीन,
ग्लास
शोकेस,
मीटिंग
टेबल,
लाइट
बीम,
पालर
सॉकेट,
एलईडी
लाइट,
नीडल
पंच
कार्पेट,
डस्टबिन्स,
चेयर्स
सिलेक्शन
व 45 स्क्वेयर
मीटर
के
सिटिंग
एरिया
अरेंजमेंट
जैसे
कार्यों
को
पूर्ण
करना
होगा।
—---------
सीएम
योगी
की
मौजूदगी
में
दिखेगा
रोजगार
और
स्वरोजगार
का
संगम
एमएमएमयूटी
में
22 अक्टूबर
को
वृहद
रोजगार
मेले
का
आयोजन
विभिन्न
कंपनियों
में
10 हजार
युवाओं
को
नौकरी
दिलाने
का
लक्ष्य
स्वरोजगार
स्थापित
करने
वाले
युवाओं
को
दिया
जाएगा
500 करोड़
रुपये
का
ऋण
गोरखपुर,
20 अक्टूबर।
"हर
परिवार,एक
रोजगार"। मुख्यमंत्री
योगी
आदित्यनाथ
की
मंशा
है।
इस
बाबत
लगातार
काम
भी
जारी
है।
इसी
क्रम
में 22 अक्टूबर (रविवार) को मदन मोहन मालवीय प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय (एमएमएमयूटी) में वृहद रोजगार मेले का आयोजन होने जा रहा है। रोजगार मेले में जहां अनेक कंपनियां योग्यता के अनुसार युवाओं को चयनित कर नौकरी देंगी वहीं स्वरोजगार वाली सरकार की महत्वाकांक्षी योजनाओं के तहत 500 करोड़
रुपये
का
ऋण
वितरण
किया
जाएगा।
रोजगार
और
स्वरोजगार
के
इस
संगम
को
प्रवाहमान
करने
के
लिए
मुख्यमंत्री
योगी
आदित्यनाथ
खुद
मौजूद
रहेंगे।
उल्लेखनीय
है
कि
युवाओं
को
रोजगार
की
हर
संभावना
पर
योगी
सरकार
की
नजर
रहती
है।
सरकारी
नौकरी
और
स्वरोजगार
की
अनेक
योजनाओं
से
नौजवानों
को
आत्मनिर्भर
बनाने
के
क्रम
में
निजी
क्षेत्र
में
रोजगार
की
असीम
संभावनाओं
को
विस्तार
देने
में
रोजगार
मेले
बड़ी
भूमिका
का
निर्वहन
कर
रहे
हैं।
रविवार
को
एमएमएमयूटी
में
आयोजित
होने
वाले
वृहद
रोजगार
मेले
में
10 हजार
युवाओं
को
विभिन्न
कंपनियों
में
सेवायोजित
करने
का
लक्ष्य
रखा
गया
है।
गोरखपुर
एवं
आसपास
के
अन्य
जनपदों
के
बेरोजगार
युवाओं
के
सेवायोजन
के
लिए
यह
वृहद
रोजगार
मेला
एक
सुनहरा
अवसर
होगा।
मुख्य
विकास
अधिकारी
संजय
मीना
का
कहना
है
कि
मेले
में
देश
और
प्रदेश
की
प्रतिष्ठित
कंपनियां
प्रतिभाग
करेंगी
जो
तकनीकी,
गैर
तकनीकी,
कॉमर्स
आदि
सभी
क्षेत्रों
में
बेरोजगार
युवाओं
को
रोजगार
देंगी।
हाईस्कूल
से
स्नातक
तक
तथा
आईटीआई,
कौशल
विकास
योजना
के
द्वारा
प्रशिक्षित
आदि
सभी
को
रोजगार
के
अवसर
वृहद
रोजगार
मेले
में
प्राप्त
होंगे।
जो
अभ्यर्थी
सेवायोजन
कार्यालय
में
किसी
वजह
से
रजिस्ट्रेशन
नहीं
कर
पाएंगे
उनके
लिए
मेला
परिसर
में
रजिस्ट्रेशन
काउंटर
बनाए
जायेंगे।
एमएमएमयूटी
में
आयोजित
होने
वाले
वृहद
रोजगार
मेले
के
मंच
से
पीएम
स्वनिधि
योजना,
विश्वकर्मा
योजना,
ओडीओपी
योजना
आदि
के
तहत
स्वरोजगार
के
लिए
करीब
500 करोड़
रुपये
का
ऋण
वितरण
भी
किया
जाएगा।
11 लाभार्थियों
को
ऋण
का
चेक
मुख्यमंत्री
योगी
आदित्यनाथ
अपने
हाथों
से
सौंपेंगे।
इसके
अलावा
स्वरोजगार
की
योजनाओं
और
वित्तीय
साक्षरता
से
जुड़े
15 स्टाल
भी
लगाए
जाएंगे।
साल
भर
पहले
भी
यहां
आयोजित
हो
चुका
है
सफल
रोजगार
मेला
योगी
आदित्यनाथ
के
मुख्यमंत्री
बनने
के
बाद
गोरखपुर
में
अब
तक
वृहद
रोजगार
मेलों
के
जरिये
43 हजार
से
अधिक
युवाओं
को
विभिन्न
कंपनियों
में
रोजगार
दिलाया
जा
चुका
है।
इसमें
सबसे
बड़ा
रोजगार
मेला
3 अगस्त
2022 को
मुख्यमंत्री
योगी
आदित्यनाथ
की
मौजूदगी
में
मदन
मोहन
मालवीय
प्रौद्योगिकी
विश्वविद्यालय
परिसर
में
आयोजित
किया
गया
था।
तब
युवाओं
के
सेवायोजन
की
बड़ी
लकीर
खींची
गई
थी।
गोरखपुर
में
ऐसा
पहली
बार
हुआ
था
जब
एक
ही
परिसर
में
युवाओं
का
चयन
करने
के
लिए
देश
की
तमाम
नामचीन
समूहों
समेत
121 कंपनियों
के
प्रतिनिधि
मौजूद
रहे।
इन
कम्पनियों
की
तरफ
से
20 हजार
से
अधिक
युवाओं
का
साक्षात्कार
लिया
गया
था।
सारी
प्रक्रियाओं
के
बाद
एक
ही
दिन
में
ऑन
द स्पॉट
करीब
5 हजार
युवाओं
को
नियुक्ति
पत्र
भी
मिल
गया
था।
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