जौनपुर। एक सप्ताह बाद भी नहीं हुई गिरफ्तारी
जौनपुर। केराकत के चर्चित हकीम बहादुर अली खां तथा उसके तीन गुर्गों के खिलाफ गम्भीर धाराओं में मुकदमा दर्ज होने के एक सप्ताह बाद भी गिरफ्तारी नहीं होने से पुलिस की निष्ठा पर सवाल उठने लगे हैं। आम नागरिकों में चर्चा है कि पुलिस बेइमान नहीं रह गई है। लोगों ने आरोपियों को जल्द से जल्द गिरफ्तार करने और सरकारी जमीन पर बने मदरसा को ध्वस्त करने की मांग की है।
ज्ञात हो कि नरहन मोहल्ला निवासी बहादुर अली खां ने केराकत कस्बे के मेंहदी तला मोहल्ले में स्थित सरकारी तालाब पर अवैध ढंग से कब्जा कर मदरसा बनवा लिया है। जानकारी होने पर चन्दवक थाना क्षेत्र के सिधौनी गांव निवासी पंकज कुमार सिंह ने जिलाधिकारी से इसकी शिकायत की। पंकज के अनुसार शिकायत करने पर बहादुर और उसके गुर्गों ने न केवल उसे जान से मारने की धमकी दी। जिलाधिकारी ने राजस्वकर्मियों से आरोपों की जांच कराई। जांच में शिकायत सही मिलने पर पुलिस को मुकदमा दर्ज करने का निर्देश दिया। जिस पर केराकत कोतवाली थाना पुलिस ने बहादुर अली खां और उसके तीन गुर्गों निजामुद्दीन अंसारी, रेहान अंसारी और गुफरान अंसारी के खिलाफ आईपीसी की धारा 153 ए, 153 बी, 295, 295 ए 504, 506 तथा सार्वजनिक संपत्ति नुकसान अधिनियम की धारा 3ध्5 के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया है। यह पहली बार है जब अवैध कब्जे की शिकायत पर उसके खिलाफ मुकदमा दर्ज हुआ है। लेकिन शिकायत है कि मुकदमा दर्ज होने के एक सप्ताह बाद भी न तो उसकी और न ही उसके गुर्गों की गिरफ्तारी हुई। शिकायत है कि सभी आरोपी खुलेआम घूम रहे हैं। जिससे पुलिस की निष्ठा पर सवाल उठने लगे हैं।
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