वृन्दावन।शीतल छाया-श्याम वाटिका क्षेत्र स्थित श्रीअलिनागरि कुंज में निकुंज लीला प्रविष्ट संत प्रवर बालगोविन्द दास महाराज की सद्प्रेरणा से भागवत जयंती महोत्सव आचार्य रामनिवास शुक्ला की पावन अध्यक्षता में अत्यंत श्रद्धा एवं धूमधाम से मनाया गया।सर्वप्रथम संतों व भक्तों के द्वारा श्रीमद्भागवत महापुराण का वैदिक मंत्रोच्चार के मध्य पूजन-अर्चन किया गया।साथ ही संगीताचार्य स्वामी मनमोहन शर्मा एवं प्रख्यात भजन गायक चंदन महाराज के द्वारा संगीत की मृदुल स्वर लहरियों के मध्य बधाई गायन किया गया।
इस अवसर पर देश के विभिन्न प्रांतों से आए असंख्य भक्तों-श्रृद्धालुओं को श्रीमद्भागवत की महिमा बताते हुए प्रख्यात भागवत प्रवक्ता आचार्य रामनिवास शुक्ला ने कहा कि भगवान विष्णु के अवतार महर्षि वेदव्यास महाराज द्वारा रचित श्रीमद्भागवत महापुराण एक ऐसा ग्रंथ है,जिसमें समस्त समस्त वेद, पुराण, उपनिषद और शास्त्रों का सार निहित है।इसीलिए इसे पंचम वेद कहा गया है।श्रीमद्भागवत महापुराण का वाचन, श्रवण एवं अध्ययन तीनों ही मंगलकारी होता है।इसकी शरण लेने वाले व्यक्ति के समस्त पाप नष्ट हो जाते हैं।साथ ही उसे मनवांछित फल की प्राप्ति होती है।
महोत्सव में ब्रज साहित्य सेवा मंडल के अध्यक्ष डॉ. गोपाल चतुर्वेदी, पण्डित विद्यानिधि शुक्ला, युवा साहित्यकार डॉ. राधाकांत शर्मा, राधे राधे बाबा, सुदीप सक्सेना ,नवद्वीप सक्सेना, अमरनाथ गोयल, राकेश गोयल आदि के अलावा विभिन्न क्षेत्रों के तमाम गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे।
महोत्सव का समापन संत, ब्रजवासी, वैष्णव सेवा एवं वृहद भंडारे के साथ हुआ।
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