वृन्दावन।रमणरेती क्षेत्र स्थित फोगला आश्रम में चल रहे सप्तदिवसीय श्रीमद्भागवत कथा सप्ताह ज्ञान यज्ञ महोत्सव के समापन के अवसर पर व्यासपीठ पर आसीन श्रीहरिदासी वैष्णव संप्रदायाचार्य विश्वविख्यात भागवत प्रवक्ता आचार्य गोस्वामी मृदुल कृष्ण महाराज ने अपनी सुमधुर वाणी में सभी भक्तों-श्रृद्धालुओं को सप्तम दिवस की कथा श्रवण कराते हुए कहा कि श्रीमद्भागवत में वस्तुत: भगवान श्रीकृष्ण की समस्त लीलाओं का वर्णन है।श्रीकृष्ण ने बृज में बाल लीलाएं करके समस्त ब्रज वासियों को आनंद प्रदान करते हुए जीव और ब्रह्म के अंतरंग भेद को समाप्त करके एकत्व की शिक्षा प्रदान की। भगवान ने माखन चोरी करके भक्तों को अद्भुत प्रेम और भक्ति का संदेश प्रदान किया।भगवान ने माखन चोरी लीला करके समस्त भक्तों को बताया कि जो भक्त निस्वार्थ भाव से मुझसे प्रेम करता है, तो मैं उसके प्रेम रूपी माखन को प्रेम से ग्रहण करता हूं।
पूज्य महाराजश्री ने कहा कि भगवान ने ब्रजरज पान करके समस्त संसार को ब्रज के महत्व के बारे मे शिक्षा प्रदान की।साथ ही पृथ्वी तत्व का शोधन किया तथा यमुना के अंदर बसे हुए प्रदूषण रूपी कालीया को नाथ कर भगवान ने समस्त संसार के भक्तों को अद्भुत संदेश प्रदान किया। मेरी भक्ति केवल पूजन पाठ जप तप दर्शन से ही नहीं अपितु प्रकृति की शुद्धि, प्रकृति का संरक्षण एवं प्रकृति की सेवा के द्वारा भी की जा सकती है।
महोत्सव में जस्टिज एस. एन. पाठक (झारखंड हाईकोर्ट), यशपाल लोधी (न्यायाधीश आगरा), आशीष गर्ग (जिला न्यायाधीश), गौरव उत्सव राज (मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट), नवनीत कुमार (न्यायिक मजिस्ट्रेट), वेदांता ग्रुप के सी.ई.ओ. वैभव अग्रवाल, नीलेश गोस्वामी (आई.ए.एस), महोत्सव की मुख्य यजमान श्रीमती अनुभी गोयल व शिवन्या चंद्र गोयल (नोएडा), वरिष्ठ साहित्यकार डॉ. गोपाल चतुर्वेदी, प्रमुख समाजसेवी दासबिहारी अग्रवाल, पंडित उमाशंकर, आचार्य राजा पंडित, डॉ. राधाकांत शर्मा, पंडित रवीन्द्र, अमित पाठक आदि के अलावा विभिन्न क्षेत्रों के तमाम गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे।
इससे पूर्व भव्य फूलों की होली का कार्यक्रम सम्पन्न हुआ।जिसमें सभी भक्तों-श्रृद्धालुओं ने श्रीराधा-कृष्ण के स्वरूपों के साथ फूलों की होली खेली।साथ ही होली से सम्बन्धित भजनों व रसियों पर नृत्य भी किया।
एक टिप्पणी भेजें
If you have any doubts, please let me know