वृन्दावन।छीपी गली स्थित ठाकुरश्री प्रियाबल्लभ कुंज में श्रीहित उत्सव चैरिटेबल ट्रस्ट के द्वारा आचार्य विष्णुमोहन नागार्च महाराज के पावन सानिध्य में चल रहे श्रीराधा जन्म महोत्सव के अंतर्गत प्रात:काल हितवाणी पाठ , श्रीमद्भागवत महापुराण की कथा, समाज गायन में हितहरिवंश महाप्रभु की बधाई आदि के कार्यक्रम बड़े ही हर्षोल्लास के साथ सम्पन्न हुए।इसके अलावा संध्या कालीन बेला में बठैन कला (नंदगांव) दाऊजी महराज मंदिर के समाजियों के द्वारा मंगल बधाई समाज गायन हुआ।
महोत्सव के संयोजक आचार्य विष्णु मोहन नागार्च महाराज ने बठैन कला (नंदगांव) दाऊजी महराज की समाज की महिमा बताते हुए कहा कि यह लताओं के झुरमुट से बसंत होली के उत्सव की समाज है।ये समाज बरसाना व नंदगांव की लठामार होली से पुरातन है।बरसाने की लठामार होली पहले फूलों की छड़ी से खेली जाती थी।कालांतर में मुगलों के अत्याचार से बचने के लिए रूपराम कटारे ने महिला सशक्तिकरण के उद्देश्य से लठामार होली का प्रारंभ किया था। जिससे वे अपनी सुरक्षा स्वयं कर सके।
समाज गायन कार्यक्रम की आयोजक आस्ट्रेलिया से आई श्रीहित कल्याणी रंग देवी प्रिया सखी ने सभी उपस्थित जनों का पटका उढ़ाकर एवं ठाकुरजी का प्रसादी-माला आदि भेंट करके स्वागत किया।
इस अवसर पर वरिष्ठ साहित्यकार डॉ. गोपाल चतुर्वेदी, नारायण भारद्वाज, पूरन सिंह, आचार्य रसिक वल्लभ नागार्च, पार्षद वैभव अग्रवाल, डॉ. राधाकांत शर्मा, नीरज, दीनबन्धु, अमन शर्मा हरिदासी, सतीश शास्त्री, राधाचरण दास, श्रीमती कमला नागार्च, युगल किशोर शर्मा, तरुण मिश्रा, भरत मिश्रा, हितवल्लभ नागार्च हितानंद, रसानंद, हितबल्लभ नागार्च आदि की उपस्थिति विशेष रही।
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