विंध्याचल, मिर्जापुर
आदिशक्ति मां विंध्यवासिनी के दरबार में बुधवार को संध्या आरती के समय 51 बच्चों ने विधिवत वेद पाठ किया, इसके साथ ही रक्षा पंचमी पर अमृत सर्वार्थ सिद्धि योग में नई परंपरा का शुभारंभ विश्व कल्याण के उद्देश्य किया गया है... यहां विद्यार्थियों को वेद वेदांग, उपनिषद दर्शन शास्त्र, के अलावा ब्रह्मचर्य,योग, मेडिटेशन, प्राणायाम, की शिक्षा बच्चों को दी जा रही है, इतना ही नहीं यहां बच्चों को अन्य विषय हिंदी, संस्कृत, अंग्रेजी, गणित, कंप्यूटर समाजशास्त्र, सहित विभिन्न विषयों की जानकारी विधिवत दी जा रही है, और सबसे महत्वपूर्ण बात यहां पढ़ने के लिए कोई फीस नहीं है, यहां सभी विद्यार्थियों को नि:शुल्क पढ़ाया जाता है, पूरे पूर्वांचल की यह एक अनूठी वेद पाठशाला है, यहां दूर-दूर से विद्यार्थी आकर शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं, सूत्रों की माने तो श्री मां विंध्यवासिनी श्रवण वेद पाठशाला के प्रमुख प्रधानाचार्य अगस्त्य द्विवेदी ने प्राचीन ऋषि परंपरा वैदिक गुरुकुलम की पुनर्स्थापना कर दी है....
अभी तो यह आरंभ है... जल्द ही पूरे भारत के कोने-कोने से सैकड़ो हजारों विद्यार्थी आकर प्राचीन वैदिक परंपरा, प्राचीन गुरुकुलम शिक्षण पद्धति, से शिक्षा ग्रहण करने हेतु वेद पाठशाला में भर जाएंगे... यहां वेद पाठशाला के विद्यार्थियों को स्कॉलरशिप भी दी जाती है...
इसके पूर्व मां विंध्यवासिनी के दरबार में बच्चों ने माता भगवती की पूजा अर्चना की, माता विंध्यवासिनी के दरबार में बुधवार को संध्या आरती के समय एक घंटे पहल की शुरुआत की गई, विश्व कल्याण के उद्देश्य से देवी धाम में 51 बच्चों ने विधि विधान से वेद पाठ किया। मां विंध्यवासिनी श्रवण वेद पाठशाला के 10 से 14 वर्ष तक के बच्चों ने वेद का पाठ कर विश्व कल्याण की कामना की,मुख्य अतिथि नगर विधायक रत्नाकर मिश्रा ने कहा कि मां विंध्यवासिनी की श्रृंगार आरती के दौरान होने वाले वेद पाठ की गूंज से पूरी दुनिया का कल्याण होगा।
इस दौरान पाठशाला के प्राचार्य अगस्त्य कुमार द्विवेदी, श्री विंध्य पंडा समाज के अध्यक्ष पंकज द्विवेदी, मंत्री भानु पाठक, तेजन गिरि, प्रशांत कुमार मिश्रा, देवी प्रसाद चौबे, शिवराम शर्मा, संजय श्रीवास्तव आदि मौजूद रहे ।
आस्था धाम में विश्व कल्याण के उद्देश्य से यह नई परंपरा शुरू हुई है... अपने बच्चों को संस्कारवान, ज्ञानवान बनाने के लिए धीरे-धीरे सबको समझ आ रहा है कि बच्चों को वेद पाठशाला में भेजना कितना जरूरी है? आज की युवा पीढ़ी जिस प्रकार दुर्व्यसन लिप्त और चरित्रहीन होती जा रही है...
इसका मात्र एक रामबाण उपाय यही है कि अपने बच्चों को वैदिक शिक्षण पद्धति पर आधारित वेद पाठशाला में ही भेजा जाए.... तभी अपना अपने बच्चों का और अपने राष्ट्र का सर्वांगीण विकास हो सकता है....नहीं तो पढ़ाते रहिए लॉर्ड मैकाले की शिक्षण पद्धति पर चल रहे अंग्रेजी माध्यम में, आपका बच्चा ना राष्ट्र के लिए, ना आपके लिए,ना अपने लिए, जीवन में कभी भी कुछ नहीं कर सकता है... इस गंभीरता को समझते हुए वेद पाठशाला के आचार्य अगस्त द्विवेदी ने एक हेल्पलाइन नंबर जारी किया है जो भी वेद पाठशाला में पढ़ना चाहते हैं इस नंबर पर संपर्क कर सकते हैं....
और इसी के साथ साथ आचार्य अगस्त्य द्विवेदी जी के छोटे भाई मशहूर फिल्म अभिनेता, कोरियोग्राफर, कौशिक द्विवेदी जी ने इस मुहिम को और तेजी से आगे बढ़ाने के लिए अगाध मेहनत किया है,इसके लिए आचार्य अगस्त्य द्विवेदी सहित वेद पाठशाला के सभी आचार्यों ने कौशिक द्विवेदी को हृदय से आशीर्वाद दिया है....
प्रधानाचार्य अगस्त द्विवेदी
हेल्पलाइन नंबर - 9935566026
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