औरैया // झोलाछाप क्लीनिक और अवैध अस्पतालों में गलत इलाज से हो रही मौतों के बाद शुक्रवार को प्रशासन सख्त नजर आया। जिलाधिकारी के कड़े निर्देश के बाद स्वास्थ्य और प्रशासन के अधिकारियों ने पुलिस के साथ छापामारी की। बिना पंजीकरण के चल रहे छह क्लीनिक व एक अस्पताल सील किया,झोलाछाप व मानक विहीन अस्पतालों में पिछले 15 दिनों में डॉक्टरों के इलाज से हुई छह मौतों के मामले में जिलाधिकारी नेहा प्रकाश ने सीएमओ को कड़ी कार्रवाई के निर्देश दिए इसी को लेकर शुक्रवार सुबह से ही टीमें कार्रवाई के लिए निकली अजीतमल एसडीएम संध्या शर्मा, क्षेत्राधिकारी भरत पासवान व सीएचसी अधीक्षक डाॅ. अवनीश कुमार के साथ सबसे पहले भीखेपुर गांव में बिरूहिनी रोड स्थित श्री गुलजारी लालजी आयुर्वेदिक एवं एलोपैथिक क्लीनिक पर पहुंची। यहां एक महिला मौजूद मिली। वह डॉक्टर व किसी के बारे में जानकारी नहीं दे सकी,सीएचसी अधीक्षक ने बताया कि मौके पर अधिक मात्रा में दवाओं और इंजेक्शन का भंडार मिला कुछ खाली दबाओ के रैपर मिले हैं। इससे अंदाजा लगाया गया कि यहां मरीज भर्ती कर इलाज किया जाता है डाॅक्टर के नाम भी क्लीनिक बोर्ड पर लिखे थे, लेकिन कोई डाॅक्टर मौजूद नहीं था पंजीकरण व डॉक्टरों के बारे में जानकारी न मिलने पर क्लीनिक सील किया गया,अजीतमल कस्बे के ब्लॉक रोड स्थित प्राची मेडीकेयर पर मानक जांचे यह अस्पताल पंजीकृत पाया गया कोई डॉक्टर नहीं मिला है स्वास्थ्य सेवाओं में लापरवाही बरतने पर अस्पताल सील किया गया है अस्पताल में दवाओं का भंडार मिला। इसके बाद टीम बाबरपुर कस्बे में मंडी समिति के पास अभय क्लीनिक पर पहुंची मौजूद एक युवक की देखरेख में भर्ती तीन मरीजों का इलाज किया जा रहा था मौजूद युवक पंजीकरण से संबंधित कोई कागजात मौके पर नहीं दिखा सका इस पर इसे भी सील किया गया उपजिलाधिकारी संध्या शर्मा ने बताया कि दो क्लीनिक व एक अस्पताल सील किया गया है। सभी को एक सप्ताह का समय देते हुए पंजीकरण व डिग्री के कागजात दिखाने के निर्देश दिए गए हैं।
वहीं तहसील बिधूना के नोडल अधिकारी डॉ. सिद्धार्थ वर्मा ने अछल्दा के डॉ. महिपाल यादव व ब्लाॅक गेट के समीप डॉ. कमल के क्लीनिको पर छापामारा। इस दौरान दोनों क्लीनिक संचालक अपने-अपने पंजीकरण की जानकारी नहीं दे सके। टीम को दवा व उपकरण मिले। एक क्लीनिक पर मरीजों का इलाज होता मिला। डॉ. सिद्वार्थ वर्मा ने बताया कि पुलिस की मौजूदगी में दोनों क्लीनिक सील किए गए हैं,इधर डिप्टी सीएमओ डॉ. बीपी शाक्य ने स्वास्थ्य विभाग की टीम के साथ फफूंद के बाबरपुर रोड पर बने पॉली क्लीनिक पर जांच में अनियमित पाए जाने पर उन्हें नोटिस जारी किया इसके बाद पाता रोड पर बने महामाई क्लीनिक पर छापा मारा पंजीकरण के दस्तावेज न मिलने पर क्लीनिक सील की वहीं देर शाम सीएसची अक्षीक्षक दिबियापुर डाॅ. विजय आनंद ने क्लीनिक बंद कर भागे बंगाली झोलाछाप की क्लीनिक खुलवाकर जांच करने के बाद उसे सीज कर दिया है,गलत ऑपरेशन करने पर झोलाछाप पर रिपोर्ट फफूंद। फफूंद थाना क्षेत्र रोशनपुर निवासी ब्रजेश कुमार का पुत्र आदेश कुमार उर्फ सोनू का बृहस्पतिवार को फफूंद कस्बे के एक बंगाली ने भगंदर का ऑपरेशन किया था ऑपरेशन के बाद रक्तस्राव होने से आदेश की हालत बिगड़ी और मौत हो गई। इस मामले में पिता की तहरीर पर पुलिस ने झोलाछाप के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की। वहीं सीएचसी अधीक्षक दिबियापुर डॉ. विजय आनंद ने भी तहरीर दी। जिसमें बताया कि बिना पंजीकरण के धीरजपुर निवासी सुधीर द्वारा क्लीनिक चलाया जा रहा था ऑपरेशन के बाद अधिक खून बहने से आदेश की मौत हुई। थानाध्यक्ष विनोद कुमार ने बताया कि रिपोर्ट दर्ज की गई है मामले में कार्रवाई की जा रही है।
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