जौनपुर। गीताजंलि का श्रतुअभिनन्दन व 52वाँ शपथग्रहण समारोह सम्पन्न
                   
जौनपुर। जनपद की ख्यातिलब्ध रचनात्मक एवं सामाजिक संस्था गीताजंलि, जौनपुर का 52वें शपथ ग्रहण समरोह रविवार को सायंकाल होटल रीवर व्यू में सम्पन्न हुआ। 

समारोह के कार्यक्रम अध्यक्ष डा. ब्रम्हेश शुक्ला, मुख्य अतिथि गिरीश चन्द्र यादव (राज्यमंत्री स्वतंत्र प्रभार), विशिष्ट अतिथि प्रो. आर.एन. त्रिपाठी (सदस्य लोक सेवा आयोग), मनोरमा मौर्या (अध्यक्ष- नगर पालिका परिषद, जौनपुर), प्रो० अजय द्विवेदी (डीन प्रबन्ध संकाय एवं छात्र कल्याण) पू०वि० वि०, जौनपुर रहे।
         
समारोह के प्रथम चरण में अतिथियों द्वारा गीताजंलि रचयिता राष्ट्रकवि ठा० रविन्द्र नाथ टैगोर चित्र पर माल्यार्पित एवं दीपप्रज्वलन कर समारोह का शुभारम्भ किया गया। तत्पश्चात संस्था द्वारा अतिथियों को माल्यार्पित, रूद्राक्ष की माला, अंगवस्त्र एवं बाबा विश्वनाथ मन्दिर का स्मृतिचिन्ह से सम्मानित किया गया। कार्यक्रम संयोजक अमरनाथ मोदनवाल द्वारा स्वागत भाषण दिया गया। समारोह के द्वितीय चरण में संस्था के नवचयनित अध्यक्ष डा. ब्रम्हेश शुक्ला, वरिष्ठ उपध्यक्ष नीरज शाह, राकेश सेठ, डॉ. रूपनारायण माली, विवेक सेठी, उपाध्यक्ष-धर्मसेन सिंह, रविशंकर, विनोद कुमार मोदनवाल, महामंत्रि - अमन सहगल, कोषाध्यक्ष पवन सोनी, सह कोषाध्यक्ष- लवकुश सोनी, ऋषभ सोनी, कार्यक्रम संयोजक- अमरनाथ मोदनवाल, प्रवक्ता - गणेश मोदवाल के साथ अन्य पदाधिकारियों को गोपनीयता की शपथ मुख्य अतिथि द्वारा दिलायी गई। संस्था की परम्परानुसार पुराने सदस्यों क्रमशः गोपालदास विश्वकर्मा, राजेश गुप्ता, सुरेश गुप्ता, महेन्द्र अग्रहरी, विनोद मोदनवाल को अतिथियों द्वारा स्मृतिचिन्ह से सम्मानित किया गया। 
       
संस्था में नय सदस्यों में धनन्जय, रामभुवन सिंह, संजीत कुमार सिंह, सत्यकुमार मोदनवाल, विनोद कुमार मोदनवाल, रवि सेठ, अनिल कुमार सेठ, सुशील कुमार स्वामी, श्याबाबू प्रजापति, मनीष जायसवाल को सदस्यता दिलायी गई। वक्ताओं में डा० पी.सी. विश्वकर्मा व अनिल अस्थाना महासमिति अध्यक्ष ने कहा कि गीताजंलि एक श्लाघनीय मंच है। जो मानवीय सेवाओं के लिए अग्रसर रहती है। मुख्यतिथि, विशिष्ठअतिथि द्वारा गीताजंजि के रचनात्मक, सामाजिक, साहित्यिक, सास्कृतिक और धार्मिक कार्यो के उपर विस्तार से प्रकाशडाल एवं नवचयनित पदाधिकारियों को शुभकामनायें दी।
          
समरोह को संचालन पूर्व अध्यक्ष महेन्द्र देव विक्रम ने किया एवं आभार महासचिव अमन सहगल ने व्यक्त किया। कार्यक्रम में संरक्षण- शशि श्रीवास्तव, गौतम सोनी, चन्द्रप्रताप सोनी, हबीब आलम खाँ, अम्बरीश पाण्डेय, रामप्रताप सोनी एवं संस्था के वरिष्ठ सदस्य एवं सदस्यओं की मुख्य भागीदारी रही।

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