आयकर विभाग द्वारा सब रजिस्ट्रार कार्यालयों में सर्वे की कार्रवाई
दिनांक 23.08.2023 को आयकर निदेशक ( आसूचना एवं आपराधिक अन्वेषण), लखनऊ श्री नीरज कुमार, भा०रा०से० के निर्देश पर लखनऊ स्थित चार उपनिबंधक कार्यालयों में सर्वे की कार्रवाई की गई। यह कार्रवाई उपनिबंधकों के कार्यालय में पंजीकृत होने वाली परिसम्पत्तियों के खरीद फरोख्त से संबंधित वार्षिक वित्तीय स्टेटमेंट की जाँच हेतु की गई। इस कार्रवाई को सहायक आयकर निदेशक (आई. एण्ड सी.आई.), लखनऊ श्री वी वेंकटेश्वरलू आयकर अधिकारी (आई. एण्ड सी.आई.), लखनऊ श्री संजय कुमार, आयकर अधिकारी (आई. एण्ड सी.आई.), मुरादाबाद श्री डी०एस० नेगी, आयकर अधिकारी (आई. एण्ड सी.आई.), गोरखपुर श्री गौरव प्रकाश, आयकर अधिकारी (आई. एण्ड सी.आई.), लखनऊ श्री चित्रसेन सिंह तथा आयकर निरीक्षकों द्वारा किया गया।
सर्वे की यह कार्रवाई, उपनिबंधक द्वितीय तथा तृतीय- लखनऊ, मलिहाबाद एवं बक्शी का तालाब (बी.के.टी.) के कार्यालयों में की गई।
चारों टीमों ने इन कार्यालयों में जाकर सभी संबंधित दस्तावेजों की जाँच की एवं पिछले पाँच वर्षो के विक्री विलेख एवं अन्य संबंधित दस्तावेजों की प्रतिलिपि अपने साथ ले गयें। यह कार्रवाई विभाग ने अपने डाटा बैंक से निरीक्षण करने के पश्चात् यह ज्ञात होने पर कि इन कार्यालयों द्वारा निर्धारित समय सीमा के भीतर वित्तीय वर्ष 2022-23 की एस०एफ०टी० (SFT) दाखिल न किये जाने पर की गई। यह कार्रवाई देर रात तक चली तथा सूत्रों से पता चला है कि लगभग रू 3,184 करोड़ के मूल्य की जमीन के खरीद फरोख्त की एस०एफ०टी० (SFT) दाखिल नहीं की गई है।
आयकर विभाग समय-समय पर सूचना के आधार पर ऐसी कार्रवाई करता रहता है एवं भविष्य में भी इस प्रकार की कार्रवाई आयकर विभाग के स्तर पर होती रहेगी। चूंकि परिसम्पत्तियों के क्रय विक्रय से संबंधित डाटा कर चोरी को रोकने के लिए आयकर विभाग के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है।
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