उतरौला/बलरामपुर
गुरुवार को स्व राम तीरथ चौधरी कन्या इंटर कॉलेज इमिलिया बनघुसरा में राष्ट्रीय विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी संचार परिषद द्वारा तीन दिवसीय जिला स्तरीय विज्ञान मेला प्रदर्शनी का आयोजन किया गया। विज्ञान मेला के पहले दिन बच्चों द्वारा अनेक विज्ञान माडल का प्रदर्शनी लगाया गया।
ब्लाक प्रमुख प्रतिनिधि महिपाल चौधरी व प्रबंधक डॉ रमाकांत वर्मा ने मां सरस्वती के चित्र के सम्मुख दीप प्रज्ज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया।
विद्यालय की छात्राओं ने अतिथियों के सम्मान में स्वागत गीत प्रस्तुत किया। सहयोग सेवा संस्थान द्वारा उपस्थित बच्चों को भूकंप से बचाव, पर्यावरण स्वच्छता में सुधार करने वाले संदेश दिए। ब्लाक प्रमुख ने सभी विज्ञान माडल का अवलोकन कर उनके कार्य, उपयोग व लाभ की जानकारी प्राप्त की। खेती को वैज्ञानिक ढंग से बढ़ावा देने वाले विज्ञान माडल की प्रदर्शनी व शानदार प्रस्तुति पर बच्चों का खूब सराहना किया। ब्लाक प्रमुख राकेश तिवारी ने कहा कि विज्ञान प्रदर्शनी जैसे आयोजन से बच्चों को खुद करके सीखने का अच्छा अवसर मिलता है। तथा बनाए गए विज्ञान माडल का प्रस्तुतीकरण करने से बच्चों की प्रतिभा में निखार आता है। तथा वैज्ञानिक सोच विकसित करता है। समय-समय पर ऐसे आयोजन होते रहना चाहिए। सहयोग सेवा संस्थान के अध्यक्ष बाल मुकुंद मिश्र व उपाध्यक्ष भानु प्रकाश मिश्र ने कहा कि सहयोग सेवा संस्थान विज्ञान प्रदर्शनियों, विज्ञान मेलो, औद्योगिक भ्रमण, प्रशिक्षण कार्यशालाओं, चमत्कारों की वैज्ञानिक व्याख्या आदि गतिविधियों का आयोजन करती है जिससे लोगों में वैज्ञानिक चेतना का संचार करने में सफलता पाई जा सके। संस्था विज्ञान प्रदर्शनी, विज्ञान मेले के माध्यम से छात्र छात्राओं व आम लोगों को जागरुक कर रही है। राष्ट्रीय विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी संचार परिषद का उद्देश्य देशभर में सरल व सहज तरीके से लोगों में वैज्ञानिक अभिरुचि जगाने के लिए विभिन्न गतिविधियों का आयोजन जिसमें प्रमुख साइंस एक्सप्रेस क्लाइमेट स्पेशल एक्सप्रेस विज्ञान कार्यशाला विज्ञान मीडिया कार्यशालाओं आदि के माध्यम से छात्र छात्राओं युवाओं व स्थानीय समुदाय को इसमें शामिल किया गया है। विज्ञान मेला व विज्ञान प्रदर्शनी के माध्यम से सरल तरीके से छात्रों में वैज्ञानिक रुचि को बढ़ाने का कार्य किया जा रहा है। तीन दिवसीय प्रदर्शनी में स्टीम इंजन, ज्वालामुखी मॉडल, माइक्रो एंपियर, सोलर स्ट्रीट लाइट, सूक्ष्मदर्शी, उपग्रह प्रक्षेपण, मैग्नेटिक पावर ऊर्जा ताप, पृथ्वी के तापमान में वृद्धि, चंद्रयान, भारत के प्रथम उपग्रह आर्यभट्ट, विभिन्न देशों की मुद्राएं, वर्षा मापी, मौसम भविष्यवाणी,  दिशा सूचक यंत्र, दूरबीन, पृथ्वी की अवस्था, खनिज पदार्थ सहित अनेक मॉडलों और प्रयोग द्वारा प्रदर्शित किया जाएगा। जिससे अवलोकन करने वाले लोग स्वयं करके विज्ञान के बारे में अनुभव कर पाएं और उसके बारे में सीख पाएं। 
संस्था के सुनील धर दुबे, परमात्मा चौधरी, पंकज कुमार, कृष्ण चंद्र, विद्यांचल, प्राचार्य डॉ पवन नंदा, डॉ हलधर वर्मा, लक्ष्मी वर्मा, पूजा वर्मा, अंशु वर्मा समेत विद्यालय के अन्य स्टाफ व छात्र छात्राएं मौजूद रहीं।
असगर अली 
उतरौला

Post a Comment

If you have any doubts, please let me know

और नया पुराने