बलरामपुर//मां पाटेश्वरी की पावन भूमि जिसे कालजई नेता अटल बिहारी बाजपेई जी ने अपनी कर्म भूमि बनाया और उन्हें सबसे पहले यहीं की जनता ने सांसद बनाते हुए सदन में भेजा।
बलरामपुर का राजनैतिक इतिहास काफी रोचक रहा हैं इस भूमि ने दो दो भारत रत्न दिए एक प्रधानमंत्री दिया न जाने कितने वीर सपूत और कवि शायर अधिकारी दिए।लेकिन एक ऐसा युवक जो ग्वालियर से चलकर आता है और यहां के लोगों में अपने मृदु भाषण और जादूगरी व्यक्तित्व से मोह लेता है कभी गांवों के आम जन तक पंहुचकर हाल चाल लेता है तोकभी गांवों में गेंहू की मड़ाई में बैलों की जोड़ी को रोककर उसमे शामिल हो जाता है तो कभी पयारी पर बैठकर गांव जवार की बाते करने लगता है वो भी उस दौर में जब भाजपा का उदय भी नही हुआ था ।जी हां बात हो रही है देश के कालजई नेता पूर्व प्रधानमंत्री भारत रत्न पंडित अटल बिहारी बाजपेई जी की।
अटल जी को बलरामपुर संसदीय क्षेत्र ने पहली बार हार का स्वाद चखाया तो यहां की जनता ने अटल जी को पहली बार यहां से जिताकर संसद में भी भेजा और वो ऐसा दौर था जब कांग्रेस की तूती बोलती थी। एक अदना कांग्रेस की टिकट लेकर आ जाए तो उसकी लगभग जीत तय मानी जाती थी। उस दौर में कांग्रेस के सोच वाली जनता ने पहली बार जनसंघ के अटल बिहारी बाजपेई जी को बलरामपुर से सांसद बनाकर भेजा। अटल बिहारी बाजपेई के राजनैतिक कैरियर की शुरुवात यही से हुई । तो यहां के लोगों के बीच अटल जी की मेहनत और उनका संबंध भी गजब का ही था ।हालाकि अब अटल जी के सहयोगियो की संख्या बिलकुल गिनी चुनी है लेकिन जो हैं वो बताते हैं की अटल जी किस मिट्टी के बने थे।क्या जज्बा था लोगो के दुख सुख में शामिल होने का ।
खैर आज अटल जी की पुण्यतिथि है आज अटल जी की पोती भाजपा महिला मोर्चा की पदाधिकारी अंजली मिश्रा के अंयोजन में बलरामपुर होटल बलरामपुर में अटल श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया हुआ जिसमे जिले के लगभग सभी नेता मौजूद रहे । कार्यक्रम का शुभारंभ पूर्व कैबिनेट मंत्री हनुमंत सिंह और आरएसएस के ओम प्रकाश मिश्र ने अटल जी को श्रद्धा सुमन अरपित कर किया।
हनुमंत सिंह ने अटल जी से कई यादें साझा की उन्हें गजब का नेता बताया।वहीं ओम प्रकाश मिश्र ने अटल को कालजई नेता बताते हुए कहा की अब कोई दूसरा अटल होना मुश्किल है जिसका न पक्ष न विपक्ष में दुश्मन न हो ऐसा नेता होना कितना मुश्किल है। आरएसएस जिला प्रमुख सौम्य अग्रवाल ने अटल जी से जुड़ी हुई तमाम बाते साझा करते हुए कहा की अटल जी बिलकुल बाल स्वभाव के थे ।खगैजोत में बाबू लाटबाक्स सिंह और बलरामपुर नगर में मेरे आवास पर। कैलाश नाथ अग्रवाल के घर पर ही आवास हुआ करता था उनसे जुड़ी हुई बहुत यादें हैं अटल जी अटल जी ही थे। कार्यक्रम संयोजिका अंजली मिश्रा ने स्व अटल जी की कई कविताओं को दुहराते हुए भारी मन से उन्हें याद करते हुए कहा की अटल जी के सब थे और अटल जी सबके थे। क्या पक्ष क्या विपक्ष। मेरे परिवार के जुड़े थे लेकिन उनके लिए देश सबसे पहले था।अटल जी के कार्यों को भाजपा आगे बढ़ा रही है अटल जी का कार्यकाल भले छोटा रहा हो लेकिन अटल जी के हर निर्णय ऐतिहासिक हो गए चाहे पोखरण परमाणु परीक्षण हो या स्वर्ण चतुर्भुज योजन हो आया प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना हो अटल जी की यादें इनमे जुड़ी हुई हैं।
कार्यक्रम में मौजूद लगभग सभी नेताओं ने अटल जी को याद करते हुए उन्हें अद्वितीय नेता बताया।कार्यक्रम में भाजपा जिलाध्यक्ष प्रदीप सिंह,सदर विधायक पलटूराम,तुलसीपुर विधायक कैलाश नाथ शुक्ला, जिलापंचायत अध्यक्ष आरती तिवारी, इकौना विधायक राम फेरन पांडे, एम एल के कालेज प्राचार्य जेपी पांडे, आर एस एस के ओम प्रकाश मिश्र ,पूर्व मंत्री हनुमंत सिंह,सरदार परमजीत सिंह, संघ जिला प्रमुख सौम्य अग्रवाल, चन्द्र प्रकाश सिंह गुड्डू, वैभव सिंह, बृजेंद्र तिवारी,पूर्व विधायक अशफाक अहमद खान, नगर पालिका अध्यक्ष धीरू सिंह ,ललिता तिवारी, आद्या सिंह,सरिता शुक्ला, पवन शुक्ला, अभय जी, सहित हजारों भाजपा आरएसएस के पदाधिकारी सदस्य और समर्थक मौजूद रहे।
उमेश चंद्र तिवारी
हिंदी संवाद न्यूज
बलरामपुर
एक टिप्पणी भेजें
If you have any doubts, please let me know