मुख्यमंत्री ने काकोरी शहीद स्मारक में शहीदों की
प्रतिमा पर माल्यार्पण एवं पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि अर्पित की
मुख्यमंत्री ने काकोरी शहीद स्मारक में ‘मेरी माटी मेरा देश’
अभियान का शुभारम्भ एवं ‘काकोरी ट्रेन एक्शन’ की वर्षगांठ के
अवसर पर आयोजित वीरों को नमन कार्यक्रम में विचार व्यक्त किये
प्रधानमंत्री जी द्वारा आजादी के शताब्दी महोत्सव के दृष्टिगत
आगामी 25 वर्षों की कार्य योजना बनाने के लिए एक संकल्प लिया गया,
इस संकल्प को देशवासी पंचप्रण के रूप में जानते: मुख्यमंत्री
आज ही देश के प्रधानमंत्री जी के आह्वान पर आजादी के अमृत महोत्सव
के संकल्प के साथ जुड़ते हुए प्रदेश में ‘मेरी माटी मेरा देश’ अभियान का शुभारम्भ
हो रहा, आजादी का अमृतकाल हम सब को एक नए भारत का दर्शन करा रहा
भारतवासियों ने प्रधानमंत्री जी के नेतृत्व में 75 सप्ताह के इन कार्यक्रमों को अनेक
रचनात्मक अभियानों के साथ जोड़कर पूरे उत्साह के साथ आयोजित किया
रचनात्मक अभियानों के साथ जोड़कर पूरे उत्साह के साथ आयोजित किया
आज के दिन वर्ष 1942 में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी ने भारत छोड़ो आंदोलन
का शुभारम्भ किया, आज प्रधानमंत्री जी के नेतृत्व में पूरा भारत आजादी
के अमृत महोत्सव के अनेक समारोहों की ओर अग्रसर
आगामी 25 वर्षों के कालखण्ड को अमृत काल में बदलने
की बेहतरीन कार्य योजना का अवसर हम सबके पास
पंचप्रण को हम अपने जीवन में अंगीकार करते हुए एक विकसित भारत के निर्माण में
अपना योगदान दें, यह भारत माता के महान सपूतों के लिए हमारी सबसे बड़ी श्रद्धांजलि
1925 में काकोरी के इस ऐतिहासिक स्थल पर काकोरी ट्रेन एक्शन
की कार्यवाही महान क्रांतिकारियों ने सम्पन्न की, इसी स्थल पर
‘मेरी माटी मेरा देश’ कार्यक्रम को आगे बढ़ाने का अवसर प्राप्त हो रहा
पृथ्वी को बचाने के साथ जल संरक्षण का भी कार्य होना चाहिए, अपनी धरती की मिट्टी को
अपनी मुट्ठी में लेकर पंचप्रण के संकल्प के साथ जुड़ते हुए आगे बढ़ना होगा
अपनी मुट्ठी में लेकर पंचप्रण के संकल्प के साथ जुड़ते हुए आगे बढ़ना होगा
प्रधानमंत्री जी ने अपने पिछले मन की बात कार्यक्रम में उ0प्र0 में एक ही दिन में 30 करोड़ वृक्षारोपण कार्यक्रम की चर्चा की,
आज काकोरी में 75 वृक्षों की एक अमृत वाटिका लगाई जा रही, यह काकोरी या क्रांति अमृत वाटिका के रूप में विख्यात होगी
आज काकोरी में 75 वृक्षों की एक अमृत वाटिका लगाई जा रही, यह काकोरी या क्रांति अमृत वाटिका के रूप में विख्यात होगी
प्रधानमंत्री जी के पंचप्रण को अंकित करते हुए शिलापट्ट (शिलाफलकम)
का उद्घाटन किया गया, यह आने वाले समय में नागरिकों को
उनके कर्तव्यों का स्मरण दिलाने का कार्य करेगा
नागरिक कर्तव्यों और राष्ट्रीय दायित्व को लेकर जब हम लोग आगे बढ़ेंगे,
तो एक समृद्ध और विकसित भारत की परिकल्पना को साकार कर सकते
13 अगस्त से 15 अगस्त, 2023 के बीच प्रत्येक नागरिक प्रत्येक जगह
माटी का वंदन करे और वीरों को नमन करे, इसकी सेल्फी लेकर सोशल
मीडिया पर अपलोड करे, अमृत उद्यान में वृक्षारोपण के कार्यक्रम के साथ जुडे़
एक बार फिर से प्रत्येक नागरिक को हर घर तिरंगा के कार्यक्रम से जुड़ना होगा,
विगत वर्ष प्रत्येक घर पर तिरंगा लहराया गया, यह भारत की आन, बान और शान का प्रतीक
विगत वर्ष प्रत्येक घर पर तिरंगा लहराया गया, यह भारत की आन, बान और शान का प्रतीक
हम भले ही वर्ष 1947 के स्वतंत्रता संघर्ष में सहभागी नहीं हो पाए, लेकिन हम
आजादी के 75 वें वर्ष के महोत्सव में शामिल होकर इसमें सक्रिय सहभागिता कर रहे
देश की स्वतंत्रता में जनजाति समुदायों का अहम योगदान, प्रधानमंत्री जी
ने भगवान बिरसा मुंडा की पावन जयंती को जनजातीय गौरव दिवस
के संकल्प के रूप में आगे बढ़ने का कार्य किया
मुख्यमंत्री ने उ0प्र0 राजकीय अभिलेखागार एवं राज्य ललित कला अकादमी की
स्वतंत्रता संग्राम पर आधारित चित्र एवं अभिलेख प्रदर्शनी एवं प्रदेश सरकार
के विकासात्मक कार्यों पर आधारित प्रदर्शनी का अवलोकन किया
‘मेरी माटी मेरा देश’ अभियान के अन्तर्गत पंचप्रण की शपथ दिलायी
लखनऊ: 09 अगस्त, 2023
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने कहा कि आजादी के अमृत महोत्सव वर्ष में प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी द्वारा आजादी के शताब्दी महोत्सव के दृष्टिगत आगामी 25 वर्षों की कार्य योजना बनाने के लिए एक संकल्प लिया गया था। इस संकल्प को देशवासी पंचप्रण के रूप में जानते हैं। आज हम सब आजादी के अमृतकाल के 75वें सप्ताह की ओर अग्रसर हो रहे हैं। इस अवसर पर हम सब काकोरी ट्रेन एक्शन व भारत छोड़ो आंदोलन की वर्षगांठ, क्रांति दिवस पर काकोरी के ऐतिहासिक स्थल पर एकत्र हुए हैं।
मुख्यमंत्री जी ने यह विचार आज यहां काकोरी शहीद स्मारक में ‘मेरी माटी मेरा देश’ अभियान का शुभारम्भ एवं ‘काकोरी ट्रेन एक्शन’ की वर्षगांठ के अवसर पर आयोजित वीरों को नमन कार्यक्रम मंे व्यक्त कर किये। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री जी के संकल्प के साथ जुड़ते हुए आप सभी पंचप्रण को अपने जीवन में आत्मसात करें। आज सभी संकल्प लंे कि भारत को वर्ष 2047 तक आत्मनिर्भर और विकसित राष्ट्र बनाने के सपने को साकार करेंगे, गुलामी की मानसिकता को जड़ से उखाड़ फेकेंगे, देश की समृद्ध विरासत पर गर्व करेंगे, भारत की एकता को सुदृढ़ करेंगे, देश की रक्षा करने वालों का सम्मान करेंगे और नागरिक होने का कर्तव्य निभाएंगे।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि आज काकोरी ट्रेन एक्शन की पावन वर्षगांठ है। भारत छोड़ो आन्दोलन आज ही के दिन वर्ष 1942 में प्रारम्भ हुआ था। अन्य अनेक ऐतिहासिक घटनाओं के लिए आज का दिन भारत के इतिहास में स्मरण किया जाता है। आज ही देश के प्रधानमंत्री जी के आह्वान पर आजादी के अमृत महोत्सव के संकल्प साथ जुड़ते हुए प्रदेश में ‘मेरी माटी मेरा देश’ अभियान का शुभारम्भ भी हो रहा है। आजादी का अमृतकाल हम सब को एक नए भारत का दर्शन करा रहा है। एक ऐसा भारत जिसमें किसी भी नागरिक के साथ जाति, मत, मजहब, क्षेत्र और भाषा के आधार पर कोई भेदभाव नहीं है। एक ऐसा भारत जो आत्मनिर्भरता के लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए निरंतर प्रयासरत है व अपनी विरासत पर गौरव की अनुभूति कर सकता है। एक ऐसा भारत जिसमें गुलामी के अंश को समाप्त करने व अपने नागरिक कर्तव्यों से जुड़ने का अवसर प्रत्येक देशवासी को प्राप्त हो रहा है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रधानमंत्री जी ने मार्च, 2021 में देशवासियों का आह्वान किया था कि आजादी के 75 वर्ष पूरे होने पर प्रत्येक भारतवासी आत्म अवलोकन करे। इन 75 वर्षों में हमने क्या पाया और क्या खोया, इस पर चिन्तन-मनन का अवसर प्रत्येक भारतवासी के पास है। आगामी 25 वर्षों के कालखण्ड को अमृत काल में बदलने की बेहतरीन कार्य योजना का अवसर हम सबके पास है। भारतवासियों ने प्रधानमंत्री जी के नेतृत्व में 75 सप्ताह के इन कार्यक्रमों को अनेक रचनात्मक अभियानों के साथ जोड़कर पूरे उत्साह के साथ आयोजित किया। आज हम इस आयोजन के 75वें सप्ताह में प्रवेश करने जा रहे हैं। जिन पंचप्रण से जुड़ने का संकल्प हम लोगों ने लिया है, उन पंचप्रण को हम अपने जीवन में अंगीकार करते हुए एक विकसित भारत के निर्माण में अपना योगदान दें। यह भारत माता के महान सपूतों के लिए हमारी सबसे बड़ी श्रद्धांजलि होगी।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि वर्ष 1925 में काकोरी के इस ऐतिहासिक स्थल पर काकोरी ट्रेन एक्शन की कार्यवाही महान क्रांतिकारियों ने सम्पन्न की थी। इसी स्थल पर ‘मेरी माटी मेरा देश’ कार्यक्रम को आगे बढ़ाने का अवसर प्राप्त हो रहा है। यह एक ऐतिहासिक अवसर है। आज से 98 वर्ष पूर्व यह समय यहां पर हलचल का रहा होगा। लोगों में कौतूहल रहा होगा कि क्या हुआ है, क्या होने वाला है। बहुत सारे लोगों के मन में यह जज्बा भी रहा होगा कि विदेशी हुकूमत हमें ज्यादा दिनों तक गुलाम नहीं बन सकती, देश शीघ्र ही स्वतंत्र होगा। इसी संकल्प के साथ पंडित राम प्रसाद बिस्मिल के नेतृत्व में अशफाक उल्ला खान, ठाकुर रोशन सिंह, राजेंद्र नाथ लाहिड़ी, चंद्रशेखर आजाद, शचीन्द्र नाथ सान्याल जैसे क्रांतिकारियों ने एक संकल्प के साथ जुड़कर इस अभियान को आगे बढ़ाने का कार्य किया था।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि काकोरी ट्रेन एक्शन में क्रांतिकारियों को 4,679 रुपये प्राप्त हुए लेकिन विदेशी हुकूमत ने इन क्रांतिकारियों को गिरफ्तार करने और उन्हें फांसी तक पहुंचाने में 10 लाख रुपये खर्च कर दिए। आप अनुमान कर सकते हैं कि क्रांतिकारी कैसे विदेशी हुकूमत की चूलों को हिलाने का कार्य कर रहे थे। यह चीजें दिखाती हैं कि यदि जज्बा, सत्संकल्प और लड़ने की इच्छाशक्ति हो तो बड़ी से बड़ी भौतिक ताकत को परास्त किया जा सकता है। भारत माता के इन महान सपूतों ने अपने जज्बे के बल पर उस समय के निरंकुश शासन को झुकने के लिए मजबूर किया था। यह निरंकुशता भारतीयता को दबाना चाहती थी व हमारे विकास और आत्मनिर्भरता में बाधक थी।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि पंडित राम प्रसाद बिस्मिल को गोरखपुर जेल में, अशफाक उल्ला खान को फैजाबाद जेल में, राजेंद्र नाथ लाहिड़ी को गोंडा जेल में, ठाकुर रोशन सिंह को नैनी जेल में तय समय से 2 दिन पूर्व फांसी दे दी गई। चंद्रशेखर आजाद ब्रिटिश शासन का सामना करते-करते प्रयागराज में शहीद हो गए। ऐसे अनेक वीरों ने भारत की स्वतंत्रता के लिए अपने प्राणों को बलिदान कर दिया। इन वीरों की एक ही इच्छा थी कि ‘तेरा वैभव अमर रहे मां हम दिन चार रहें न रहें’। इसी का परिणाम है कि भारत को 15 अगस्त सन 1947 को स्वतंत्रता प्राप्त हुई।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि आज क्रांति दिवस है। आज के दिन वर्ष 1942 में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी ने भारत छोड़ो आंदोलन का शुभारंभ किया था। आज प्रधानमंत्री जी के नेतृत्व में पूरा भारत आजादी के अमृत महोत्सव के अनेक समारोहों की ओर अग्रसर है। इस अवसर पर ‘मेरी माटी मेरा देश’ कार्यक्रम ‘माता भूमिः पुत्रो अहं पृथिव्याः’ के सनातन संदेश के साथ धरती माता के प्रति कर्तव्यों का निर्वहन करने के लिए एक आह्वान है। पृथ्वी को बचाने के साथ जल संरक्षण का भी कार्य होना चाहिए। हमें अपनी धरती की मिट्टी को अपनी मुट्ठी में लेकर पंचप्रण के संकल्प के साथ जुड़ते हुए आगे बढ़ना होगा।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रधानमंत्री जी ने अपने पिछले मन की बात कार्यक्रम में उत्तर प्रदेश में एक ही दिन में 30 करोड़ वृक्षारोपण कार्यक्रम की चर्चा की थी। मुख्यमंत्री जी ने कहा कि आज उनके द्वारा काकोरी में 75 वृक्षों की एक अमृत वाटिका लगाई जा रही है। यह काकोरी या क्रांति अमृत वाटिका के रूप में विख्यात होगी। इसके संरक्षण और संवर्धन का कार्य हम सबका होना चाहिए। हम सब इस प्रकार की वाटिकाएं नक्षत्र वाटिका, नवग्रह वाटिका आदि विभिन्न रूपों में अमृत सरोवरों के साथ-साथ प्रत्येक जगह लगाने का कार्य कर सकते हैं। आज यहां प्रधानमंत्री जी के पंचप्रण को अंकित करते हुए शिलापट्ट (शिलाफलकम) का उद्घाटन किया गया है। यह आने वाले समय में नागरिकों को उनके कर्तव्यों का स्मरण दिलाने का कार्य करेगा।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि नागरिक कर्तव्य महत्वपूर्ण होते हैं। कोई व्यक्ति चाहे वह जिस क्षेत्र से हो यदि अपने कर्तव्यों का निर्वहन ईमानदारी पूर्वक नहीं करता है, तो वह अपने देश, मातृभूमि और माटी के साथ धोखा करता है। शिक्षकों, छात्रों, समाजसेवियों और अन्य लोगों द्वारा अपने-अपने क्षेत्रों में ईमानदारीपूर्वक अपने कर्तव्यों का निर्वहन करना ही नागरिक कर्तव्य और राष्ट्रीय दायित्व है। नागरिक कर्तव्यों और राष्ट्रीय दायित्व को लेकर जब हम लोग आगे बढ़ेंगे, तो एक समृद्ध और विकसित भारत की परिकल्पना को साकार कर सकते हैं।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि 13 अगस्त से 15 अगस्त, 2023 के बीच प्रत्येक नागरिक प्रत्येक जगह माटी का वंदन करे और वीरों को नमन करे। इसकी सेल्फी लेकर सोशल मीडिया पर अपलोड करे। अमृत उद्यान में वृक्षारोपण के कार्यक्रम के साथ जुड़े। प्रत्येक ग्राम पंचायत और नगर निकाय में पंचप्रण के संकल्पों को शिलाफलकम के रूप में प्रदर्शित करे। एक बार फिर से प्रत्येक नागरिक को हर घर तिरंगा के कार्यक्रम से जुड़ना होगा। विगत वर्ष प्रत्येक घर पर तिरंगा लहराया गया था। यह भारत की आन, बान और शान का प्रतीक है। इसी तिरंगे की खातिर अनगिनत बलिदान हुए थे। 14 अगस्त, 2023 की तिथि भारत के विभाजन की त्रासदी की तिथि है। हम फिर से भारत का विभाजन नहीं होने देंगे। विभाजन की त्रासदी का स्मरण करते हुए प्रत्येक नागरिक एक भारत श्रेष्ठ भारत के संकल्प से जुड़े।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि हम भले ही वर्ष 1947 के स्वतंत्रता संघर्ष में सहभागी नहीं हो पाए लेकिन हम आजादी के 75 वें वर्ष के महोत्सव में शामिल होकर इसमें सक्रिय सहभागिता कर रहे हैं। जिस ब्रिटेन ने लगभग 200 वर्षों तक भारत पर शासन किया था, उस ब्रिटेन को पछाड़कर भारत विश्व की पांचवी बड़ी अर्थव्यवस्था के रूप में स्थापित हुआ है। यह प्रत्येक भारतवासी के लिए गौरव की बात है। आजादी के अमृत काल में भारत प्रधानमंत्री जी के मार्गदर्शन और नेतृत्व में दुनिया के उन 20 बड़े देशों की अध्यक्षता कर रहा है, जो जी-20 के रूप में जाने जाते हैं। इन देशों में दुनिया की 65 प्रतिशत से अधिक जनसंख्या निवास करती है तथा इनका दुनिया की 80 प्रतिशत जी0डी0पी0 पर अधिकार है।
यह एक नए भारत का दर्शन हम सबको कराता है। एक ऐसा भारत जो आत्मनिर्भरता की ओर अग्रसर होता हुआ, समृद्ध, दुनिया में मानवता के कल्याण का मार्ग प्रशस्त करने वाला भारत है। हमारा देश विकसित हो, प्रत्येक नागरिक के जीवन में खुशहाली हो ,सभी को समान अवसर प्राप्त हो, इस संकल्प को आगे बढ़ाने के प्रधानमंत्री जी के अभियान को हम सब अपने जीवन का हिस्सा बनाएं।
मुख्यमंत्री जी ने कहा देश की स्वतंत्रता में जनजाति समुदायों का अहम योगदान रहा है। प्रधानमंत्री जी ने भगवान बिरसा मुंडा की पावन जयंती को जनजातीय गौरव दिवस के संकल्प के रूप में आगे बढ़ने का कार्य किया। आज के दिन हम जनजाति समुदाय को समाज और राष्ट्र के साथ जुड़ने का आह्वान करते हैं।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री जी ने काकोरी शहीद स्मारक में स्थित शहीदों की प्रतिमा पर माल्यार्पण एवं पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि अर्पित की। उन्होंने उत्तर प्रदेश राजकीय अभिलेखागार एवं राज्य ललित कला अकादमी की स्वतंत्रता संग्राम पर आधारित चित्र एवं अभिलेख प्रदर्शनी एवं प्रदेश सरकार के विकासात्मक कार्यों पर आधारित प्रदर्शनी का भी अवलोकन किया। ‘मेरी माटी मेरा देश’ अभियान के अन्तर्गत पंचप्रण की शपथ दिलायी।
कार्यक्रम में मुख्यमंत्री जी ने शहीदों के परिजनों को सम्मानित किया। ‘मेरी माटी मेरा देश’ कार्यक्रम के अन्तर्गत शिलापट्ट (शिलाफलकम) का उद्घाटन किया एवं सेल्फी ली। 75 वृक्षों की अमृत वाटिका का आरोपण किया। उन्होंने कथक केन्द्र, संगीत नाटक अकादमी के कलाकारों द्वारा प्रस्तुत राष्ट्रभक्ति पर अधारित कथक नृत्य नाटिका का अवलोकन किया।
कार्यक्रम को पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री श्री जयवीर सिंह ने भी सम्बोधित किया।
इस अवसर पर जनप्रतिनिधिगण, मुख्य सचिव श्री दुर्गा शंकर मिश्र, प्रमुख सचिव मुख्यमंत्री, गृह एवं सूचना श्री संजय प्रसाद, प्रमुख सचिव पर्यटन एवं संस्कृति श्री मुकेश मेश्राम सहित शासन-प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।
---------
एक टिप्पणी भेजें
If you have any doubts, please let me know