कृषि वैज्ञानिक ने मक्का व धान की फसल में लगने वाली कीटों से बचाव के बताये गुर
बहराइच ( ब्यूरो रिपोर्ट ) । आचार्य नरेन्द्र देव एवं कृषि प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, कुमारगंज, अयोध्या के अधीन संचालित फसल अनुसंधान केन्द्र, बहराइच पर कृषि विज्ञान केन्द्र के वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ के एम सिंह एवं फसल अनुसंधान केन्द्र के प्रभारी अधिकारी डॉ महेन्द्र सिंह व पादप प्रजनन वैज्ञानिक डॉ पी के सिंह ने संयुक्त रूप से मक्का व धान का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान मक्का फसल में आर्मी फॉल वर्मा कीट का प्रकोप एवं धान में खरपतवार का प्रकोप दिखाई दिया।
कृषि विज्ञान केन्द्र के वरिष्ठ वैज्ञानिक एवं अध्यक्ष डॉ के एम सिंह ने बताया की आर्मी फॉल वर्मा के लिए ईमामेक्टिन बेंजोएट 5% एस. जी. 1 ग्राम प्रति 2 लीटर पानी अथवा 100 ग्राम प्रति एकड़ का शाम के समय छिड़काव प्रत्येक पौधे के गोफ (अगोला) में करें। दूसरा स्प्रे 15 से 20 दिनों के अंतराल क्लोरपाईरीफास 50% E.C.+ साईपरमेथ्रीन 5% कॉम्बिनेशन दवा को 2.5 मि.ली. प्रति लीटर पानी की दर से करें। फसल अनुसंधान केंद्र के प्रभारी अधिकारी डॉ महेंद्र सिंह ने बताया की धान में खरपतवार प्रबंधन हेतु पेनक्सलम 1.02% + सायहेलफोप 5.1% (विवाया) का 800 मिली अथवा बिसपायरीबेक सोडियम 10% एस सी का 100 मिली के साथ मेट सल्फयूरान मिथाइल का 8 ग्राम प्रति एकड़ की दर से स्प्रे करें। फसल अनुसंधान केन्द्र के पादप प्रजनन वैज्ञानिक डॉ पी के सिंह ने प्रक्षेत्र पर लगी विभिन्न प्रजातीय परीक्षणों एवं प्रजातियों के बारे में विस्तृत जानकारी दी।
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