मुख्यमंत्री ने फिक्की की राष्ट्रीय कार्यकारिणी बैठक के उद्घाटन कार्यक्रम को सम्बोधित किया

प्रधानमंत्री जी के मार्गदर्शन में उ0प्र0 बीमारू राज्य से उभर कर विकसित राज्य बनने की ओर अग्रसर, प्रदेश बहुत शीघ्र देश की दूसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था के रूप में सबके सामने होगा: मुख्यमंत्री

प्रदेश, देश के ग्रोथ इंजन के रूप में अपनी भूमिका का निर्वहन करेगा, इसमें उद्योग जगत का योगदान अत्यंत महत्वपूर्ण होगा

प्रदेश सरकार ने उद्योग जगत के समक्ष आने वाली बाधाओं को दूर करने के लिए अनेक सुधार किए

डबल इंजन सरकार का स्थायित्व उद्योगों को प्रोत्साहित कर रहा

प्रदेश ने विगत 06 वर्षों में इन्फ्रास्ट्रक्चर के क्षेत्र में बहुत प्रगति की

प्रदेश के इस वर्ष के बजट में दो औद्योगिक परिक्षेत्र विकसित करने की व्यवस्था की गई

सुरक्षा निवेश की सबसे पहली आवश्यकता, अब प्रदेश में संगठित अपराध शून्य पर

प्रदेश सरकार ने एण्टी भू-माफिया टास्क फोर्स गठित कर 64 हजार हेक्टेयर भूमि को माफियाओं के कब्जे से मुक्त कर उद्योगों के लिए लैण्ड बैंक बनाने का कार्य किया

एम0एस0एम0ई0 का अच्छा बेस उद्योग जगत के लिए महत्वपूर्ण होता, प्रदेश में एम0एस0एम0ई0 का सबसे बड़ा बेस

एक जनपद एक उत्पाद योजना ने प्रदेश को मैन्युफैक्चरिंग हब के रूप में स्थापित करते हुए निर्यात हब के रूप में बदलने में सहायता की, वर्तमान में प्रदेश लगभग 2 लाख करोड़ रु0 का निर्यात कर रहा

विगत 6 वर्षों में सदी की सबसे बड़ी महामारी का सामना करते हुए भी आज प्रदेश रिवेन्यू सरप्लस राज्य

पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे पूर्वी उ0प्र0 के स्पाइनल कॉलम के रूप में पूरी मजबूती के साथ विकास की नई आहट को इस क्षेत्र के लिए आमंत्रित कर रहा, इस पर विकसित हो रहे औद्योगिक क्लस्टर नए उत्तर प्रदेश की आभा का दर्शन हम सबको कराते

बुन्देलखण्ड के हर घर में नल से शुद्ध पानी पहुंचा दिया गया, सिंचाई की योजनाओं को प्रभावी ढंग से लागू कर दिया गया

बुन्देलखण्ड में डिफेंस मैन्युफैक्चरिंग कॉरिडोर के दो महत्वपूर्ण नोड झांसी और चित्रकूट में स्थापित हो रहे

बुन्देलखण्ड में एयर कनेक्टिविटी का कार्य तेजी से आगे बढ़ रहा, एयरपोर्ट निर्माण का कार्य अन्तिम चरणों में

नोएडा के इन्फ्रास्ट्रक्चर में व्यापक बदलाव देखने को मिला, नौकरशाही वही, लेकिन लीडरशिप चेंज होने का अंतर नोएडा में साफ दिखाई देता

प्रदेश आबादी की दृष्टि से देश का सबसे बड़ा राज्य, सबसे बड़ा उपभोक्ता बाजार और सबसे अधिक युवा आबादी वाला राज्य, प्रदेश की 56 प्रतिशत आबादी कामकाजी

गांव के युवाओं को उद्योग जगत के लिए प्रशिक्षित कर बाजार की बारीकियों से अवगत कराना चाहिए

प्रदेश में सी0एम0 फैलोशिप की दो योजनाएं चल रही, एक योजना के अन्तर्गत प्रदेश सरकार ने 100 युवाओं को अलग-अलग उद्योगों के साथ जोड़ा, दूसरी योजना के अन्तर्गत प्रदेश में 100 युवाओं को 100 एस्पिरेशनल विकासखण्डों में तैनात किया


लखनऊ: 29 अगस्त, 2023


मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने कहा कि वर्ष 2017 से पूर्व प्रदेश के युवाओं नागरिकों और उद्यमियों के सामने पहचान का संकट था। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के मार्गदर्शन में उत्तर प्रदेश बीमारू राज्य से उभर कर विकसित राज्य बनने की ओर अग्रसर है। प्रदेश बहुत शीघ्र देश की दूसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था के रूप में सबके सामने होगा। आगामी 5 वर्ष हम सबके लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है। आने वाले समय में प्रदेश देश की अग्रणी अर्थव्यवस्था बनेगा और देश के ग्रोथ इंजन के रूप में अपनी भूमिका का निर्वहन करेगा। इसमें उद्योग जगत का योगदान अत्यंत महत्वपूर्ण होगा।
मुख्यमंत्री जी आज यहां फिक्की की राष्ट्रीय कार्यकारिणी बैठक के उद्घाटन कार्यक्रम को सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि 38 वर्षों के बाद फिक्की की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक प्रदेश में हो रही है। प्रदेश बड़ी उपलब्धियों के साथ सबके सामने है। यह क्षण अत्यन्त महत्वपूर्ण है क्योंकि मुख्यमंत्री बनने के बाद उद्योग जगत से जुड़े जिस कार्यक्रम में सर्वप्रथम भाग लेने का उन्हें अवसर मिला वह वर्ष 2017 में फिक्की का लखनऊ में आयोजित कार्यक्रम था।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रदेश सरकार ने उद्योग जगत के समक्ष आने वाली बाधाओं को दूर करने के लिए अनेक सुधार किए हैं। प्रदेश में उद्योग जगत के लिए अनुकूल अवसर है। प्रदेश ईज ऑफ डूइंग बिजनेस में 14वें स्थान से दूसरे स्थान पर आ चुका है। अब प्रदेश में वल्र्ड क्लास इंफ्रास्ट्रक्चर देखने को मिल रहा है। प्रदेश ने विगत 06 वर्षों में इंफ्रास्ट्रक्चर के क्षेत्र में बहुत प्रगति की है। गंगा एक्सप्रेस-वे मेरठ से प्रयागराज के बीच निर्माणाधीन है। आज मेरठ से प्रयागराज के बीच यात्रा में 15 से 16 घंटे लगते हैं, लेकिन गंगा एक्सप्रेस-वे बनने के बाद मात्र 06 घण्टे में यह यात्रा पूरी की जा सकेगी। एक्सप्रेस-वे पर अलग-अलग जगह पर औद्योगिक क्लस्टर भी विकसित किए जा रहे हैं। प्रदेश के इस वर्ष के बजट में दो औद्योगिक परिक्षेत्र विकसित करने की व्यवस्था की गई है।
सुरक्षा निवेश की सबसे पहली आवश्यकता है। अब प्रदेश में संगठित अपराध शून्य पर है। यहां कोई फिरौती के लिए किसी का अपहरण नहीं कर सकता। कोई अपराधी किसी उद्योग में जाकर किसी उद्यमी या कर्मचारी को धमकी नहीं दे सकता। कोई भी जबरन किसी उद्योग को बंद नहीं कर सकता। प्रदेश पेशेवर अपराधियों, माफियाओं से मुक्त होकर विकास की ओर आगे बढ़ चुका है। प्रदेश सरकार ने एण्टी भू-माफिया टास्क फोर्स गठित कर 64 हजार हेक्टेयर भूमि को माफियाओं के कब्जे से मुक्त कर उद्योगों के लिए लैण्ड बैंक बनाने का कार्य किया है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि एम0एस0एम0ई0 का अच्छा बेस उद्योग जगत के लिए महत्वपूर्ण होता है। प्रदेश में एम0एस0एम0ई0 का सबसे बड़ा बेस है। वर्ष 2017 से पूर्व प्रदेश में एम0एस0एम0ई0 उद्योग मृतप्राय हो गया था। इसको प्रोत्साहित करते हुए  डिजाइनिंग, मार्केटिंग, पैकेजिंग से जोड़ने के लिए अनेक कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं। प्रदेश की ‘एक जिला एक उत्पाद योजना’ देश की लोकप्रिय योजनाओं में से एक है। इसके माध्यम से एम0एस0एम0ई0 उत्पादों की ब्रांडिंग की जा रही है। इस योजना ने प्रदेश को मैन्युफैक्चरिंग हब के रूप में स्थापित करते हुए निर्यात हब के रूप में बदलने में सहायता की है। वर्तमान में प्रदेश लगभग 2 लाख करोड़ रुपए का निर्यात कर रहा है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रदेश सरकार ने अन्य परम्परागत हस्त शिल्पियों और कारीगरों को प्रोत्साहित करने के लिए वर्ष 2019 में ‘विश्वकर्मा श्रम सम्मान योजना’ प्रारम्भ की थी। इस योजना के माध्यम से लगभग 01 लाख हस्तशिल्पियों और कारीगरों के प्रशिक्षण, बैंक से जोड़ने और टूल किट उपलब्ध कराने की कार्रवाई की गई है। बैंकों का ऋण-जमा अनुपात 42-43 प्रतिशत से बढ़कर 56 प्रतिशत हो चुका है, इसे 60 प्रतिशत तक ले जाने की दिशा में कार्य किया जा रहा है। रिजर्व बैंक के आंकड़े बताते हैं कि उत्तर प्रदेश तेजी से विकास के पथ पर अग्रसर है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि विगत 6 वर्षों में सदी की सबसे बड़ी महामारी का सामना करते हुए भी आज प्रदेश रिवेन्यू सरप्लस राज्य है। प्रदेश अवसंरचना कार्यक्रम को तेजी के साथ आगे बढ़ा रहा है। पहले पश्चिमी उत्तर प्रदेश में अच्छा इंफ्रास्ट्रक्चर था लेकिन पूर्वी उत्तर प्रदेश और बुन्देलखण्ड इससे वंचित था। आज पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे पूर्वी उत्तर प्रदेश के स्पाइनल कॉलम के रूप में पूरी मजबूती के साथ विकास की नई आहट को इस क्षेत्र के लिए आमंत्रित कर रहा है। इस पर विकसित हो रहे औद्योगिक क्लस्टर नए उत्तर प्रदेश की आभा का दर्शन हम सबको कराते हैं।
वर्ष 2017 से पूर्व केंद्र सरकार को बुन्देलखण्ड क्षेत्र के लिए पानी के टैंकर भेजने पड़ते थे। आज बुन्देलखण्ड के हर घर में नल से शुद्ध पानी पहुंचा दिया गया है। सिंचाई की योजनाओं को प्रभावी ढंग से लागू कर दिया गया है। बुन्देलखण्ड एक्सप्रेस-वे का निर्माण हो चुका है। बुन्देलखण्ड में डिफेंस मैन्युफैक्चरिंग कॉरिडोर के दो महत्वपूर्ण नोड झांसी और चित्रकूट में स्थापित हो रहे हैं। चित्रकूट और बुन्देलखण्ड से डकैतों का पूरी तरह सफाया किया जा चुका है। यहां अच्छे-अच्छे उद्योग आ रहे हैं। भारी मात्रा में निवेश किया जा रहा है। बुन्देलखण्ड में एयर कनेक्टिविटी का कार्य तेजी से आगे बढ़ रहा है। एयरपोर्ट निर्माण का कार्य अन्तिम चरणों में है। चित्रकूट एक बेहतरीन पर्यटक गन्तव्य के रूप में विकसित हो सकता है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि पहले नोएडा को किसी भी मुख्यमंत्री के लिए अभिशाप बताया जाता था। आज दिल्ली और नोएडा में अंतर स्पष्ट दिखाई देता है। नोएडा के इंफ्रास्ट्रक्चर में व्यापक बदलाव देखने को मिला है। नौकरशाही वही है लेकिन लीडरशिप चेंज होने का अंतर नोएडा में साफ दिखाई देता है। उत्तर प्रदेश प्रत्येक क्षेत्र में तेजी के साथ आगे बढ़ रहा है। यहां उद्योग लग रहे हैं। यू0पी0 ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट में उत्तर प्रदेश को 36 लाख करोड़ रुपये निवेश के प्रस्ताव प्राप्त हुए। यह प्रदेश के प्रति उद्योग जगत के विश्वास का प्रतीक है। डबल इंजन सरकार का स्थायित्व उद्योगों को प्रोत्साहित कर रहा है।
उत्तर प्रदेश आबादी की दृष्टि से देश का सबसे बड़ा राज्य, सबसे बड़ा उपभोक्ता बाजार और सबसे अधिक युवा आबादी वाला राज्य है। प्रदेश की 56 प्रतिशत आबादी कामकाजी है। कामकाजी युवा के लिए रोजगार/नौकरी की आवश्यकता होती है। जब प्रदेश में अच्छे उद्योग लगेंगे और उनके लिए अनुकूल माहौल होगा तो प्रदेश के युवाओं को रोजगार के अवसर प्राप्त होंगे। यह युवा न केवल रोजगार प्राप्त करेंगे बल्कि रोजगार सृजन में भी योगदान देंगे। हमें गांव के युवाओं को उद्योग जगत के लिए प्रशिक्षित कर बाजार की बारीकियों से अवगत कराना चाहिए। गांवों को मैन्युफैक्चरिंग हब के रूप में विकसित कर युवाओं को रेडीमेड गारमेंट की मैन्युफैक्चरिंग से भी जोड़ना चाहिए, जिससे रेडीमेड गारमेंट में प्रदेश और देश का नाम रोशन हो सके। विश्वकर्मा श्रम सम्मान जैसी योजना इसमें मददगार साबित हो सकती है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रधानमंत्री इंटर्नशिप योजना/मुख्यमंत्री इंटर्नशिप योजना से विश्वविद्यालयों, महाविद्यालयों और अन्य संस्थाओं के छात्रों को जोड़ना चाहिए। इस दौरान छात्रों को प्रदान किए जाने वाले मानदेय में आधा सरकार प्रदान करेगी। यह छात्र हमेशा आपके और आपकी इण्डस्ट्री के प्रति सकारात्मक भाव रखेंगे। इस वर्ष मुख्यमंत्री इंटर्नशिप योजना में 07 लाख 50 हजार लाख युवाओं को जोड़ने का लक्ष्य रखा है। प्रदेश सरकार ने प्रदेश के युवाओं के लिए अनेक कार्यक्रम चलाए हैं। 02 करोड़ युवाओं को तकनीकी दृष्टि से सक्षम बनाने के लिए टैबलेट/स्मार्टफोन उपलब्ध कराए जा रहे हैं। अब तक 20 लाख युवाओं को टैबलेट/स्मार्टफोन उपलब्ध कराए जा चुके हैं। इस वित्तीय वर्ष में 25 लाख युवाओं को टैबलेट/स्मार्टफोन उपलब्ध कराए जाने की योजना है। उद्योग जगत को इन शिक्षित  युवाओं की सेवाएं प्राप्त करनी चाहिए।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रदेश में सी0एम0 फैलोशिप की दो योजनाएं चल रही हैं। एक योजना के अन्तर्गत प्रदेश सरकार ने 100 युवाओं को अलग-अलग उद्योगों के साथ जोड़ा है। जो आपकी किसी भी समस्या का समाधान करने में स्वयं सक्षम है। वे आपके साथ मिलकर राज्य सरकार के ईज़ ऑफ डूइंग बिजनेस के कार्यक्रम को या निवेश मित्र पोर्टल के कार्यक्रम को सफलतापूर्वक क्रियान्वित करने में मदद करेंगे।
दूसरी योजना के अन्तर्गत प्रदेश में 100 युवाओं को 100 एस्पिरेशनल विकासखण्डों में तैनात किया है। यह युवा विकासखण्ड में जाकर विकास में अपना योगदान दे रहे हैं। जब यह युवा 03 वर्ष का अपना इंटर्नशिप कार्यक्रम पूरा कर लेंगे, तो इन्हें सरकारी सेवा में आयु में छूट तथा वेटेज उपलब्ध कराया जाएगा, जिससे इनका समायोजन हो सके। यह प्रशिक्षित युवा होंगे। इन युवाओं से कहा गया है कि वह इस दौरान अपना शोध पत्र भी लिखें कि इस क्षेत्र में क्या-क्या चुनौतियां हैं, यह विकासखण्ड क्यों पिछड़े थे, हमारा ईज़ ऑफ डूइंग बिजनेस क्यों पिछड़ गया था। इन सभी कार्यों में उद्योग मददगार हो सकते हैं और युवाओं को आगे बढ़ाने के लिए एक मंच उपलब्ध करा सकते हैं।
इस अवसर पर फिक्की के अध्यक्ष श्री सुभ्रकान्त पांडा ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि फिक्की की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक 38 साल बाद उत्तर प्रदेश में आयोजित की जा रही है। मुख्यमंत्री जी के कुशल नेतृत्व में प्रदेश ने आर्थिक और औद्योगिक विकास के क्षेत्र में बहुत प्रगति की है। प्रदेश सरकार प्रधानमंत्री जी के रिफॉर्म परफॉर्म और ट्रांसफॉर्म के ध्येय पर कार्य कर रही है। राज्य के विकास की कहानी एक मिसाल बन चुकी है। उत्तर प्रदेश, देश की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है। जी0एस0डी0पी0 वर्ष 2016-17 के 12.47 लाख करोड़ रुपये से बढ़कर वर्ष 2022-23 में 20.48 लाख करोड़ रुपये हो गई है। वर्ष 2023-24 में 24.39 लाख करोड़ रुपये होने की संभावना है। वर्ष 2021-22 में उत्तर प्रदेश की जी0एस0डी0पी0 में 16.8 प्रतिशत वृद्धि हुई, वर्ष 2023-24 में 19 प्रतिशत बढ़ने का अनुमान है। जिससे देश की जी0डी0पी0 में प्रदेश का योगदान 08 प्रतिशत से अधिक  हो जाएगा।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री जी को फिक्की की परम्परा के अनुसार फिक्की द्वारा ग्रीन सर्टिफिकेट प्रदान किया गया। इसके अन्तर्गत उनके नाम पर 10 पौधों का रोपण किया जाएगा।
इस अवसर पर मुख्य सचिव श्री दुर्गा शंकर मिश्र, अवस्थापना एवं औद्योगिक विकास आयुक्त श्री मनोज कुमार सिंह, प्रमुख सचिव मुख्यमंत्री, गृह एवं सूचना श्री संजय प्रसाद, फिक्की के महासचिव श्री शैलेश पाठक, वरिष्ठ उपाध्यक्ष श्री अनीश शाह, फिक्की उत्तर प्रदेश के अध्यक्ष श्री मनोज गुप्ता, फिक्की की राष्ट्रीय कार्यकारिणी के पदाधिकारी एवं सदस्यगण उपस्थित थे।
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