उतरौला बलरामपुर पीड़ित की शिकायत पर अनिल कुमार सिंह सचिव लोक आयुक्त उत्तर प्रदेश शासन ने पूर्व उपजिलाअधिकारी उतरौला समेत छह अधिकारियों के विरुद्ध आरोपों पर अधिकारियों की तीन सदस्यीय टीम गठित कर उनसे जांच कराकर जिलाधिकारी से जांच आख्या ५ सितम्बर तक तलब की है।
पीड़ित नन्कू पुत्र राम समुझ निवासी ग्राम नथ ई पुर कानूनगो ने तहसील उतरौला पर आयोजित कई समाधान दिवस में शिकायत की थी। कि उनके गांव के रास्ता व चकरोड की जमीन पर दबंगों ने अपने दबंगई के बल पर कब्जा करके निर्माण कर लिया। इस पर प्रशासनिक अधिकारी अभी तक अवैध कब्जा नहीं हटवा सके। प्रशासनिक अधिकारियों की कार्यवाई न करने पर पीड़ित ने समाधान दिवस में मौजूद जिलाधिकारी से इसकी शिकायत की। जिलाधिकारी ने पीड़ित के आरोपों पर जांच के लिए अपर जिलाधिकारी प्रदीप कुमार को जांच सौपा दिया है। अपर जिलाधिकारी ने पीड़ित का बयान दर्ज किया। उसके बाद भी रास्ता व चकरोड पर हुए अवैध कब्जे को अभी तक हटाया नहीं जा सका। मजबूरन पीड़ित ने सभी अभिलेखों के साथ 6 अधिकारियों के खिलाफ लोक आयुक्त से शिकायत की। लोक आयुक्त ने मामले की गम्भीरता को देखते हुए जिलाधिकारी बलरामपुर से उतरौला तहसील के तत्कालीन पूर्व उपजिला अधिकारी उतरौला संतोष कुमार ओझा, तत्कालीन तहसीलदार उतरौला अवधेश कुमार व रामाश्रय प्रसाद , तत्कालीन नायब तहसीलदार ज्योति मौर्या, राजस्व निरीक्षक राम करन व लेखपाल सुनील कुमार पर पीड़ित के लगाए गए आरोपों की तथ्यात्मक रिपोर्ट तलब की। इस पर सचिव लोक आयुक्त अनिल कुमार सिंह ने जिलाधिकारी को भेजें पत्र में पीड़ित के आरोपों पर तथ्यात्मक, सुसंगत व तार्किक आख्या
५ सितम्बर तक तलब की है। सचिव लोक आयुक्त के पत्र से राजस्व अधिकारियों में हड़कंप मच गया है।
असगर अली
उतरौला
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