सोमवार 7 अगस्त 2023
रायबरेली। 
सघन मिशन इंद्रधनुष(आई एएमआई ) का शुभारंभ सोमवार को जिला महिला चिकित्सालय में मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ वीरेंद्र सिंह ने किया ।
इस मौके पर मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने कहा कि नियमित टीकाकरण से किन्हीं कारणों से छूटे हुए शून्य से पांच साल तक की आयु के बच्चों एवं गर्भवती को टीका लगाने के लिए आईं एम आई अभियान चलाया जाता है । टीके न केवल 12 जानलेवा बीमारियों से बचाते हैं बल्कि बच्चे की प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाते हैं और उसे कुपोषण से भी बचाते हैं । शिशु एवं बाल मृत्यु दर में कमी लाने में नियमित टीकाकरण की अहम भूमिका है ।
 जिला प्रतिरक्षण अधिकारी . डॉ अरुण कुमार वर्मा ने बताया कि आईएमआई अभियान तीन चरणों में चलेगा । पहला चरण सात से 12 अगस्त, दूसरा 11 से 16 सितंबर और तीसरा चरण नौ से 16 अक्टूबर तक चलेगा ।
 उन्होंने कहा कि टीका पूरी तरह सुरक्षित है और यह जान बचाता है ।इसके साथ ही बच्चे को समय से टीका लगवाना चाहिए ताकि जाननलेवा बीमारियों से बचाव हो सके और उसमें समय से प्रतिरोधक क्षमता विकसित हो सके । अभिभावकों को मातृ शिशु सुरक्षा (एमसीपी) कार्ड संभाल कर रखना चाहिए । उसमें बच्चे को लगाए गये टीकों का विवरण होता है । स्वास्थ्य कर्मी द्वारा मांगने पर उसे जरूर दिखाएं और स्वास्थ्य केंद्र पर जब भी जाएं तो एमसीपी कार्ड अवश्य लेकर जाएं । बच्चे के टीकों को लेकर किसी प्रकार का संशय होने पर स्वास्थ्य कर्मी से मिलें । डॉक्टर वर्मा
 ने बताया.इस अभियान के तहत 3077 सत्रों का आयोजन कर शून्य से पाँच साल तक के 21,397 बच्चों और 6,152 गर्भवती का टीकाकरण किया जायेगा ।
 शून्य से पाँच साल तक के बच्चों को 12 जानलेवा बीमारियों से बचाने के लिए 11 टीके लगाए जाते हैं | इसके साथ ही गर्भवती को टिटेनस और वयस्क डिप्थीरिया(टीडी) का टीका लगाया जाता है | जिला स्वास्थ्य शिक्षा एवं सूचना अधिकारी अधिकारी डीएस अस्थाना
 ने बताया कि 12 जानलेवा बीमारियाँ हैं - पोलियो, डिप्थीरिया, काली खांसी, गलघोंटू, खसरा, टीबी, हेपेटाइटिस बी, जापानी इंसेफेलाइटिस, निमोनिया, डायरिया, रूबेला और टिटेनस | इस अवसर पर डॉ अरविंद कुमार,डॉ राकेश यादव,स्वास्थ शिक्षा अधिकारी अंजली सिंह, डीएमसी वंदना त्रिपाठी, यूनिसेफ,बीएमसी सहाना जमीर, डब्लूएचओ से अमरेश त्रिपाठी विनय पांडे, आदि उपस्थित रहेl

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