पत्रकारों के मौलिक अधिकारों एवं न्याय के लिए केंद्र सरकार के खिलाफ हल्ला बोलेगी पेजा : कुशवाहा







पत्रकारिता कांटो भरा ताज है फूलों की सेज नहीं- कुलपति 


बहराइच ( ब्यूरो रिपोर्ट ) । हिमाचल प्रदेश जुलाई विजय चंदेल प्रिंट एवं इलेक्ट्रॉनिक जर्नलिस्ट्स एसोसिएशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष गिरीश चंद कुशवाहा ने हिमाचल प्रदेश की नव मनोनीत  इकाई को शपथ ग्रहण करने के बाद बद्दी यूनिवर्सिटी के सभागार में पत्रकारों को संबोधित करते हुए , एसोसिएशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष गिरीश चंद कुशवाहा ने केन्द्र सरकार को कटघरे में खड़ा करते हुए कहां केन्द्र की सरकार पत्रकारों के मौलिक अधिकारों एवं उनके मान-सम्मान के प्रति गंभीर नहीं है।
 केन्द्र सरकार को एसोसिएशन ने 2018 एवं 2021 में भारत सरकार के प्रधानमंत्री को मांग पत्र देकर भारत के पत्रकारों को उनके मौलिक अधिकारों को दिलाने के लिए मांग पत्र सौंपा था , परन्तु केन्द्र सरकार आज तक गंभीरता से नहीं लिया गया।
 पत्रकारों ने केंद्र की सरकार लगातार 10 वर्ष तक बनाने के लिए अभपना योगदान दिया । 
राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा 1947 में देश आजाद हुआ इस आजादी में मीडिया ने अपना बलिदान देकर देश को आजाद कराने में अपने कई पत्रकार साथी शहीद कर दिए परन्तु जब देश में संविधान बनाया जा रहा था तो संविधान बनाने वालों ने संविधान में न्यायपालिका कार्यपालिका विधायिका के उत्थान एवं विकास का उल्लेख तो किया परन्तु देश को आजाद कराने में मीडिया की अहम भूमिका को दरकिनार करते हुए लोकतंत्र के चौथे स्तंभ की उपेक्षा करते हुए उसका कहीं भी लोकतंत्र के संविधान में जिक्र तक नहीं किया गया।आज भी प्रधानमंत्री की कुर्सी पर बैठने वाले केन्द्र की सरकार के मुखिया झूठा प्रचार कर रहे हैं कि लोकतंत्र के चार स्तंभ हैं, परन्तु अब  मीडिया जाग चुका है मीडिया ने अपना मौलिक अधिकार मांगने के लिए केन्द्र सरकार से पत्रकारों के बीच में मान्यता प्राप्त एवं गैर मान्यता प्राप्त की खाई को खत्म कर पत्रकारों को मौलिक अधिकार देने का मुद्दा उठाया है। कई राज्यों के पत्रकार अपने मौलिक अधिकार को पाने के लिए जंतर मंतर पर किसी भी समय सरकार को 2024 के लोकसभा चुनाव के पहले घेरकर पत्रकारों के मान सम्मान को दिलाने के लिए आर पार की लड़ाई लड़ेंगे।
 कुशवाहा ने कहा खाकी और खादी के दम पर आज पत्रकारों को फर्जी मुकदमे में जेल भेजा जा रहा है, कई पत्रकारों की हत्या हो गई है परन्तु सरकार के पास कोई कार्य योजना नहीं है कि कोविड-19के दौरान पत्रकारों पर दर्ज फर्जी मुकदमे वापस कर  सके सरकार जिसको लेकर एसोसिएशन आर पार की लड़ाई लड़ने के मूड में आ गई है।
अधिवेशन को संबोधित करते हुए यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर  शर्मा ने कहा पत्रकारिता कांटो भरी सेज है फूलों भरा  ताज नहीं है।पत्रकार को निष्पक्ष एवं स्वतंत्र होकर शासन एवं प्रशासन की बात को जनता तक और जनता की बात शासन व प्रशासन तक पहुंच जाना चाहिए ।
अधिवेशन के मुख्य अतिथि राष्ट्रीय अध्यक्ष गिरीश चंद्र कुशवाहा ने रीबन काटकर व दीप प्रज्वलित कर अधिवेशन का शुभारंभ किया। प्रदेश अध्यक्ष विजय चंदेल व मुख्य प्रदेश महासचिव ओम शर्मा ने सभी मुख्यातिथियों को शाल, टोपी व स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया उपरोक्त अवसर पर हिमाचल प्रदेश के प्रभारी ने प्रदेश अध्यक्ष हिमाचल प्रदेश की अनुमति से प्रदेश कार्यकारिणी की घोषणा की जिसमें एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष की कमान विजय चंदेल व मुख्य प्रदेश महासचिव की कमान ओम शर्मा को सौंपी गई। वहीं नंदलाल ठाकुर को संरक्षक, गुरप्रीत सिंह गब्बर को कोषाध्यक्ष, विशाल शर्मा धर्मशाला, चमन लाल शिमला, रविंद्र चौधरी कांगड़ा व तेजपाल नेगी सोलन को उपाध्यक्ष, अमीर डोगरा पालमपुर, संदीप खंडवाल ऊना, नंदलाल वर्मा नालागढ़ को प्रदेश महासचिव, सन्नी शर्मा दौलतपुर चौक को प्रदेश सचिव व प्रेस प्रवक्ता, रोहित शर्मा दौलतपुर चौक, विजय साम्यल कांगड़ा, सचिन मंडी, जगत बैंस बीबीएन, विशेषर नेगी किन्नौर को प्रदेश सचिव, शेबिन्दु धीमान कांगड़ा, विक्रम सिंह नालागढ़, मंगल ठाकुर बिलासपुर, राजेंद्र सिंह रेणुका जी, गगन लगोत्रा कांगड़ा व नयन वर्मा नालागढ़ को प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य घोषित किया गया
कार्यक्रम का संचालन प्रदेश मुख्य महासचिव एवं प्रेस प्रवक्ता ओम शर्मा ने किया तथा आए हुए अतिथियों का आभार प्रदेश अध्यक्ष विजय चंदेल ने व्यक्त किया।

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