प्रयागराज। मीडिया की गिरती साख गंभीर चिंता का विषय- भगवान उपाध्याय
प्रयागराज। मीडिया जगत की दिनों दिन गिरती हुई साख गंभीर चिंता का विषय है इसे बचाने के लिए पत्रकार बंधुओं को आगे आना होगा और इसकी निष्पक्षता के लिए सतत प्रयत्नशील रहना होगा। मीडिया जगत में अनैतिक क्षद्म प्रवेश को भी रोकना नितांत आवश्यक है, तभी हम इसकी विश्वसनीयता बचाने में सफल हो सकेंगे।
उपरोक्त विचार भारतीय राष्ट्रीय पत्रकार महासंघ के राष्ट्रीय संयोजक डॉक्टर भगवान प्रसाद उपाध्याय ने उस समय व्यक्त किए जब वे सिविल लाइन स्थित कार्यालय में आगामी 15 जुलाई को से शुरू हो रहे स्थापना दिवस सप्ताह समारोह की समीक्षा बैठक में आज पदाधिकारियों से विचार विमर्श कर रहे थे। डॉक्टर उपाध्याय ने कहा कि आज पत्रकार संगठनों की यह नैतिक जिम्मेदारी है कि वे आगे से इस बात के लिए सतर्क रहें कि केवल वास्तव में लिखने और समाज के लिए चिंता करने वाले पत्रकार बंधु ही सदस्य बनाए जाएं। क्षद्म वेश में पत्रकारिता की आड़ लेकर अपने स्वार्थ की सिद्धि करने वालों को अब संगठनों को भी दूर करना होगा। इस दिशा में भारतीय राष्ट्रीय पत्रकार महासंघ विगत कई महीने से निरंतर शुद्धिकरण अभियान चला रहा है और ऐसे लोगों को वह निसंकोच बाहर का रास्ता दिखा रहा है जो केवल अपने स्वार्थ सिद्धि के लिए संगठन को साधन समझ रहे थे। कई जनपदों में ऐसे दर्जनों लोग संगठन से निष्कासित किए जा चुके हैं और आगे भी सूचना मिलने पर ऐसे तत्व संगठन से हटाए जाएंगे। भारतीय राष्ट्रीय पत्रकार महासंघ की जिला इकाई प्रयागराज के अध्यक्ष रमाकांत त्रिपाठी ने कहा कि आज पत्रकारिता जगत को निरंतर संदेह की दृष्टि से देखा जाता है और उन्हें माफियाओं एवं शासन तंत्र के कथित लोगों द्वारा उत्पीड़न करने का भी कुचक्र किया जाता रहता है।इसके लिए पत्रकार जगत में घुसपैठ करने वाले अधिक जिम्मेदार हैं। ऐसे लोगों पर अब हम सबको सतर्क दृष्टि रखनी होगी। प्रयागराज जिला इकाई के मुख्य महासचिव राजेंद्र पांडेय ने कहा कि अब समय आ गया है कि हम संख्या बल के बजाय गुणवत्ता पर अधिक ध्यान दें और स्वच्छ छवि के लोगों को ही संगठन में जोड़ें। जिला कोषाध्यक्ष पंकज गुप्ता ने कहा कि यदि अभी तक किसी प्रकार का सहयोग लेकर संगठन से जुड़े ऐसे लोग जो न तो कहीं लिखते हैं ना उन्हें पत्रकारिता की समझ ही है, अब उन्हें दूर करना ही होगा। सभी पदाधिकारियों ने एक स्वर से निश्चय किया कि प्रयागराज जिला इकाई में प्रत्येक तहसीलों में स्थापना दिवस सप्ताह समारोह धूमधाम से मनाया जाएगा और जिन तहसीलों में संगठन अभी बहुत सशक्त नहीं हो पाया है वहां स्वच्छ छवि के लोगों को जोड़कर संगठन प्रभावी बनाया जाएगा। पत्रकार हितों की रक्षा के लिए संघर्ष को और धार दी जाएगी। पत्रकारों ने इस बात पर चिंता जताई कि अपने निहित स्वार्थ के लिए हर महीने बनने वाले कथित नए संगठन पत्रकारों की हानि पहुंचा रहे हैं और उनके सम्मान पर उन्हें कतई ध्यान नहीं है,केवल अपने स्वार्थ की सिद्धि के लिए नए-नए मंच स्थापित किए जा रहे हैं जो पत्रकारिता जगत के लिए उपयुक्त नहीं कहा जा सकता। पत्रकारों ने अपील की है कि पुराने सभी गिले-शिकवे भुलाकर सभी पत्रकार बंधु एक मंच से अपनी आवाज़ उठाएं और अपने अधिकारों के प्रति सचेत होकर संघर्ष करें तो निश्चित रूप से पत्रकारिता जगत की खोई हुई साख वापस लौट सकेगी। वास्तव में कल्याणकारी पत्रकारिता के पक्षधर और कलम के धनी पत्रकारों को एक बार पुनः इस विषय पर आत्म चिंतन की जरूरत है।
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